Geet / Gazal

कविता- प्रेम (Kavita- Prem)

बेशक़ीमती हैं पल तुम्हारे यूं ख़्वाबों में आया न करो माना ह्रदय में उमड़ता प्यार बहुत है कहूं क्या बेबस…

January 20, 2018

 ख़्वाबों की ज़िंदगी… (Khwabon Ki Zindagi…)

अपने ख़्वाबों की ज़िंदगी  तो सभी जीते हैं.. पर ज़िंदगी तो वह है, जो किसी का ख़्वाब हो जाए...  …

January 18, 2018

कविता- तीन तलाक़ एक अभिशाप! (Kavita- Teen Talak Ek Abhishap)

गड़ा हुआ सीने पे कब से पत्थर तीन तलाक़ का क्यों नहीं गिरने देती तुम, पाखंड निरे नकाब का बुरखे…

January 5, 2018

कविता- आशा-निराशा (Kavita- Aasha-Nirasha)

मैं, मेरा व्याकुल मन, जब रात देर तक जाग रहे थे इक मुट्ठी भर आसमान, हम हसरत से ताक रहे…

January 4, 2018

ग़ज़ल- रेत पे लिखती रही, मिटाती रही, वो तेरा नाम था (Gazal- Ret Pe Likhti Rahi, Mitati Rahi, Woh Tera Naam Tha…)

रेत पे लिखती रही, मिटाती रही, वो तेरा नाम था रातभर जिसे दिल गुनगुनाता रहा, वो तेरा नाम था... रूह…

January 3, 2018

कविता- दोहरे मापदंड (Kavita- Dohare Mapdand)

         कंचन देवड़ा मेरी सहेली वेबसाइट पर कंचन देवड़ा की भेजी गई कविता को हमने अपने वेबसाइट…

December 28, 2017

याद आओगे तुम… (Yaad Aaoge Tum…)

                                       …

December 27, 2017

गीत- तन्हाई का ज़ख़्म (Geet- Tanhai Ka Zakham)

           तन्हाई का ज़ख़्म ज़ख़्म कोशिश दर कोशिश बढ़ता गया ज्यों-ज्यों मैं तन्हाइयों से लड़ता गया…

December 27, 2017
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