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ईज़ी वेट लॉस: गेहूं की बजाय इन हेल्दी आटों के प्रयोग से आसान होगा वज़न घटाना! (Healthy Alternatives To Wheat Chapatis For Weight Loss)

गेहूं यूं तो सबसे पसंदीदा अनाज है लेकिन अगर आप तेज़ी से वज़न कम करना चाहते हैं तो गेहूं की बजाय अन्य हेल्दीऑप्शन्स ट्राई करें, क्योंकि गेहूं में ग्लूटेन तो होता ही है, इसके अलावा ये ब्लड शुगर के स्तर को भी बढ़ाता है जिससे बढ़ाहुआ ब्लड शुगर कैलोरीज़ को फ़ैट्स के तौर पर शरीर में स्टोर करने लगता है. इसलिए गेहूं को अपने डायट से हटाने परआपकी भूख भी अपने आप कम हो जाएगी.  बादाम का आटा: वेट लॉस के लिए ये बेहतरीन ऑप्शन है. सिर्फ़ वेट लॉस के लिए ही नहीं सेहत के लिए भी ये काफ़ीफायदेमंद है. बादाम का आटा पाचन के लिए भी बहुत अच्छा है. गेहूं के आटे के मुक़ाबले ये कार्बोहाइड्रेट में कम औरविटामिन ई से भरपूर होता है. इसमें डायटरी फाइबर मौजूद होता है जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. बादाम में ढेर सारेपौष्टिक तत्व होते हैं और ये कैलोरी में भी कम होता है. बादाम का आटा मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, विटामिन ई, कॉपर, मैग्नीज व फॉसफोरस आदि से भरपूर होता है. ये ग्लूटेन फ्री होता है इसलिए वेट लॉस में लाभदायक है.  बादाम विटामिन ई का बहुत अच्छा स्रोत है, विटामिन ई शरीर के लिए एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट है. इसके गुणों केचलते ये हार्ट पेशेंट, डायबिटीज़, हाई बीपी से ग्रसित लोगों के लिए काफ़ी अच्छा और हेल्दी ऑप्शन है. चोकरयुक्त आटा: गेहूं में बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं. लेकिन चोकर निकाल देने से इसके गुण कम हो जाते हैं. अगर वेटलॉस करना है तो चोकर युक्त रोटी खाएं. चोकर में हाई फाइबर, आयरन, विटामिन ए, बी, कैल्शियम, मैगनीशियम, पोटेशियम पाया जाता है. चोकर कई बीमारियों को भी कंट्रोल करता है. ये हार्ट को, आंतों को हेल्दी रखता है औरकोलेस्ट्रोल नहीं बनने देता है. रागी का आटा: रागी फ़ाइबर का बेहतरीन स्रोत है. रागी पाचन तंत्र को बेहतर करके वज़न कम करने में मदद करता है. येग्लूटेन फ्री होता है और ग्लूटेन ही वज़न बढ़ने का सबसे बड़ा कारण होता है. रागी विटामिन सी का बेहतरीन सोर्स है, इसकेअलावा रागी में आयरन, कैल्शियम और फाइबर जैसे पोषक तत्व होते हैं. रागी कोलेस्ट्रोल को कम करता है और कईबीमारियों से भी बचाने में कारगर है. ये अनिद्रा की समस्या से छुटकारा दिलाकर अच्छी नींद लाने में सहायक है.  