हमने पश्चिम के त्योहारों और दिवसों को तो अपना लिया, पर क्या पश्चिमी देशों जैसे आधुनिक हम हो पाए हैं?…
शहर में देवदास फ़िल्म लगी, तो मित्र-मंडली चल पड़ी देखने. फ़िल्म अच्छी थी या बुरी- इस झंझट में कौन पड़े.…
एक जंगल में पहाड़ की चोटी पर एक किला बना था. किले के एक कोने के साथ बाहर की ओर…
मेरा अन्तर्मन चीत्कार कर रहा था. ऐसा लग रहा था कि मैं एक जीवित लाश बन कर रह गयी हूं.…
“एक शरीर में रहते हुए भी नारी मां नहीं होती. मां की दृष्टि में क्षमा होती है. मन में वात्सल्य…
“प्लीज़ अमित, जीवन की सच्चाइयों और संघर्षों को समझो और स्नेहा को भी समझने दो. अपने ही दायरे में कैद…
''याद रखो, प्रकृति हमारी हर समस्या का निदान अपने समय पर और अपने ढंग से करती है, जबकि हमारे भीतर…
“मुझे लगता है शादी एक जुए की तरह है, जिसमें पति-पत्नी ही नहीं, बच्चे भी छले जाते हैं. मैं शादी…
“लगता है पीला रंग आपको बहुत पसंद है.” मेरे इस सवाल को सुनकर उसने राहत भरी मुस्कुराहट के साथ…
एक बार की बात है बनगिरी के घने जंगल में एक उन्मुत्त हाथी ने भारी उत्पात मचा रखा था. वह…