अपने देश में हमें इस बात को अपना सौभाग्य समझना चाहिए कि बड़ी कंपनियों ने हमें इस लायक़ समझा कि…
बॉस थक जाते हैं, कहते है, “यार ये कुछ समझाता क्यों नहीं."और मुझे लगता है, बॉस कुछ समझते क्यों नहीं?यह…
“अंकल, अपना बैग हटा लीजिए, मुझे बैठना है.”जनाब अंकल शब्द के महात्म से परिचित नहीं थे, अतः अपने से बड़ी…
न जाने क्यों, मुझे तो पूरा यक़ीन है कि लगातार काली उड़द के दान के चलते ही मेरा जीवन बचा है, नहीं…
सूजी और पथराई आंखें, उपले सा चेहरा, एक्स्प्रेशन का अभाव… ये पहचान है अवसादग्रस्त इंसान की. उसे दूसरे लोगों का…
पिछले तीन साल भुगत चुका हूं. अब मैं किसी को नए साल के लिए हैप्पी न्यू ईयर का अभिशाप नहीं…
सब पत्र-पत्रिकाओं को देख छांटना कोई छोटी-मोटी बात नहीं, सो सुविधा से काम करने का सोच ही रहा था कि…
ओरिजनल सावन लापता है. पहले बसंत लापता हुआ, अब सावन. क्या पता दस साल बाद हमें पता चले कि अमेरिका…