मल्टी ग्रेन आटा: मल्टी ग्रेन में कई तरह के अनाज मिलाकर कर आटा बनया जाता है. इसमें ज्वार, बाजरा, चना, रागी औरभी अपनी पसंद के अनुसार अनाजों को बराबर मात्रा में मिलाकर आटा बना सकते हैं. इससे बनी रोटी हेल्दी भी होती हैऔर वजन घटाने में भी मदद करती है. जौ का आटा: इसमें न सिर्फ़ कम कैलोरी होती है बल्कि बार-बार भूख लगने की समस्या भी नहीं होती, क्योंकि इसमेंफाइबर की मात्रा काफी ज्‍यादा होती है. ये डायबिटीज़, हार्ट की बीमारी, कोलेस्ट्रोल व मोटापे से मुक्ति दिलाता है.  ज्वार का आटा: प्रोटीन से भरपूर ज्वार का आटा भी ग्लूटेन फ्री होता. ये पाचन तंत्र को बेहतर करता है. इम्यूनिटी बूस्टकरता है. ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है. इसमें आयरन, प्रोटीन, मिनरल्स, कैल्शियम, फोसफोरस और विटामिनमौजूद होते हैं.डायट्री फ़ाइबर से भरपूर ज्वार के आटे से बनी रोटियां के वेट लॉस में काफ़ी कारगर हैं.  बाजरे का आटा: फ़ाइबर से भरपूर होता है बाजरा, जिससे देर तक भूख नहीं लगती. इस तरह ये वज़न कम करने के लिएबेहतरीन माना जाता है. पाचन क्रिया को ये बेहतर करके कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करता है. विटामिन बी, कैल्शियम औरआयरन का अच्छा स्रोत है बाजरा. ये डायबिटीज़ को कंट्रोल करता है. हार्ट और आंतों को हेल्दी रखता है. ग्लूटेन फ्री होताहै और कुछ तरह के कैन्सर से भी बचाता है. सत्तू का आटा: वजन घटाने के लिए सत्तू को काफ़ी अच्छा माना जाता है. ये गैस, अपच व पेट फूलने की समस्या से निजातदिलाकर मेटाबॉलिज़्म को बेहतर करता है और शरीर को प्रभावी तरीक़े से कैलोरीज़ बर्न करने में मदद करता है. इसकीडिटॉक्सिफाइंग प्रॉपर्टीज़ शरीर से टॉक्सिंस को बाहर करने में मदद करती हैं. ये आयरन और फ़ाइबर का बेहतरीन स्रोत है. पाचन तंत्र को हेल्दी रखता है. इसके सेवन से आंतें व पेट भी हेल्दी रहता है जिससे आप हेल्दी और फिट रहते हैं. ये कूलेंटकी तरह काम करके शरीर को हाइड्रेटेड रखता है. हाई बीपी और डायबिटीज़ के रोगियों के लिए फायदेमंद है और येआपको एनर्जेटिक भी रखता है.  सोया बीन का आटा: ये फ़ाइबर और प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत तो है ही, साथ ही इसमें सैचुरेटेड फ़ैट्स बेहद कम  होता है. ये लो फैट होता है और विटामिन, मिनरल्स से भरपूर होता है.  इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड भी होती है. ज़ीरो कोलेस्ट्रोलऔर लैक्टोस फ्री होता है ये. हाई प्रोटीन होने के कारण ये तेज़ी से वज़न घटाने में काफ़ी कारगर है. मेनोपॉज़ से गुजर रहीमहिलाओं के लिए ये काफ़ी लाभदायक है क्योंकि इसमें फ़ीमेल हॉर्मोन जैसा पदार्थ होता है जो मेनोपॉज़ के लक्षणों को नियंत्रित करने में सहायक होता है. - राजा शर्मा

