विटामिन्स-मिनरल्स का ख़ज़ाना एलोवेरा कई रोगों के लिए रामबाण दवा… (20 Amazing Benefits of Aloe Vera)
एलोवेरा में विटामिन ए, सी और ई प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इसमें फॉलिक एसिड, कोलीन, बी1, बी2, बी3 व बी6 भी होता है. इसे घृतकुमारी और ग्वारपाठा भी कहा जाता है. एलोवेरा की पत्तियों में पाए जानेवाले जेल में 99% पानी होता है. औषधीय गुणों से भरपूर एलोवेरा कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है. एलोवेरा में कई ऐसे गुण भी होते हैं, जो त्वचा को हेल्दी और शाइनिंग बनाते हैं. दाग़-धब्बों, त्वचा, बालों, पाचन, डायबिटीज़, पेट की बीमारियों, जोड़े के दर्द, आंखों आदि समस्या में एलोवेरा का इस्तेमाल बेहद फ़ायदेमंद साबित होता है.
घरेलू नुस्ख़े
अपच की समस्या में 10-20 ग्राम एलोवेरा के जड़ को उबाल लें. इसे छानकर इसमें भुनी हुई हींग मिला लें. इसे पीने से पेटदर्द में आराम मिलता है और बदहजमी की तकलीफ़ भी दूर होती है.
खांसी-ज़ुकाम में एलोवेरा का भस्म तैयार कर पांच ग्राम की मात्रा में मुनक्का के साथ सुबह-शाम सेवन करें. इससे पुरानी खांसी-ज़ुकाम में भी लाभ होता है.
पीलिया में 10-20 मि.ग्रा. एलोवेरा के रस को दिन में दो-तीन बार पीने से फ़ायदा होता है.
सिरदर्द होने पर एलोवेरा पल्प में थोड़ी मात्रा में दारु हल्दी का चूर्ण मिला लें. इसे गर्म करके दर्दवाले स्थान पर बांधें. इससे वात और कफ़ से होनेवाले सिरदर्द में लाभ होता है.
बुखार हो, तो एलोवेरा की जड़ का काढ़ा बनाएं. 10-20 मि. ग्रा. काढ़े को दिन में तीन बार पिलाने से बुखार ठीक होता है.
एलोवेरा के कोमल गूदे को नियमित रूप से 10 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम खाने से गठिया में लाभ होता है.
यदि आप कमरदर्द की तकलीफ़ से परेशान हैं, तो एलोवेरा का लड्डू खाएं. इसके लिए गेंहू का आटा, घी और एलोवेरा के पल्प लेकर गूंथ लें. इससे रोटी बनाएं. फिर इसका चूर्ण बनाकर लड्डू बना लें. हर रोज़ एक-दो लड्डू खाने से कमरदर्द ठीक होता है.
एलोवेरा का गूदा आंखों में लगाने से आंखों की लालिमा और गर्मी दूर होती है. यह आंखों की सूजन और वायरल कंजंक्टिवाइटिस में भी लाभदायक है. साथ ही इसके गूदे पर हल्दी डालकर थोड़ा गर्म करके आंखों पर बांधने से आंखों का दर्द दूर होता है.
यदि बवासीर की समस्या है, तो 50 ग्राम एलोवेरा के पल्प में 2 ग्राम पिसा हुआ गेरू मिलाएं. इसे रूई के फाहे पर फैलाकर गुदा स्थान पर बांध दें. इससे मस्सों में होनेवाली जलन और दर्द में आराम मिलता है.
कान में दर्द हो तो एलोवेरा के रस को हल्का गर्म करके जिस कान में दर्द हो रहा है, उसके दूसरी तरफ़ के कान में दो-दो बूंद टपकाने से कान के दर्द में आराम मिलता है.
एलोवेरा के रस को तिल व कांजी के साथ पकाकर घाव पर लेप करने से लाभ होता है.
6 ग्राम एलोवेरा का पल्प, 6 ग्राम गाय का घी, 1 ग्राम हरड़ चूर्ण और 1 ग्राम सेंधा नमक लेकर मिक्स कर लें. इसे सुबह-शाम खाने से वात विकार से होनेवाले गैस की समस्या दूर हो जाती है.
एलोवेरा के पत्ते को एक ओर से छीलकर उस पर थोड़ा-सा हरड़ का चूर्ण डालकर हल्का गर्म कर लें. इसे गांठों पर बांधने से गांठों की सूजन दूर होती है.
चेचक से होनेवाले घावों पर एलोवेरा के गूदे का लेप करने से लाभ होता है.
दो भाग एलोवेरा के पत्तों का रस और एक भाग शहद लेकर उसे चीनी मिट्टी के बर्तन में एक हफ़्ते रखने के बाद सेवन करने पर लीवर से संबंधित बीमारियों में लाभ होता है.
5-10 ग्राम एलोवेरा जेल में शक्कर मिलाकर खाने से पेशाब में दर्द और जलन से आराम मिलता है.
चेहरे पर चकत्ते या फिर खुजली-जलन को दूर करने में भी एलोवेरा फ़ायदेमंद है. इसके लिए रात के समय प्रभावित जगह पर एलोवेरा लगाकर उसे छोड़ दें. फिर सुबह धो लें.
एलोवेरा के गूदे को पेट के ऊपर बांधने से पेट की गांठ बैठ जाती है. इससे आंतों में जमा हुआ मल भी सरलता से बाहर निकल जाता है.
एलोवेरा को स्क्रब के तौर पर भी इस्तेमाल कर चेहरे पर रौनक और ताज़गी ला सकते हैं. एलोवेरा जेल में ग्राउंड ओटमील मिला लें. ख़राब होने से बचाने के लिए उसमें चुटकीभर बेकिंग सोडा मिला लें. फिर रोज़ाना इससे अपने चेहरे पर स्क्रब करें. इससे चेहरे की रंगत निखर आएगी.
सुपर टिप
एलोवेरा के पल्प को आग से जले स्थान पर लगाने से जलन शांत होती है और फफोले भी नहीं उठते.