तेनालीराम की कहानी: मटके में मुंह (Tenalirama And Pot Mask) यूं तो महाराज कृष्णदेव राय तेनालीरामा को बेहद पसंद करते…
ऐसा होता है न कि अगर किसी ने हमें जीवन में बहुत कष्ट पहुंचाया हो, तो मौक़ा मिलने पर हम…
पहले उसकी पढ़ाई की लगन ने मुझे उसकी ओर खींचा और फिर शायद एक इंफैच्युएशन-सा हो गया. वह उम्र ही…
मुझे पता है तुम किसी अपने को तलाशती रहती हो, जो तुमको समझ सके, तुमको चाहे, सराहे और तुम भी…
क्या रिश्तों का मूल्य पैसों से ख़रीदी जा सकनेवाली वस्तु से भी कम होता है? क्या रिश्तों को भी रिसायकल…
अवतारजी को लगा कि इतने सालों में जीवन की आपाधापी में कुछ छूट गया था, जो आज उन्हें मिल गया…
“वह मेरा बेटा है, ज़ाहिर है मुझ पर गया है.” राम शरारत से मुस्कुराये और चलते बने. राम की यही…
“जानता हूं, मुझे इतना आशावादी नहीं होना चाहिए, लेकिन बेटा, जिन परिस्थितियों से मैं गुज़र रहा हूं, उसमें आशा के…
जब भी मैंने देखा है दिलदार तुम्हारी आंखों में चाहत का इक़रार मिला हर बार तुम्हारी आंखों में रमता…
कौन कहता है अकेले ज़िंदगी नहीं गुज़रती मैंने चांद को तन्हा देखा है सितारों के बीच में कौन…