August 6, 2021

ईज़ी वेटलॉस के लिए ऐसे करें स्मार्ट स्नैकिंग… अपनाएं ये हेल्दी स्नैकिंग आइडियाज़! (Smart & Healthy Snacking Ideas For Weight loss)

चाहे लॉकडाउन हो या नहीं महिलाओं की जिम्मेदारियां कभी कम नहीं होतीं, उनके लिए तो चुनौतियां बढ़ी ही हैं. घर-परिवार,  जॉब भले ही घर…

May 5, 2021

हेल्दी रहने के 50 सिंपल गोल्डन रूल्स, इन छोटे-छोटे स्टेप्स को फॉलो करें और रहें हमेशा फिट (50 Simple Tips To Stay Healthy & Fit)

हेल्दी रहना भले ही आज के दौर में इतना आसान नहीं लेकिन छोटी-छोटी कोशिशें बड़े रंग ला सकती हैं. आप…

March 30, 2021

पहचानें अपनी बॉडी के सिग्नल्स: बॉडी खुद कहती है कि अब डाइयटिंग ज़रूरी है! (Health And Nutrition: Importance Of Balanced Diet And Healthy Lifestyle)

हमारा शरीर खुद ही हमें कई बातों का संकेत देता है, बस ज़रूरत है उन संकेतों को पहचानने की. इसी तरह जब हमारावज़न बढ़ता है तो भी शरीर संकेत देता है, समय पर उनको पहचानकर ध्यान दें वर्ना सेहत पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. सबसे पहला संकेत है कि आपको खुद अपना शरीर हेवी लगने लगता है. आप अक्सर सोचने लगते हो कि कहीं मेरावज़न बढ़ तो नहीं रहा. आपके कपड़े आपको टाइट होने लगते हैं, पुराने कपड़े अब नहीं आते.आप खर्राटे लेने लगते हैं, अगर कोई आपका अपना कहे कि आजकल आप खर्राटे लेने लगे हो तो नाराज़ होने कीबजाय गम्भीरता से लें इस बात को क्योंकि सोने के दौरान अनियमित सांसों से ऐसा होता है. दरअसल जब शरीर मेंफैट्स बढ़ता है तो गर्दन के आसपास भी फैट्स बढ़ जाता है जिससे सांस की नली संकरी हो जाती है और सांस लेनेमें रुकावट व दिक़्क़त होने लगती है. बेहतर होगा आप डॉक्टर के पास जाकर हल निकालें.थोड़ी सी शारीरिक गतिविधि से आपकी सांस फूलने लगे, सीढ़ियां चढ़ने पर, चलने फिरने पर भी सांस फूल जाए तोसमझ जाएं कि डायटिंग करके हेल्दी लाइफ़स्टाइल से वज़न कंट्रोल किया जाए. रूटीन चेकअप पर पता चले कि आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है. अगर आप वज़न कम करेंगे तो ब्लड प्रेशर भी कमहो जाएगा क्योंकि आपके कार्डीओवैस्क्युलर सिस्टम को शरीर को ऑक्सिजन सप्लाई करने के लिए कम मेहनतकरनी पड़ेगी. अगर आपका वजन बढ़ता है तो आप टाइप 2 डायबिटीज़ के रिस्क पर आ जाते हैं. बहुत ज़्यादा प्यास लगने लगे, बार बार यूरिन जाना पड़े और पिछले कुछ समय में फैट्स भी बढ़ा हो तो सतर्क हो जाएं. कॉलेस्टरॉल का बढ़ना भी बड़ा संकेत है और यह मात्र वज़न कम करने से कम नहीं होगा बल्कि हेल्दी ईटिंग, डायटिंगऔर एक्सरसाइज़ से कम होगा.परिवार में कोलोन या ब्रेस्ट कैंसर की हिस्ट्री है तो आपको शुरुआत से ही डायटिंग को अपनी आदत में शुमार करलेना चाहिए, क्योंकि इस तरह के कैंसर का मोटापे से गहरा संबंध होता है. डायटिंग का मतलब ना खाना नहीं, बल्कि हेल्दी खाना होता है अक्सर लोगों के मन में यह धारणा होती है कि डायटिंग का मतलब है खाना बंद कर दो या एकदम कम कर दो.