आलिया भट्ट आज बॉलीवुड का जाना माना नाम हैं. अपने बेहतरीन काम से आलिया भट्ट ने खुद की पहचान बनाई है. जबकि फिल्मों में आने…
आलिया भट्ट आज बॉलीवुड का जाना माना नाम हैं. अपने बेहतरीन काम से आलिया भट्ट ने खुद की पहचान बनाई है. जबकि फिल्मों में आने से पहले वो भट्ट परिवार की बेटी के नाम से जानी जाती थीं. फिल्म मेकर महेश भट्ट और एक्ट्रेस सोनी राजदान की बेटी आलिया का परिवार काफी लोकप्रिय है. वैसे तो आलिया के फैंस उनसे जुड़ी हर बात को जानते होंगे लेकिन काफी कम लोगों को पता है कि आलिया के पापा महेश भट्ट के माता पिता ने कभी शादी नहीं की थी, जिसकी वजह सुनकर आपको अंचम्बा हो सकता है.
प्यार किया लेकिन शादी नहीं की – आलिया भट्ट के पिता महेश भट्ट के पिता का नाम नानाभाई भट्ट और मां का नाम शिरीन मोहम्मद अली था, जोकि गुजराती ब्राह्माण थे और मां एक गुजराती शिया मुस्लिम. दोनों एक दूसरे को काफी प्यार करते थे और दोनों के बीच जब नजदीकी बढ़ी तो शिरीन गर्भवती हो गई थीं, लेकिन महेश भट्ट के पिता चाहते हुए भी शिरीन से शादी नहीं कर सके. क्योंकि वो पहले से शादी शुदा थे. लेकिन शिरीन ने बिना किसी की परवाह महेश भट्ट को जन्म दिया और इसके बाद उनके मुकेश भट्ट भी पैदा हुए. शिरीन-नानाभाई के रिश्ते को पहली पत्नी हेमलता के परिवार ने मान्यता नहीं दी, इसलिए नानाभाई भट्ट के दो परिवार, दो घर हो गए थे.
कश्मीर और जर्मनी से है आलिया का खास नाता – वैसे आलिया के फैमिली बैकग्राउंड की बात करें तो उनका कनेक्शन कश्मीर और जर्मनी से भी रहा है. नानी का नाम गर्ट्रूड होल्जर है जबकि नाना नरेंद्रनाथ राजदान कश्मीरी पंडित हैं. अलग अलग कल्चर के होने के बावजूद दोनों के बीच प्यार हुआ और उनकी बेटी के रूप में आलिया की मां सोनी राजदान ने जन्म लिया. पिता की वजह से भारत की मिट्टी से दिल का लगाव उन्हें मुंबई की तरफ लौटने को मजूर कर दिया था, जहां उनकी मुलाकात महेश भट्ट से हुई और दोनों ने शादी की.
आलिया भट्ट की मां सोनी है उनके पिता की दूसरी पत्नी – आपको बता दें कि आलिया के पिता की पर्सनल लाइफ काफी चर्चित रही है. महेश भट्ट का कई अभिनेत्रियों के साथ अफेयर रहा है, लेकिन उन्होंने साल 1968 में एक ब्रिटिश महिला लॉरेनब्राइट (बदला हुआ नाम किरण) से शादी की थी. ये उनका पहला प्यार था. शादी के बाद महेश भट्ट ने अपनी पहली बेटी पूजा भट्ट का स्वागत किया था. इसके बाद वे दोनों राहुल भट्ट के पैरेंट्स बने थे. किरण से अलग होने के बाद फिल्म ‘सारांश’ के सेट पर महेश भट्ट की मुलाकात सोनी राजदान से हुई थी. इसी फिल्म की शूटिंग के दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और करीब दो सालों तक दोनों ने एक-दूसरे को सीक्रेटली डेट किया. शादी शुदा होने के कारण काफी मुश्किलें आईं लेकिन प्यार के आगे किसी की न चली. दोनों 20 अप्रैल 1986 को शादी के बंधन में बंध गए. शादी के बाद दोनों की दो बेटियां शाहीन भट्ट और आलिया भट्ट हुईं.
