जब मौसी को यह निश्चित हो गया कि जोशीजी भी यही चाहते हैं, तो उन्होंने पापा से बात करने…
"क्या बात है लल्ली इस बार तुम कुछ उदास लग रही हो?" मुझसे कोई उत्तर न पा वह उठकर मेरे…
बहुत कशमकश में बीते वह दिन. किस से कहूं अपने मन का बात? किस से बांटू अपनी परेशानी? पापा से…
पापा के लौटने पर विभोर भागकर उनसे मिलता. वह घर पर न होता, तो पापा अवश्य उसके बारे में पूछते.…
सांयकाल जिनसे मुलाक़ात हुई, वह छवि मेरे जीवन में कहीं भी नहीं थी. यह रौबदार व्यक्तित्व, सूट और टाई.…
इंसानों से तो कोई लड़ ले, अपना हक़ मांगे, छीने, पर विधि से कैसे लड़ती? जोशीजी से एक दिन की…
कुछ रिश्ते पिछले जन्मों से ही चले आते हैं शायद. बहुत कहती मुझसे कि मैं आराम कर लूं वे बैठेंगी…
बापू को अपने सहकर्मियों की पत्नियों के सामने मां का सीधापन कांटे की तरह चुभने लगा. उन्हें मां में…