लेकिन यह सोच ग़लत है, डायटिंग का मतलब होता है अनहेल्दी चीज़ों को छोड़कर हेल्दी चीज़ें खाएं. फ़्राइड चीज़ों को बेक्ड से रिप्लेस करें.चीनी और स्टार्च का सेवन कम कर दें.नमक कम कर दें.ग्रीन टी का सेवन करें, इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं.प्रोटीन का सेवन बेहद ज़रूरी है. प्रोटीन के सोर्स- दालें, ड्राइफ्रूट्स, बींस, हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, दही, फिश, सोयाबीन, अंडा.फ़ाइबर का अधिक इस्तेमाल करें. फल और सब्ज़ियां फ़ाइबर का अच्छा सोर्स है. खीरा, गाजर, सलाद और हरीपत्तेदार सब्जियां ज़रूर खाएं.पानी का सेवन भरपूर मात्रा में करें. यह टॉक्सिंस को बाहर करता है, मेटाबॉलिज़्म को बेहतर करता है.गुनगुना पानी पीएं. हो सके तो सुबह शहद और नींबू गुनगुने पानी में लें.हेल्दी ब्रेकफ़ास्ट लें, रिसर्च बताते हैं कि नाश्ता आपको डायबिटीज़ के ख़तरे से बचाता है. जो लोग नाश्ता करते हैंउन्हें डायबिटीज़ का ख़तरा नाश्ता ना करनेवालों की तुलना में कम रहता है.इतना ही नहीं ब्रेकफ़ास्ट आपको मोटापे से बचाता है. जो लोग नाश्ता नहीं करते उनकी वेस्ट लाइन नाश्ता करनेवालों की तुलना में अधिक होती है. भले ही लंच ठीक से ना करें लेकिन नाश्ता हेल्दी करेंगे तो फ़ैट्स से बचेंगे. जो लोग नाश्ता करते हैं उनका एनर्जी लेवल अधिक होता है और वो दिनभर ऐक्टिव बने रहते हैं. नाश्ते से पाचन तंत्र संतुलित रहता है. यह क्रेविंग से बचाता है. जो लोग नाश्ता नहीं करते उन्हें दिनभर में मीठा खानेकी, जंक फ़ूड की और चाय आदि की तलब ज़्यादा लगती है, जिससे वो अधिक कैलरीज़ का सेवन कर लेते हैं औरमोटापे का शिकार होने लगते हैं.एक बार में ज़्यादा खाने की बजाए अपनी मील्स को डिवाइड करें. दिन में 4-6 बार छोटी-छोटी मील्स लें. हेल्दी सूप्स और सलाद को शामिल करें. रात को हल्का खाना लें और सोने से दो घंटे पहले डिनर कर लें. खाने के हेल्दी ऑप्शन्स की लिस्ट बना लें, जैसे- खिचड़ी, ओट्स, ब्राउन ब्रेड सैंडविच, ब्राउन राइस, दाल, इडली, सादा डोसा, उपमा, पोहा आदि.डायट के अलावा रोज़ आधा घंटा कुछ एक्सरसाइज़, वॉक या योगा ज़रूर करें.नींद पूरी लें और स्ट्रेस कम लें. सबसे ज़रूरी कि वज़न बढ़ने पर जब कपड़े टाइट होने लगें तो नए साइज़ के कपड़े लेने की बजाय अपना फ़िटनेसलेवल बढ़ाकर, हेल्दी ईटिंग कर, डायट और कसरत से वज़न कम करने पर फ़ोकस करें और उन्हीं कपड़ों में फिटहोने पर ध्यान दें! क्योंकि स्वास्थ्य से बड़ा धन कोई नहीं, वज़न बढ़ने पर कई बीमारियां एक साथ घेर लेती हैं औरइनमें से कई बीमारियां काफ़ी गंभीर और जानलेवा तक हो सकती हैं. आज से बल्कि अभी से अपनी बॉडी के संकेतोंको पहचानें, उन्हें नज़रअंदाज़ क़तई ना करें और उनपर ध्यान देकर एक्शन लें. स्वस्थ रहें और हेल्दी खाएं!भोलू शर्मा यह भी पढ़ें: शिशु को इन्फेक्शन से बचाने के स्मार्ट टिप्स.. (Smart Tips…