आने वाला है नन्हा मेहमान – आलिया भट्ट ने एक्टर रणबीर कपूर के साथ कई साल डेट करने के बाद 14 अप्रैल 2025 को शादी की थी. शादी के तुरंत बाद ही कपल ने गुडन्यूज शेयर कर दी थी. जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर काफी बधाइयां मिली.
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मीति और मधुर बचपन से एक ही स्कूल में पढते थे, लेकिन मधुर के पिता का अचानक निधन हो गया और उसे मीति का स्कूल छोड़ सरकारी स्कूल में दाख़िला लेना पड़ा. लेकिन आते-जाते अक्सर दोनों के रास्ते मिल ही जाते थे और उनकी नज़रें मिल जातीं, तो दोनों केचेहरे पर अनायास मुस्कुराहट आ जाती. स्कूल ख़त्म हुआ तो दोनों ने कॉलेज में एडमिशन ले लिया था. दोनों उम्र की उस दहलीज़ पर खड़े थे जहां आंखों में हसीन सपने पलने लगते हैं. मधुर भी एक बेहद आकर्षक व्यक्तित्व में ढल चुका थाऔर उसके व्यक्तित्व के आकर्षण में मीति खोती जा रही थी. कई बार मधुर ने उसे आगाह भी किया था कि मीति तुम एक रईस पिता की बेटी हो, मैं तो बिल्कुल साधारण परिवार से हूं, जहां मुश्किल से गुज़र-बसर होती है, लेकिन मीति तो मधुर के प्यार में डूब चुकी थी. वहकब मधुर के ख्यालों में भी बस गई थी वह यह जान ही नहीं पाया. मीति कभी नोट्स, तो कभी असाइनमेंट के बहाने उसके पास आ जाती, फिर कभी कॉफी, तो कभी आइसक्रीम, ये सब तो उसका मधुरके साथ नज़दीकियां बढ़ाने का बहाना था. अब मीति और मधुर क़ा इश्क कॉलेज में भी किसी से छिपा नहीं रह गया था. करोड़पति परिवार की इकलौती लाडली मीति कोपूरा विश्वास था कि मध्यवर्गीय परिवार के मधुर के कैंपस सेलेक्शन के बाद वह पापा को अपने प्यार से मिलवायेगी. मल्टीनेशनल कंपनी के ऊंचे पैकेज का मेल मिलते ही मधुर ने मीति को अपनी आगोश में ले लिया ऒर वह भावुक हो उठा, ”मीति, तुम तो मेरे जीवन मेंकी चांदनी हो, जो शीतलता भी देती है और चारों ओर रोशनी की जगमगाहट भी फैला देती है. जब हंसती हो तो मेरे दिल में न जानेकितनी कलियां खिल उठती हैं. बस अब मेरी जिंदगी में आकर मेरे सपनों में रंग भर दो.” मीति मधुर के प्यार भरे शब्दों में खो गई और लजाते हुए उसने अपनी पलकें झुका लीं और मधुर ने झट से उसकी पलकों को चूम लिया था. इस मीठी-सी छुअन से उसका पोर-पोर खिल उठा. वह छुई मुई सी अपने में सिमट गई. लेकिन इसी बीच मीति के पापा ने उसकी ख्वाहिश को एक पल में नकार दिया और मधुर को इससे दूर रहने का फरमान सुना दिया. मधुर उदास पराजित-सा होकर दूर चला गया. दोनों के सतरंगी सपनों का रंग बदरंग कर दिया गया था. मधुर ने अपना फ़ोन नंबर भी बदल दिया था और अपनी परिस्थिति को समझतेहुए मीति से सारे संबंध तोड़ लिये थे. मीति के करोड़पति पापा ने धूमधाम और बाजे-गाजे के साथ उसे मिसेज़ मेहुल पोद्दार बना दिया. उसका अप्रतिम सौंदर्य पति मेहुल केलिए गर्व का विषय था. समय के साथ वह जुड़वां बच्चों की स्मार्ट मां बन गई थी. पोद्दार परिवार की बहू बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमतीऔर अपने चेहरे पर खिलखिलाहट व मुस्कान का मुखौटा लगाए हुए अपने होने के एहसास और वजूद को हर क्षण तलाशती-सी रहती. उसे किसी भी रिश्ते में उस मीठी-सी छुअन का एहसास न हो पाता और वह तड़प उठती. सब कुछ होने के बाद भी वह खोई-खोई-सी…