सलोनी अपने पिता को लेने आई हुई थी. और बहुत देर से आंटी के पास किचन में खड़ी थी. पापा…
“सबसे बड़ा अपराधी तो मैं हूं मौसी. सदैव से श्यामली को चाहता रहा, पर कहने की हिम्मत नहीं जुटा पाया.…
मां ने राघव को फोन पर ही श्यामली के नाकामयाब विवाह एवं लौट आने की सूचना दी थी. ‘क्या वह…
विवाह से दो दिन पूर्व श्यामली किसी काम से विधि के पास आई थी, तो राघव का उससे सामना…
कौन-सा नीड़ उसका अपना था कौन जाने? बचपन के वह खेल-कूद, लड़ाई-झगड़े महज़ यादें बन जाएंगी. गुड़िया और खिलौने आलमारी…
(‘चिड़ियां दा चंबा’ मतलब चिड़ियों का झुंड) श्यामली को राघव बचपन से ही जानता था. जब से उसे समझ…