January 14, 2021

करणवीर बोहरा ने वॉशरूम से अंडरवियर में पोस्ट की सेल्फी, मालदीव जानेवालों पर कसा तंज, इला अरुण बोलीं, ससुराल की तो लाज रखो! (Viral Pic: Karanvir Bohra Poses In Underpants With A Witty Caption)

करणवीर बोहरा इन दिनों कनाडा में हैं जहां उनकी ससुराल है. वो अपनी पत्नी टीजे सिद्धू के साथ वहां गए हुए…

December 19, 2020

विंटर डायट चार्ट: सर्दियों में जरूर खाएं ये हेल्दी चीज़ें (Winter Diet Plan: The Best Foods To Eat To Stay Healthy This Winter)

सर्दियों में डायट का ख़ास ध्यान रखना बहुत जरूरी है. सर्दी का सुहाना मौसम अपने साथ कई स्वास्थ्य समस्याएं भी…

December 6, 2020

हेल्दी लिविंग के सीक्रेट और स्मार्ट सूत्र! (Healthy Living: Secrets And Sutras For Healthy Life)

हेल्दी तो हम सभी रहना चाहते हैं लेकिन कुछ छोटे छोटे सूत्र हैं जिन पर हम ध्यान ही नहीं देते, अगर ये सूत्र और सीक्रेट हमसमझ जाएँ तो हेल्दी रहना आसान हो जाए.  आइए जानते हैं इन्हीं सीक्रेट सूत्रों को- सकारात्मक रहें और अपना महत्व समझें. खुद पर ध्यान देना ज़रूरी है इस तथ्य को समझ लें.दूसरों के लिए जीना अच्छी सोच है लेकिन उससे पहले खुद के लिए जीना सीखें.आप हेल्दी रहेंगे तभी तो दूसरों के लिए भी कुछ कर पाएँगे.हाईड्रेटेड रहें ताकि शरीर में पानी व नमी की कमी ना हो. पानी ज़हरीले तत्वों को बाहर करता है और पाचन क्रियाको बेहतर बनाता है.फ़िज़िकली एक्टिव रहें. एक्सरसाइज़ व योगा करें. आप भले ही कितना भी हेल्दी खा लें पर जब तक शरीर कोक्रियाशील नहीं रखेंगे तब तक कहीं न कहीं कोई कमी रह ही जाएगी. रोज़ाना कम से कम आधा घंटा कसरत करें. जॉगिंग और वॉकिंग करें.लिफ़्ट की बजाए सीढ़ियों का इस्तेमाल करें. यह रूटीन आपकी मांसपेशियों को लचीला बनाएगा और पाचन कोबेहतर. ध्यान और योगा भी कर सकते हैं. मेडिटेशन से ब्रेन में हैप्पी हार्मोंस रिलीज़ होते हैं और एक नई ऊर्जा का एहसासहोता है.ध्यान रहे फ़िज़िकल एक्टिविटी की कमी से क़ब्ज़ जैसी समस्या हो सकती है. हेल्दी खाना खायें. अपने दिन की शुरुआत पोषण भरे नाश्ते से करें. भले ही लंच ठीक से ना करें लेकिन नाश्ता अच्छी तरह और हेल्दी करेंगे तो फ़ैट्स से बचेंगे.रिसर्च बताते हैं कि जो लोग नाश्ता करते हैं उनका एनर्जी लेवल अधिक होता है और वो दिनभर ऐक्टिव बने रहते हैं.जंक फूड से बचें. हेल्दी खाना खाएँ. मंचिंग के लिए भी हेल्दी ऑप्शन पर ध्यान दें. फ़्राइड सनैक्स की बजाए ड्राई फ़्रूट्स, बेक्ड फ़ूड रखें.स्ट्रेस ना लें, क्योंकि तनाव पूरे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है. इस से गैस, ऐसिडिटी, क़ब्ज़ जैसी समस्या होसकती है.स्ट्रेस के कारण पेट में रक्त व ऑक्सीजन का प्रवाह कम हो जाता है जिससे पेट में ऐंठन, जलन जैसी समस्या होनेलगती है, साथ ही पेट में मैजूद हेल्दी बैक्टीरिया में भी असंतुलन आने लगता है. शराब व कैफेन का सेवन कम करें क्योंकि यह भीतर से शरीर को ड्राई और डीहाईड्रेट करते हैं.अपने भोजन में साबूत अनाज, गाजर, ब्रोकोली, नट्स, मकई, बींस, ओट्स, दालें व छिलके सहित आलू को शामिलकरें.मौसमी फल खाएँ और अपने खाने में हर रंग की फल-सब्ज़ियाँ शामिल करें.दही व छाछ का सेवन करें, क्योंकि इनमें हेल्दी बैक्टीरिया होते हैं जो पेट और आँतों को स्वस्थ रखते हैं.