ब्याह पूर्व नौकरी का आनंद लिया. ब्याह उपरान्त परिवार का. बच्चों के साथ बचपन जिया, तो रिश्तों के साथ तीज-त्योहार.…
मैं समझ रही थी अम्मा के उतावलेपन का कारण. मैं 33 पार करने लगी थी, तेरे राजेश भइया 38 पहुंच…
अम्मा-बाबूजी की लोहे की आलमारी खोलकर उनके तहे कपड़े देखकर वह उंगलियों को कपड़ों में फिराने लगी. बाबूजी के बंद…
"आप मेरे पति नहीं होते, तो मेरा भी एक प्यारा-सा परिवार होता. हम कभी साथ फिल्म देखने जाते, कभी सब्ज़ी…
चाय में घुली चीनी सी मीठी बातें बिस्कुट सी कुरकुरी आ जाती हैं होंठों पर तैरती रहती हैं कमरे में…
सानिया ने अपनी बेटी को डांटते हुए कहा, "आलिया, तुम्हें कितनी बार कहा है तुम्हारे खिलौने कितने महंगे होते हैं…
न जाने क्यों उसके हाथ बालों को संवारने लगे. बैग में से शीशा निकालकर उसने ख़ुद को निहारा. पैंतीस की…
“उसे तुम्हारे स्नेह की कोई कद्र नहीं है. पता नहीं क्यों तुमसे इतनी खिंची-खिंची रहती है. सबके साथ हंसती-बोलती, तो…
लेकिन आज इतने बरसों बाद मुझे यह संबंधों का विश्लेषण करने की क्या सूझी? कहीं मांजी की तरह आज मैं…
"… उनकी ओर बढ़ा तुम्हारा एक मुस्कुराता कदम उन्हें ख़ुशी देगा. अभी तुम्हीं तो ख़ुशी देने की महिमा का बखान…