एयर प्यूरिफायर: साइंस कहता है शुद्ध हवा के साथ-साथ कई ऐसे हेल्थ बेनीफिट्स भी हैं, जिन्हें शायद ही आप जानते हों! (Amazing, Unknown And Unbelievable Health Benefits Of Air Purifiers, According To Science)

जैसे-जैसे हम तऱक्क़ी करते जा रहे हैं, वैसे-वैसे उसकी क़ीमत भी चुका रहे हैं. औद्योगिक विकास हो या फिर तकनीकी, हमने हर विकास की क़ीमत चुकाई है, क्योंकि कहीं न कहीं हमने अपने पर्यावरण के साथ नाइंसाफ़ी की है. यही वजह है कि दिन-ब-दिन प्रदूषण बढ़ता जा रहा है और हम बीमारियों की चपेट में अधिक आने लगे हैं. पानी से लेकर हवा तक- सभी कुछ दूषित होता जा रहा है और इसी कड़ी में इन दिनों बढ़ते एयर पॉल्यूशन ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है, क्योंकि प्रदूषण का स्तर इतना अधिक हो जाता है कि जान के ख़तरे से भी इंकार नहीं किया जा सकता.

क्या कारण है बढ़ते वायु प्रदूषण का?
यदि संक्षेप में समझें, तो गाड़ियों की धूल-धुआं, फैक्टरीज़ के गैसेस, डस्ट, पोलन, आग, पराली वगैरह से वायु प्रदूषण होता है.

वायु प्रदूषण के साइड इफेक्ट्स…
सिरदर्द, मतली, चक्कर आना, हृदय रोग, अस्थमा, श्‍वास संबंधी अन्य रोग, लंग कैंसर आदि. इसके अलावा किडनी, लिवर, नर्वस सिस्टम, मस्तिष्क व अन्य अंगों पर भी वो प्रभाव डाल सकता है.

कैसे हो बचाव?

  • प्राइवेट गाड़ियों की बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का अधिक इस्तेमाल करें.
  • कचरा या अन्य वेस्ट प्रोडक्ट्स को जलाने से बचें.
  • अपनी गाड़ियों की जांच करवाकर उन्हें अच्छी कंडीशन में रखें.
  • पर्यावरण के लिए सुरक्षित साधनों का अधिक प्रयोग करें.
  • वॉटर बेस्ड पेंट्स का इस्तेमाल करें.
  • जिन-जिन चीज़ों को रिसाइकिल कर सकें, करें.
  • जिन लोगों को अस्थमा व सांस संबंधी परेशानी हो, वे प्रदूषण अधिक होने पर बाहर कम निकलें या फिर मास्क का प्रयोग करें.
  • बाहर ही नहीं, घर के भीतर के प्रदूषण को भी कम करें.
  • सिगरेट व स्टोव के धुएं से बचें.
  • कॉस्मेटिक्स, परफ्यूम्स, रूम फ्रेशनर्स, हेयर स्प्रे, पेंट्स आदि की वजह से भी अस्थमा के मरीज़ों को समस्या हो सकती है.

