यह सुनकर भीतर कुछ चटक गया. मॉम डैड के साथ ख़ुश नहीं थीं, आई नो दैट...और अमित अंकल के…
“हां आया था, अमित अंकल का... कह रहे थे, कल की कॉफी अच्छी थी...” मैंने तल्खी से कहा. मॉम…
खिड़की से दिखता आसमान घिरकर काला हुआ जा रहा था, ठीक मेरे मन की तरह... बारिश की मोटी-मोटी बूंदें…
“मैं किसी की साइड नहीं लेता यार, जो दिखता है, वही कहता हूं... वसुधा अच्छी पत्नी है... परिवार को…
पूरे गैंग में गपशप चल रही थी, फ्यूचर प्लैन बन रहे थे, मगर मेरे दिमाग़ की सुई तो एक…
मैं तय जगह पर खड़ी बाकी दोस्तों का इंतज़ार कर रही थी, तभी मेरी नज़र ऐस्कलेटर से ऊपर जा…
आज भी जब मैं आईना देखती हूं, तो अपनी पलकों के खूंटे में टंगी उसकी नज़र, झांकती हुई मिल जाती…
“जी. तुम्हारे बारे में जानकारी लेने के लिए जनाब मेरे घर के चक्कर लगाने लगे थे. एक दिन मम्मी…
मैंने अगले कुछ महीने तक उस गली के अकेलेपन का अनुभव अपने भीतर किया. वहां शोर होता, किंतु मुझे…
“क्या है? थप्पड़ खाना है क्या...” लेकिन वह न तो सहमा और न ही मेरे सामने से हटा. मुस्कुराते…
शादी के बाद मैं और श्लोक ऑस्ट्रेलिया शिफ्ट होनेवाले हैं. मैं अपनी आगे की पढ़ाई भी वही से करनेवाली…
लड़कियां अपने लिए मौक़े रच रही हैं. लड़का पसंद कर रही हैं. ज़बर्दस्त घटना है... अद्भुत भाव में सोहनी.…