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ग़ज़ल- तुम्हारे प्यार के होने की कहानी… (Poem- Tumhare Pyar Ke Hone Ki Kahani…)

ये धड़कनें भी अजीब हैंकभी-कभी बेवजह धड़कती हैंसांस लेने के लिएदिल पूछता हैजब तुम नहीं हो तोसांस चलना बस यूं…

November 19, 2024

काव्य- कल रात भर… (Poetry- Kal Raat Bhar…)

पिघलता रहाकतरा-कतरा आसमानअधजगी आंखों मेंकल रात भर… नींद नहीं आईबदलता रहा करवटेंबिस्तर किसी की याद मेंकल रात भर… स्याह बादलों…

September 14, 2024

गीत- शुभ जन्माष्टमी (Geet- Shubh Janmashtami)

मुरली मोहन मदन मुरारी, सबके दिल में बसते हो।हे बंशीधर सर्व जगत के, कण-कण में तुम मिलते हो। नटवर नागर…

August 26, 2024

काव्य- क्या मैं दंडमुक्त नहीं हुई अभी?.. (Poem- Kya Main Dandmukt Nahi Huyi Abhi?..)

संस्कृति के धुंधलके में कहींसमाज नेमेरे माथे पर चस्पां कर दिएचंद लेबलममतामयी, त्यागमयी,कोमलांगी.. और चाहा उसनेजिऊं मैं वैसे हीभूल जाऊं…

July 16, 2024

कविता- मेरे राम…(Poetry- Mere Ram…)

संवरे सारे बिगड़े काम विपदा का हो काम तमाम संशय हटे तब मन का सारा प्रभु राम का लें जब…

January 21, 2024

कविता- चलो, सीख लें अब ज़रा इत्मीनान होना…‌ (Poetry- Chalo, Seekh len Ab Zara Itminaan Hona…)

फकत उलझे रहे ताउम्र हम उलझनों में हीइतना भी मुश्किल नहीं था आसान होना रहा अनदेखियों में अब तक अपना…

December 11, 2023

कविता- आत्म दीपो भव: (Poetry- Aatam Deepo Bhava)

जलेंगे कौन से चिराग़ और कौन से दीये झिलमिलाएंगे इस बढ़ते हुए बाज़ारवाद में जहां, हर चीज़ का मोल है…

November 12, 2023

काव्य- वसुधैव कुटुंबकम… (Poetry- Vasudhaiva Kutumbakam)

वैश्विक धरातल परभारत की उपस्थितिवसुधैव कुटुंबकम की स्वीकृतिधरा के संरक्षण की संस्तुतिसांस्कृतिक विरासत कीअद्भुत सुवासयह G20 समेटे हुए हैगौरव की…

September 11, 2023

ग़ज़ल- प्यासे दिल की धरती पर… (Poetry- Pyase Dil Ki Dharti Par…)

ख़्वाबों में आ कर क्या होगाइक रोज़ हक़ीक़त बन जाओ यूं दिल में रह कर क्या होगाइक रोज़ सामने आ…

August 11, 2023

गीत- सावन… (Poem- Sawan…)

लो आया मौसम सावन कायादों के महकते मधुवन साबाबुल के बोलते आंगन साकुछ सखियों सा कुछ साजन सा वो गुड़िया,…

July 24, 2023

ग़ज़ल- अधूरी बात… (Poetry- Adhuri Baat)

काश तुम समझ पातेमेरे मन की ख़ामोशी कोजो लफ़्ज़ों में कही ना गईमन में ही दबी रह गईदिल के किसी…

July 21, 2023

ग़ज़ल- इश्क़ का चैप्टर और तुम… (Poetry- Ishq Ka Chapter Aur Tum…)

कभी कभीमुझे लगता हैमुझे इश्क़ का चैप्टर क्लोज़ कर देना चाहिएकि तभी तुम आ जाती होमुस्कुराते हुएमेरे सीने पर हाथ…

July 3, 2023
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