Geet / Gazal

गीत- शुभ जन्माष्टमी (Geet- Shubh Janmashtami)

मुरली मोहन मदन मुरारी, सबके दिल में बसते हो।हे बंशीधर सर्व जगत के, कण-कण में तुम मिलते हो। नटवर नागर…

August 26, 2024

कविता- रक्षाबंधन  (Poetry- Rakshabandhan)

रक्षाबंधन का पावन त्योहारहै प्रेम प्यार से जुड़ा हुआसावन माह की पूर्णिमा का दिनसाल में जब भी आता हैबहनों और…

August 19, 2024

कविताएं- दिल से… (Poetries- Dil Se…)

*कहां मिलते हैं ऐसे लोग जो बांट दें ख़ुशियां अपने दामन की चेहरे पर बिना झिझक लाएसमेट लें दर्द किसी अनजान शख़्स काकि…

August 7, 2024

कविता- मेरे शिव… (Poem- Mere Shiv…)

ऊंचे पर्वत पर बैठे शिव हैंसागर तीरे देखो शिव हैंभारत के हर कण कण मेंजन मानस के मन में शिव हैं…

July 29, 2024

कविता- बेटा और बेटी (Poetry- Beta Aur Beti)

बेटे और बेटी में है कितना अंतरये अक्सर ही सुनती आई हूं मैंचलो ये माना मैंने कि है अंतरलेकिन इस…

July 24, 2024

काव्य- क्या मैं दंडमुक्त नहीं हुई अभी?.. (Poem- Kya Main Dandmukt Nahi Huyi Abhi?..)

संस्कृति के धुंधलके में कहींसमाज नेमेरे माथे पर चस्पां कर दिएचंद लेबलममतामयी, त्यागमयी,कोमलांगी.. और चाहा उसनेजिऊं मैं वैसे हीभूल जाऊं…

July 16, 2024

कविता- माँ… (Poetry- Maa…)

एक आँगन है माँजिसकी गोद में लगेस्नेह की मीठी छाँव देतेनीम तले खेलता है बचपनसुकून पाते हैं युवा औरथकान भूल…

July 5, 2024

कविता- योग बनाओ जीवन का हिस्सा (Poem- Yog Banao Jeevan Ka Hissa)

योग बनाओ जीवन का हिस्साफिर लिखना तुम दिन का क़िस्सातेज, ताज़गी और स्फूर्तियोग से मिलता बिन पैसे सबस्वास्थ्य से भरपूर…

June 21, 2024

काव्य- नए युग का निर्माण करो… (Poetry- Naye Yug Ka Nirman Karo…)

नारी तुम निर्मात्री होदो कुलों की भाग्य विधात्री होसृजन का है अधिकार तुम्हेंतुम ही जीवन धात्री हो तुमसे ही उत्पन्न…

June 15, 2024

कविता- सुबह की तलाश… (Poetry- Subah Ki Talash…)

टूटा हुआ चांदरात की स्याह चादर में छेदबेसुध पड़ी धरतीऊंघते से पेड़ऐसी ही एक रात मेंभागती रही मैंवीरान सड़कों परकिसी…

June 6, 2024
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