जब वंचना मुखर हो, युग धर्म निभाएं कैसे
लगता नही है मुमकिन, सुख चैन पाएं कैसे
जब हर पलक पे आंसू, इस जगत में भरे हों
तब लेखनी को सौंदर्य, लिखना सिखाएं कैसे…
पतझड़ को हराने को, ताक़त की न दरकार है
वो तो मां प्रकृति का, पौधों को मिला उपहार है
नई कोंपलों को जब मिलती, कुदरत की मंज़ूरी है
उनके लिए जगह बनानी, भी तो एक मजबूरी है
बस थोड़ा सा इंतज़ार, मुस्कुरा कर करना होगा
करवट बदलेगी धरती, फिर फूलों का झरना होगा
ठुकरा-ठुकराकर ख़्वाहिशें, ठोकर खाना सिखा गए
शुक्रिया अस्वीकार तुम, क्या ख़ूब दोस्ती निभा गए
मन को भरकर अंधेरों से, रोशनी की चाह जगा गईं
शुक्रिया असफलताओं, तुम गुरु का फर्ज़ निभा गईं
चोट लगाकर इस दिल में, इसको मज़बूत बना गईं
शुक्रिया ऐ बाधाओं तुम, संघर्ष से पहचान करा गईं…
यह भी पढ़े: Shayeri
Photo Courtesy: Freepik
गोविन्दा की भांजी और कृष्णा अभिषेक की बहन बनने जा रही हैं दुल्हन. 25 अप्रैल…
सध्या बॉलिवूड अभिनेता रणबीर कपूर त्याच्या आगामी रामायण चित्रपटामुळे बऱ्यापैकी चर्चेत आहे. आपल्या अभिनयाने तो…
आई कुठे काय करते मालिकेतील मिलिंद गवळी यांनी काही दिवसांपूर्वी शेअर केलेल्या पोस्टमधून त्यांच्या मालिकेची…
अजय देवगण आणि काजोलची मुलगी नीसा देवगणचा उद्या २१ वा वाढदिवस आहे. पण नीसाची आई…
शादी के 6 साल बाद पति जोरावर से तलाक लेने का फैसला लेकर कुशा कपिला…
जिओ स्टुडिओज आणि सुबोध भावे यांचा बहुप्रतिक्षित संगीतमय चित्रपट "संगीत मानापमान"चे पहिले पोस्टर अलिकडेच प्रदर्शित…