Geet / Gazal

कविता- ख़रीद लाए… (Kavita- Kharid Laye…)

  प्यार भी खिलौने की तरह हो गया है शायद एक टूटा नहीं कि दूसरा खरीद लाए   तुम्हें पाने…

May 27, 2018

काव्य- बोल रहे लोग… (Kavya- Bol Rahe Log…)

बोल रहे लोग कि दुनिया बदल गई! कहां बदली दुनिया? औरत तो एक गठरी तले दब गई..   गठरी हो…

April 13, 2018

शायरी: निदा फ़ाज़ली की उम्दा ग़ज़लें (Shayari: Nida Fazli Special)

ग़ज़ल 1 गिरजा में मंदिरों में अज़ानों में बट गया होते ही सुब्ह आदमी ख़ानों में बट गया इक इश्क़…

March 25, 2018

विश्‍व काव्य दिवस- मैं जब भी अकेला होता हूं… (World Poetry Day- Main Jab Bhi Akela Hota Hoon…)

World Poetry Day मैं जब भी अकेला होता हूं क्यों ज़ख़्म हरे हो जाते हैं क्यों याद मुझे आ जाती…

March 21, 2018

काव्य- एक ख़्वाहिश (Kavya- Ek Khwahish)

उस दिन हम मिले तो मिले कुछ इस तरह जैसे मिलती है धूप छाया से जैसे मोती से सीपी मिल…

March 20, 2018

कविता- काश! (Kavita- Kash!)

ज़िंदगी पूरी लगा दी एक-दूसरे को परखने में सोचती हूं काश! समय रहते कुछ वक़्त लगाया होता एक-दूसरे को समझने…

March 19, 2018

काव्य- जब भी मायके जाती हूं… (Poetry- Jab Bhi Mayke Jati Hun…)

  जब भी मायके जाती हूं फिर बचपन जी आती हूं टुकड़ों में बंटी ख़ुशियों को आंचल में समेट लाती…

February 6, 2018

ग़ज़ल- थोड़ा-सा आसमान… (Gazal- Thoda-Sa Aasman)

ग़म इतने मिले ख़ुशी से डर लगने लगा है मौत क्या अब ज़िंदगी से डर लगने लगा है सोचा था…

February 5, 2018

ग़ज़ल- मेरी तन्हाई (Gazal- Meri Tanhai)

  जो महफ़िलें रुलाती मुझे हैं उनसे अच्छी मेरी तन्हाई है जो महफ़िलें इल्ज़ाम लगाती हैं उनसे अच्छी मेरी तन्हाई…

February 2, 2018

कविता- अब बिन तेरे सूना है संसार… (Kavita- Ab Bin Tere Soona Hai Sansar…)

जब-जब तुमसे मुलाक़ात होती है मेरे दिल में कोई गीत उतर आता है सामने आ जाते हो तुम मेरा सूना-सा…

January 31, 2018
© Merisaheli