शरीर के सभी अंग ठीक से काम करें, इसके लिए हीमोग्लोबिन बहुत ज़रूरी है. शरीर में खून (हीमोग्लोबिन) की कमी होने का असर खून में ऑक्सीजन के लेवल पर पड़ता है. रक्त में ऑक्सीजन की कमी होने से कमज़ोरी महसूस होती है. मरीज़ कहीं भी बेहोश हो सकता है. सामान्य काम करने में भी उसकी सांस फूलने लगती है. उसे एनीमिया हो जाता है. बीमारयों से लड़ने की उसकी ताक़त कम हो जाती है. उसे बीमारियां जल्दी चपेट में ले लेती हैं. यहां तक कि उसे किडनी की समस्या भी हो सकती है.
हीमोग्लोबिन की कमी से होने वाली बीमारियां
– एनीमिया (खून की कमी) होना
– शरीर में दर्द रहना, ख़ासतौर पर सिर और सीने में
– किडनी और लिवर से जुड़ी बीमारिया
– मांसपेशियों में कमज़ोरी महसूस होना
– हरदम थकान लगना
– त्वचा का रंग बदलना
– चेहरे पर सूजन रहना
– घाव जल्दी नहीं भरना
– पीरियड्स के दौरान ज़्यादा दर्द
– ज़्यादा ठंड लगना
– पैरों के तलवे और हथेलियों का ठंडे पड़ना
– दिल की धड़कन तेज़ या अनियमित होना
– त्वचा का पीला होना
हीमोग्लोबिन कितना होना चाहिए?
एक्सपर्ट्स के अनुसार पुरुषों में इसका लेवल 13.5 से 17.5 मिलीग्राम होना चाहिए, जबकि महिलाओं में 12 से 15.5 मिलीग्राम हीमोग्लोबिन को सामान्य रेंज माना जाता है.
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए क्या खाएं?
अगर आयरन से भरपूर फूड्स डायट में शामिल किए जाएं, तो शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा किया जा सकता है. जानते हैं कौन से हैं ये आयरन रिच फूड्स?
अनार
शरीर में खून की कमी को पूरा करने वाले बेस्ट फूड्स में से एक है अनार. इसमें प्रोटीन, विटामिन सी, फॉस्फोरस, कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर के साथ-साथ कैल्शियम और आयरन भी भरपूर मात्रा में होते हैं. यही वजह है कि अनार हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने के साथ-साथ शरीर को अनेक बीमारियों से सुरक्षा भी प्रदान करता है.
चुकंदर (बीटरूट)
चुकंदर में प्राकृतिक रूप से आयरन, मैग्नीशियम, फाइबर, फॉस्फोरस, विटामिन बी1, बी2, बी6, बी12 और सी होता है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है. इसे शरीर में खून की मात्रा बढ़ाने का बेहतरीन विकल्प भी माना जाता है. चुकंदर का सेवन करने से रेड ब्लड सेल्स का पुनर्निर्माण होता है. नियमित रूप से चुकंदर का जूस पीने से खून साफ होता है और खून की कमी दूर होती है.
हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां- पालक, सरसों का साग, चौलाई, सेलेरी, मेथी आदि आयरन के प्रमुख स्रोत हैं. इन पत्तेदार सब्जियों में विटामिन 12, फोलिक एसिड और अन्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर में खून की कमी को पूरा करने के साथ अन्य बीमारियों से भी बचाते हैं. पालक में कैरोटिनॉयड्स नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो शरीर में कैंसर के ख़तरे को कम करने में मदद करता है. इसीलिए डायट में पालक सहित अन्य पत्तेदार सब्जियों को ज़रूर शामिल करें .
ब्रोकोली
आयरन, बी कॉम्प्लेक्स और फोलिक एसिड का मुख्य स्रोत होने के साथ-साथ ब्रोकोली में मैग्नीशियम, विटामिन ए, विटामिन सी, सहित दूसरे पोषक तत्व बहुत अधिक मात्रा में होते हैं. ब्रोकोली हीमोग्लोबिन का लेवल बढ़ाने के साथ ही वज़न घटाने और ख़राब पाचन तंत्र को सुधारने में भी सहायता करती है.
