अचानक मेरी नज़र पास रखी आम की बर्फी पर पड़ी. दी गई चार में से मात्र एक शेष थी. वहां…
दरवाज़ा खुल चुका था. सुमित्रा अपराधिनी की भांति सिर झुकाए खड़ी थी, लेकिन मेरी नज़रें तो उसके पीछे छुपने का…
"असल मेहनत तो तूने ही की है. ले खा." मन में एक डर भी रहता था कि इसे न दो,…
"मैं लौटने नहीं, रहने आई हूं. सर्वेंट क्वार्टर साफ़ कर वहां रह लूंगी. सब काम कर दूंगी. आप चाहें, तो…
"भगवान का लाख-लाख शुक्र है, जो बच्चों को समय रहते हमारे पास सकुशल पहुंचा दिया." मैं राजन से कहती.…
माला ने एक प्रेम से भीगा निवाला मेरी ओर बढ़ा दिया था.. छोले-भटूरे, अचार का स्वाद मेरी जिह्वा को नहीं,…
मैंने हंसते हुए कहा, "इतना सा बच्चा और क्या-क्या कह रही हो उसे." माला के चेहरे पर एक शिकायत आकर…
गाड़ी और ड्राइवर मुझे ढोकर ले जाएंगे क्लीनिक तक.. कभी-कभी मन ढोने के लिए भी तो कोई चाहिए होता है!…
मैं बाकी बातों को भूलकर उनके 'अब' पर अटककर रह जाती.. अब का क्या मतलब? यही न कि मायके…
आज सुबह से ये शांति मुझे बेचैन कर रही थी. सब कुछ करके देख लिया; तेज़ म्यूज़िक सुना, ध्यान, योगा…
"इस उम्र में एक और बच्चे की मां बनकर बहुत अच्छा लग रहा है. वह भी एक पले-पलाए, समझदार, होनहार…
"तुम्हें भी कहां ज़रूरत थी ख़ुद ड्राइव करके आने की? वैक्सीनेशन के बाद एक-दो दिन तबीयत नासाज रहती ही है.…