तुम्हारे शहर की अजब कहानी है… काग़ज़ों की कश्ती है, बारिशों का पानी है…
मिलते तो हैं लोग मुस्कुराकर यहां, पर ये भी दिखावे की ही एक निशानी है…
चाशनी में लिपटे रिश्ते हैं, पर इनको अपना समझ बैठना महज़ एक नादानी है…
चेहरे पे चेहरा है, राज़ ये गहरा है… अपनों को ही ठगने की यहां रीत पुरानी है…
किसे अपना कहें, किसे पराया… यही तो सबसे बड़ी परेशानी है…
ज़ुबां है जुदा, आंखें हैं ख़फ़ा… ख़ाक हो गए ख़्वाब, सुनो ये दास्तान मेरी ही ज़ुबानी है…
बेलौस मुहब्बत हुआ करती थी कभी यहां भी… लेकिन अब खो सी गई उसकी जवानी है…
भीतर से बदरंग है सबकी काया… झूठा है बाहरी दिखावा, पर ये कहते हैं हमारा चेहरा नूरानी है…
कहने को रौनक़ें हैं, रातें भी गुलाबी हैं… पर वो इक शाम कहीं नज़र नहीं आती, जो तुम संग मुझे बितानी है…
‘अग, ऐकलंस का?’ असं म्हणून एखादी मैत्रीण आपल्या मैत्रिणीला आपली नणंद-भावजय, सासू-सासरे किंवा शेजारणीचं एखादं…
रणदीप हुड्डा गेल्या अनेक दिवसांपासून त्याच्या लग्नामुळे चर्चेत होता. अखेर रणदीपने 29 नोव्हेंबर रोजी त्याची…
1 दिसम्बर को प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस अपनी शादी की पांचवीं सालगिरह मना रहे…
काही सहजसाध्य दक्षता घेतल्यास आणि साधे-सोपे उपाय केल्यास हिवाळ्याच्या रूक्ष हवेतही तुमचे केस आनंदाने नाचू…
रेटिंग: 3 *** मेघना गुलज़ार की निर्देशन में बनी फिल्म सैम बहादुर ने हर किसी…
रणदीप हुड्डा (Randeep Hooda) पिछले कई दिनों से अपनी शादी (Randeep Hooda wedding) को लेकर…