मां ने राघव को फोन पर ही श्यामली के नाकामयाब विवाह एवं लौट आने की सूचना दी थी. ‘क्या वह…
विवाह से दो दिन पूर्व श्यामली किसी काम से विधि के पास आई थी, तो राघव का उससे सामना…
कौन-सा नीड़ उसका अपना था कौन जाने? बचपन के वह खेल-कूद, लड़ाई-झगड़े महज़ यादें बन जाएंगी. गुड़िया और खिलौने आलमारी…
(‘चिड़ियां दा चंबा’ मतलब चिड़ियों का झुंड) श्यामली को राघव बचपन से ही जानता था. जब से उसे समझ…
“एक बार, सिर्फ़ एक बार आज़माकर देखो प्रज्ञा, बहुत कुछ सोचा-समझा इन दो सालों में.. .परंपरागत पुरुष के खोल से…
“बस केशव... मैं जानती हूं तुम बहुत ही सरल व समय के साथ बहनेवाले इंसान हो, लेकिन कुछ बातें ऐसी…
क्या अक्षत जैसे पुरुष पर उसे अपना स्वत्व, नारीत्व निछावर करना चाहिए? यह सवाल न चाहते हुए भी उसे भेद…
“अक्षत अगर हम दोनों को ना भी मिला... और तुम्हें भी मिल गया, तो मैं बिना जॉब के ही तुम्हारे…
लेकिन आज केशव की दी हुई ख़बर ने ऊपर से जमी बर्फ़ के नीचे शांत बह रही नदी में खलबली-सी…
अपने प्यार के जुनून में उसने ख़ुद को ही नहीं सरला को भी अकेला कर रखा था. आख़िर कब…
बढ़ती उम्र के साथ, बढ़ता वज़न, उसके शरीर को बेडौल बना दिया था. नवीन पर नज़र पड़ते ही वह बड़े…
वह नलिनी के प्यार में दीवानों की तरह दाढ़ी बढ़ाए यहां-वहां घूमता फिर रहा था. शायद नलिनी अपना फ़ैसला…