एक बार एक शिष्य ने गुरु से पूछ, “स्वर्ग और नर्क कहां होते हैं? कैसे होते हैं?
गुरु ने कहा, “समय आने पर बताऊंगा. कुछ दिन बाद गुरु शिष्य को एक बड़े कमरे में ले गए, जहां बीच में एक लंबी-सी मेज पड़ी थी. दोनों तरफ़ लोग कुर्सियों पर बैठे थे, लेकिन उनके हाथ एक लकड़ी के साथ इस तरह बंधे थे कि वे हाथ मोड़ नहीं सकते थे.
थोड़ी देर बाद खाना लगा. वे खाना खाने की कोशिश करने लगे, पर खा न सके. खाना सामने था, पर वो उसे खा नहीं सकते थे. खाना खाने के प्रयास में उनके हाथ घायल हुए जाते थे.
यह भी पढ़ें: नम्रता ही असली कामयाबी है (Modesty Is The Real Success)
गुरुजी ने बताया, “ये नरक है.”
फिर गुरुजी उसे दूसरे कमरे में ले गए. वहां का नज़ारा भी वैसा ही था.
शिष्य ने पूछा, “दोनों में फ़र्क़ क्या है?”
गुरु ने प्रतीक्षा करने को कहा. खाना लगा और लोग कौर सामनेवाले के मुंह में डालने लगे. शिष्य समझ गया ये स्वर्ग है.
यह भी पढ़ें: प्रेरक प्रसंग- बात जो दिल को छू गई… (Inspirational Story- Baat Jo Dil Ko Chhoo Gayi…)
तब गुरु ने बताया कि हम सब अपूर्ण हैं. हमारे साथ अलग-अलग क़िस्म की विवशताएं हैं, जिनके कारण हम अपनी ख़ुशी स्वयं पूरी नहीं कर सकते. स्वर्ग और नर्क सब यहीं है. सहकारिता से जीवन स्वर्ग तथा स्वार्थ से नरक बनता है.
अधिक कहानियां/शॉर्ट स्टोरीज़ के लिए यहां क्लिक करें – SHORT STORIES
Photo Courtesy: Freepik
डाउनलोड करें हमारा मोबाइल एप्लीकेशन https://merisaheli1.page.link/pb5Z और रु. 999 में हमारे सब्सक्रिप्शन प्लान का लाभ उठाएं व पाएं रु. 2600 का फ्री गिफ्ट
ये तो आप जानते हैं कि बॉलीवुड स्टार बनने के बाद भी काफी सालों तक…
पिछले दिनों दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) ने संदीप वांगा रेड्डी (Sandeep Reddy Vanga) की आगामी…
कद्दू में विटामिन ए, सी व ई के साथ-साथ फाइबर, पोटैशियम, बीटा-कैरोटीन पाए जाते हैं,…
वरुण धवन (Varun Dhawan) अपनी अपकमिंग फिल्म बॉर्डर 2 (Border 2) को लेकर लगातार चर्चा…
- 'मां' एक माइथोलॉजिकल हॉरर मूवी है. इसमें मैं लोगों को इतना डराउंगी... इतना डराउंगी…
पत्नी, बच्चों और घर के दूसरे सदस्यों के जरा-सा बीमार पड़ने पर अक्सर पुरुष तुरंत…