किसी नवयुवती की तरह मेरी हथेलियां पसीने से भीग उठी थीं. अजीब सी ख़ुशी और उत्साह से मैं उसी समय…
अतीत की ओरकिवाड़मज़बूती से भेड़और विस्मृति की चादर ओढ़मैं तो लगभग सो ही चुकी थीओ भूली हुई यादोंतुमने क्योंफिर आकरमेरा…
"विनय, क्या हुआ है मनीषा को? तुमसे लड़ाई हुई है क्या?.. रस्में तो सब हो गईं, घूमने कब जा रहे…
हर किसी की भागीदारी होती उस उत्सव में, उन लम्हों में… वे लम्हें आगे चलकर खानदानी धरोहर बन जाते. ऐसी…
एक अशिक्षित, मगर समझदार रानी के कथन से मुझे लगा कि जैसे किसी ने मेरे पूरे शरीर को झकझोर कर…
"कैसे हो बॉबी?" फोन विनोद का था. दोनों ओर के हालचाल का आदान-प्रदान होने के बाद विनोद बोला, "रीमा भी…
"पर किसके लिए सोमी? वह जो तुम्हें नहीं मिला, उसके लिए? पर क्या जो तुम्हें मिला, उसका सम्मान किया है…
घर के अंदर आते ही प्राची निया का गुलाबी स्वेटर देखकर आश्चर्य से भर गई, कैसे, कब, कहां से? जैसे…
"… मैं नहीं कहती कि शोभा या रंजिता भाभी घर से बाहर मौज-मस्ती करने जाती हैं, इनके काम की भी…
ये धड़कनें भी अजीब हैंकभी-कभी बेवजह धड़कती हैंसांस लेने के लिएदिल पूछता हैजब तुम नहीं हो तोसांस चलना बस यूं…