कहानी- घोंसला (Story- Ghosla)

“नहीं बीबीजी! ये चिड़िया जानती थी कि एक दिन बच्चे उड़ जाएंगे. देखो उस चिड़िया को न कोई दुख है,…

November 5, 2016

कहानी- देह और आत्मा (Story- Deh aur Aatma)

“उसे शायना की कहानी पता चल गई थी. उसने फिर भी मुझसे कभी स्पष्टीकरण नहीं मांगा. क्या मांगती भला जो…

November 3, 2016

कहानी- उत्सव मनाओ (Short Story- Utsav Manao)

‘छोटी-सी ज़िंदगी है हर बात में ख़ुश रहो’ साधना गुनगुना रही थी. कितनी सहज है वह... अभी इतनी बहस हुई,…

October 29, 2016

कहानी- गुरूदक्षिणा (Story- Gurudakshina)

“प्रकाश, अगर मैं चाहती तो ज़िंदगीभर ख़ामोश रहती, लेकिन इससे प्रो. कुमार का हौसला बढ़ जाता. वे किसी दूसरे शिकार…

October 25, 2016

कहानी- कच्ची मिट्टी (Short Story- Kachhi Mitti)

  “अरे, इसने मेरी सहेली प्रज्ञा को बड़ा परेशान किया था. उसके पापा ने पूरी छानबीन कर इसके बारे में…

October 22, 2016

कहानी- कुछ ख़ास है हम सभी में (Short Story- Kuch Khas Hai Hum Sabhi Mein)

   “चंचल बालक, भविष्य में अधिक नहीं झांकना चाहिए. मनुष्य भाग्यवादी हो जाता है. स्वभाव में अकर्मण्यता आती है. अपने…

October 18, 2016

कहानी- नींव (Short Story- Neev)

“उस जैसी महत्वाकांक्षी लड़कियां ऑफिस के बंद चैंबरों में तो अच्छी लगती हैं, पर घर के आंगन में नहीं. तुम…

October 15, 2016

कहानी- प्रतिरूप तुम्हारा (Story- Pratirup Tumahara)

मां! जीवन के कुछ अनुभव अकथनीय और अवर्णनीय होते हैं. बताते समय शब्द ढूंढ़ने पड़ते हैं. एक स्त्री ही स्त्री…

October 11, 2016

कहानी- आज का एकलव्य (Story- Aaj Ka Eklavya)

            उषा वधवा   “क्या-क्या दिखाई दे रहा है?” हर एक को आसपास बैठे-खड़े लोग,…

October 8, 2016

कहानी- नई कोपलें (Story- Nai Koaplay)

            साधना राकेश “क्योंकि यह आज के बच्चे की मांग है. उसका एक दायरा है. एक…

October 6, 2016
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