Kavitayen

काव्य: तुम्हारे शहर की अजब कहानी… (Poetry: Tumhare Shahar Ki Ajab Kahani…)

तुम्हारे शहर की अजब कहानी है… काग़ज़ों की कश्ती है, बारिशों का पानी है… मिलते तो हैं लोग मुस्कुराकर यहां,…

May 4, 2022

कविताएं- कोरोना काल.. यह भी ज़रूरी था…(Poetries- Corona Kaal.. Yah Bhi Zaroori Tha…)

इतनी क्यूं है हलचल मन घबराए हर पल बस जहां देखो वहीं है इस मुए कोरोना वायरस की दहशत वायरस…

May 14, 2021

दीपावली पर विशेष- कविताएं: दिवाली की झालरें… (Kavitayen- Diwali Ki Jhalaren… Main Roshani Sa…)

दिवाली की झालरें… ..टिम-टिम करती रंग-बिरंगी झिलमिलाती हुईं झालरें बतियाती रही रातभर दो सहेलियों की तरह कभी हंसतीं-खिलखिलाती.. कभी चुप-चुप…

November 13, 2020

हास्य कविताएं- करोना कहर (Hasay Kavitayen- Corona Qahar…)

झूठ-मूठ खांसा क्या बहू ने बन गए झटपट काम पलंग छोड़ सासू भागी, उनका जीना हुआ हराम जीना हुआ हराम…

September 8, 2020
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