आज उम्र की इस दहलीज़ पर खड़ी हूं
मैं जाऊं उधर, या कि अंदर लौट आऊं?
चलती रही अब तक नियति के संग ही
सोचती हूं अपनी भी राह एक बना जाऊं,
मैं जाऊं उधर, या कि अंदर लौट आऊं?
मैंने किए त्योहार वल्लभ सब अपने अपनों के वास्ते
शगुन का सतिया ख़ुद के लिए बना जाऊं,
मैं जाऊं उधर, या कि अंदर लौट आऊं?
कभी सिर ढका, कभी ओढ़ी सतरंगी चुनर
चलूं बिंदास, जेब एक कुर्ते में सिल्वा लाऊं,
मैं जाऊं उधर, या कि अंदर लौट आऊं?
कमी नहीं कोई है, भरा-पूरा घर का आंगन
खोल खिड़की चांद से बातें हज़ार बना आऊं,
मैं उधर जाऊं, या कि अंदर लौट आऊं?
मेरे सावन सभी गुज़रे घर की चाकरी में ही
लिखूं कविता मनचाही, बारिशों में भीग जाऊं,
आज उम्र की इस दहलीज़ पर खड़ी हूं
मैं उधर जाऊं, या कि अंदर लौट आऊं?..
– नमिता गुप्ता ‘मनसी’
यह भी पढ़े: Shayeri
Photo Courtesy: Freepik
चित्रपटांमध्ये जे थरारक आणि धडकी भरवणारे स्टंट्स आपण पाहतो. ते बहुतांश वेळा मुख्य कलाकार स्वत:…
'तुझ्यात जीव रंगला', ‘देवमाणूस’, ‘रानबाजार’, अल्याड पल्याड, लंडन मिसळ या कलाकृतींमुळे अभिनेत्री माधुरी पवार घराघरांत…
टेलिविजन की गोपी बहू (Gopi Bahu) देवोलीना भट्टाचार्जी (Devoleena Bhattacharjee) हाल ही में मां बनी…
He is good-looking and you are not. He fell in love with you and swept…
- ‘सिकंदर’ में मेरे साथ रश्मिका मंदाना हीरोइन है, तो हमारी उम्र के फासले को…
टेलिव्हिजनची लोकप्रिय मालिका क्योंकी सास भी कभी बहू थी आता पुन्हा एकदा प्रेक्षकांचे मनोरंजन करण्यासाठी…