खजूर, किशमिश और अंजीर
खजूर और किशमिश में विटामिन सी और आयरन होता है, जबकि अंजीर में आयरन मैग्नीशियम, विटामिन ए और फोलिक होता है. रोज़ाना सुबह थोड़े-से किशमिश, 3-3 अंजीर और खजूर खाने से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है और हीमोग्लोबिन के स्तर में भी सुधार होता है. इसके अलावा सप्ताह में 3-4 बार अंजीर वाला दूध पीने से शरीर में खून की कमी दूर होती है. पर ध्यान रखें कि मधुमेह के रोगी इसका सेवन कम मात्रा में करें.
दालें-फलियां
दालें, मूंगफली, बीन्स में भी ऐसे नूट्रिएंट्स होते हैं, जो हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं. इनमें मौजूद आयरन और फोलिक एसिड शरीर में रेड ब्लड सेल्स का निर्माण करने और उन्हें बूस्ट करने में मदद करते हैं.
ब्राउन राइस
कोलेस्ट्रॉल की प्रॉब्लम हो या डाइजेस्टिव डिसऑर्डर, सभी बीमारियों में ब्राउन राइस खाने के सलाह दी जाती है. हालांकि इसमें आयरन प्रचुर मात्रा में होता है और ये शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार करता है. इतना ही नहीं, वज़न घटाने के लिए भी ब्राउन राइस अच्छा माना जाता है.
कद्दू के बीज (मगज़)
मिनरल्स, फॉस्फोरस, मैगनीज़, कॉपर, मैग्नेशियम के अच्छे स्रोत होने के साथ कद्दू के बीज मिनरल्स, ज़िंक और आयरन के भी अच्छे स्रोत हैं. शाकाहारी और वेगन लोगों को विशेष रूप से मगज खाने की सलाह दी जाती है. यह आयरन का सबसे प्रमुख स्रोत है, जो हीमोग्लोबिन के ख़राब स्तर को सुधारने में मदद करता है
डार्क चॉकलेट
जिन डार्क चॉकलेट में 80% से अधिक कोको होता है, वे प्राकृतिक तौर से हीमोग्लोबिन के लेवल को बढ़ाने वाली होती हैं. विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर चॉकलेट में आयरन भी अधिक मात्रा में होता है. एक मीडियम साइज़ के चॉकलेट बार में रोज़ाना उपभोग किए जाने वाले आयरन का 6.9% होता है. इसमें फ्लेवनॉइड्स नामक एंटीऑक्सीडेंट भी होता है, जो त्वचा में होने वाली जलन और सूजन से रक्षा करता है.
कुछ अन्य तरी़के, जिन्हें अपनाकर भी शरीर में खून की कमी को पूरा कर सकते हैं-
– नागेश शर्मा
आपकी ज़िंदगी आसान बनाने वाले किचन अप्लायंसेस की यदि सही तरह से देखभाल व सफ़ाई…
कला, विज्ञान, तंत्रज्ञान आणि दृष्टी भ्रमाचा वापर करून तयार करण्यात आलेले पॅराडॉक्स संग्रहालयाचे उद्घाटन काल…
बॉलिवूड अभिनेत्री सोहा अली खान आज तिचा 46 वा वाढदिवस साजरा करत आहे. या प्रसंगी…
केंद्रीय मंत्रिमंडळाने ३ ऑक्टोबरला मराठी भाषेला अभिजात भाषेचा दर्जा देण्याचा निर्णय घेतला आहे. पंतप्रधान नरेंद्र…
"प्रिया, इन्हें देखा तुमने?""हां, पिछले ४-५ रोज़ से देख रही थी, कली आज खिल गई,…
मनोरंजन विश्वातील सर्वात लोकप्रिय टीव्ही शो 'तारक मेहता का उल्टा चष्मा'मध्ये सोनूची भूमिका साकारणाऱ्या पलक…