करवट लेती है रातधीरे से झरती है ओसउतार देती है काला आँचल पूरबहोता है अनावरण भोर का… मीठी सी धुन…
मैं पेड़ से टिककर अधलेटा था, तभी पलाश का एक फूल अपनी शाख से टूटकर मेरे पैरों पर आ गिरा.…
“... चलो, मुझे इतनी तसल्ली तो मिली कि इस बुढ़ापे में मेरे बेटे नहीं तो बेटी मुझे अपने साथ रखने…
“तूने भी अपना आदर्श चुना तो किसे… सांप जैसे तुच्छ प्राणी को? जो सीख लेनी ही है तो प्रकृति को…
"मुझे फोन नहीं किया… मैसेज ही दे देते.”“तुमने सरप्राइज़ दिया, तो सोचा, मैं भी दे दूं.” उसकी बात सुनकर केतकी…
ननद जा चुकी थी. घर का वातावरण पूर्ववत् हो गया. किंतु अब मुझे किसी से शिकायत न थी. यह बेगानापन…
"... उम्र के साथ स्वयं में आए परिवर्तनों को ख़ुशी से स्वीकारना चाहिए. इस प्रौढ़ावस्था का भी अपना एक महत्व…
मैं नहीं जानती कि प्रेम की वास्तविक परिभाषा क्या है। क्या यही प्रेम है? किसी शख़्स के जाने के बाद…
मैंने कमरे में प्रवेश किया तो देखा उसके चेहरे पर वह सुखद आश्चर्य था. आंखों में पानी था, पर मेरे…
संगीता माथुर ऐसा नहीं है कि आज अचानक ही ने आपके प्यार को समझा है. प्यार की भाषा तो…