पनीर का सेवन करें क्योंकि यह वज़न को भी नियंत्रित रखने में कारगर है.हफ़्ते में एक या दो दिन अपनी क्रेविंग्स के लिए रखें. मनपसंद कुछ खाएँ क्योंकि अगर आप बहुत ज़्यादा स्ट्रिक्टडायट करते हो तो बहुत ज़्यादा समय तक उसको फ़ॉलो कर पाना बेहद मुश्किल है.हेल्दी सूप को अपने डायट का हिस्सा बनाएँ. किचन में मौजूद मसाले भी बहुत हेल्दी होते हैं , काली मिर्च, दालचीनी, लौंग, इलाइची,धनिया आदि को खाने में शामिल करें. अगर गले में ख़राश या सिर में दर्द हो तो चटकीभर दालचीनी पाउडर को पानी के साथ लें. यही नहीं दालचीनी वज़नभी कम करती है. इसे सलाद या दही में मिलाकर ले सकते हैं. यह मुँहासों को भी कम करता है. दालचीनी पाउडर कोपानी में मिलाकर पेस्ट तैयार करें और अप्लाई करें.अगर कफ़ की समस्या हो तो सरसों के तेल में लहसुन और सेंधा नमक मिलाकर गुनगुना करें और सीने पर मालिशकरें.वज़न को नियंत्रण में रखें क्योंकि बढ़ता वज़न कई बीमारियों को जन्म देता है. हार्ट से लेकर ब्लड प्रेशर औरडायबिटीज़ तक जैसी समस्याएँ बढ़ते वज़न के कारण हो सकती हैं.वज़न कम करने के लिए छोटे गोल्स सेट करें और धैर्य ना खोएँ.वज़न कम करने में नींबू और शहद बेहद कारगर हैं. गुनगुने पानी में रोज़ सुबह खाली पेट सेवन करें.स्पोर्ट्स, स्विमिंग या डांस क्लास से जुड़ सकते हैं.अपने शौक़ को ज़रूर पूरा करें, उन्हें मरने ना दें, क्योंकि यही शौक़ आपको जीवंत बनाए रखते हैं.पर्सनल हाइजीन से लेकर ओरल हाइजीन तक के महत्व को समझें और उनपर ध्यान भी दें. हेल्दी सोशल लाइफ़ मेंटेन करें, क्योंकि इससे आपको अकेलापन और डिप्रेशन नहीं होगा. लोगों की मदद करें यहआपको बेहतर महसूस कराएगा.पार्टी करें, दोस्तों से मिलें और रिश्तों में इंवेस्ट करें.धोखा ना दें क्योंकि यह आपमें अपराधबोध की भावना को जन्म देगा और आप भीतर से अनहेल्दी मेहसूस करेंगे.ज़िम्मेदारी लेना सीखें, यह आपमें आत्मविश्वास बढ़ाएगा.नींद पूरी लें, यह आदत आपको कई तरह के तनावों से बचाएगी और साथ ही दिनभर ऊर्जावान रखेगी. साथ ही यहडिप्रेशन जैसी नकारात्मक भावनाओं से भी आपका बचाव करती है.ओवर ईटिंग और ओवर स्लीपिंग से भी बचें, ये आपको अनहेल्दी बनाती हैं.बहुत ज़्यादा टीवी ना देखें, यह आपको आलसी और इनएक्टिव तो बनाएगा ही साथ ही रिसर्च बताते हैं कि ज़्यादाटीवी देखने वालों की लाइफ़ कम होती जाती है. इसी तरह मोबाइल और बहुत ज़्यादा सोशल साइट्स पर भी ना बने रहें. ये आपके रिश्तों की सेहत के लिएहानिकारक है जिसका असर आपने शरीर पर भी पड़ता है.कुकिंग थेरेपी आज़माएँ. रिसर्च के अनुसार जब आप खुद खाना बनाते हैं तो स्ट्रेस कम होता है, आप बेहतर महसूसकरते हैं, क्रिएटिव बनते हैं और हेल्दी रहते हैं.नए दोस्त बनाएँ और हो सके तो पेट्स रखें. ये आपको खुश और हेल्दी रखने में मदद करते हैं.खुश होने का मौक़ा ना छोड़ें. बड़ी चीज़ों की बजाए छोटी छोटी चीज़ों में ख़ुशियाँ देखें. यह आपको सकारात्मकबनाती है और मन के संतोष को दूर करती हैं.ये तमाम बातें आपको पहले से ही पता होती हैं लेकिन कमी सिर्फ़ जज़्बे की होती है. बेहतर होगा बिना देर किएआज से ही हेल्दी लाइफ़ के इन सीक्रेट और सूत्रोंको अमल में लाया जाए. सरस्वती शर्मा यह भी पढ़ें: हेल्थ अलर्ट- मास्क पहनते समय इन…

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October 3, 2020
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