एयर पोल्यूषण से बचने का बेहतरीन उपाय है एयर प्यूरिफायर…

  • यह अस्थमा अटैक्स की संभावना को कम करता है, क्योंकि यह इंडोर यानी घर के भीतर के प्रदूषण को कम करके हवा को शुद्ध करता है.
  • यह घर में कार्बनडाइऑक्साइड के स्तर को कम करके शुद्ध हवा यानी ऑक्सीजन प्रदान करता है, जिससे आप हेल्दी रहते हो, क्योंकि कार्बनडाइऑक्साइड से आपको सिरदर्द, चक्कर, मतली, कमज़ोरी, बेहोशी, ब्लड प्रेशर, लंग्स की बीमारियां, पसीना, सांस लेने में द़िक्क़त व यहां तक की मृत्यु तक हो सकती है. ऐसे में एयर प्यूरिफायर आपकी सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं.
  • एलर्जिक रिएक्शन्स को कम करता है, क्योंकि यह आपके पेट्स के शरीर की दुर्गंध, अन्य धूल व कणों को कम करता है.
  • एयर प्यूरिफायर तंबाकू और सिगरेट की धुएं से बचाव करके आपके फेफड़ों को बीमारी से बचाता है. तंबाकू के धुएं से फेफड़ों की गंभीर बीमारियों के साथ-साथ हृदय रोग भी हो सकते हैं. इसके अलावा कान में इंफेक्शन, अस्थमा, निमोनिया व ब्रॉन्काइटिस जैसे रोग भी सिगरेट व तंबाकू के धुएं से हो सकते हैं. सेकंड हैंड स्मोक भी उतना ही ख़तरनाक होता है, ख़ासतौर से बच्चों के लिए, क्योंकि उनके फेफड़े अभी विकास की प्रक्रिया में होते हैं और उनकी श्‍वास गति व्यस्कों के मुकाबले तेज़ होती है, जिससे वो इसकी चपेट में जल्दी आते हैं. एयर प्यूरिफायर हेपा फिल्टर्स व एक्टिवेटेड कार्बन के द्वारा इस तरह के धुएं के प्रभाव को ख़त्म करता है.
  • ये हवा में मौजूद ज़हरीले व नुक़सान पहुंचानेवाले कणों व तत्वों को भी शुद्ध करता है, जिससे मेसोथेलियोमा, जो कि एक प्रकार का कैंसर है, उसके होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं.
  • यह रेडॉन गैस को ख़त्म करता है, जो कि लंग कैंसर पैदा कर सकती है.
  • यह ल्यूकेमिया व लिम्फोमा जैसी घातक बीमारियों के लिए ज़िम्मेदार कंपाउंड्स को भी ख़त्म करके आपको सुरक्षित रखने में मदद करता है.
  • यह बच्चों और बुज़ुर्गों को सांस की बीमारियों से बचाने में काफ़ी मदद करता है.
  • यह मच्छर व अन्य बीमारी पैदा करनेवाले कीटों से आपका बचाव करता है, जिससे मलेरिया जैसे रोग नहीं हो पाते.
  • यह वायु की शुद्धता बढ़ाकर आपके मस्तिष्क को शांत व हेल्दी रखता है, जिससे तनाव व डिप्रेशन आपको कम घेरते हैं और आपको अच्छी नींद लेने में भी मदद करता है.
  • स़िर्फ घर ही नहीं, यह हेल्थ क्लीनिक्स व अस्पतालों में भी शुद्ध वायु प्रदान करके आपको हेल्दी माहौल देता है.
    कैसे करें सही एयर प्यूरिफायर का सिलेक्शन?
  • आपको बाज़ार में इनके कई प्रकार मिल जाएंगे, जिनमें अलग-अलग क्षमता, शेप, साइज़ व कलर्स होंगे.
  • बेहतर होगा आप अपनी ज़रूरत को समझें व कमरे या घर के आकार को भी ध्यान में रखें. आपके प्यूरिफायर में आपके कमरे को शुद्ध करने की क्षमता होनी चाहिए, वरना पता चला कि वह कमरे के आकार के हिसाब से छोटा या कम क्षमतावाला निकला, तो कोई फ़ायदा नहीं.
  • आप यह भी पता करें कि क्या यह स़िर्फ बदबू को ही हटाता है या फिर कई तरह के बीमारी पैदा करनेवाले तत्वों का भी नाश करता है.
  • नॉइस कंट्रोल का भी ध्यान रखें और साथ ही बजट का भी.
  • सबसे अच्छा प्यूरिफायर वही होगा जिसमें हेपा फिल्टर्स हों, क्योंकि यह प्रदूषण पैदा करनेवाले तत्वों को लगभग शत-प्रतिशत ख़त्म कर सकता है और आपको पूरी तरह से शुद्ध हवा प्रदान करता है.
  • पोर्टेबल व इस्तेमाल में आसान हो यानी यूज़र फ्रेंडली होना ज़रूरी है. बाकी आप ख़ुद रिसर्च करके अच्छी तरह से देखभाल कर ही ख़रीदें, तो बेहतर परिणाम मिलेंगे.
Geeta Sharma

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