“यह सब पता होता तो कभी शादी ही नहीं करता. आख़िर क्यों करनी है शादी?” श्रीयंत झुंझलाकर कुछ ऊंची आवाज़…
उसने घड़ी की तरफ़ देखा. रात के दो बज रहे थे. कोई बात नहीं अगर गौतम उसे प्यार करता है,…
“तुम कहती थी मां कि बेटियां आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो जाएंगी, तो उन्हें पराश्रित का जीवन नहीं जीना पड़ेगा.…
मैं समझ ना सकी कि मैंने तुमसे ही थोड़ी धूप चुराकर जीना सीखा. अब मैं हालात का सामना कर सकती…
सच कहा गया है कि प्रेम की असली त्रासदी यह नहीं कि प्रेमीजन बिछड़ जाते हैं, अपितु असली त्रासदी यह…
अविका माता-पिता के बहुत समझाने पर मान तो गई शादी के लिए, लेकिन उसका मन भीतर से एकदम बुझ गया.…
“दो दिन के अंदर तुझे प्यार भी हो गया? और ऐसे प्यार को निभाएगी कितने दिन? अभी तेरी उम्र ही…
अकेले पुरुष के कम से कम पुरुष मित्र तो बन जाते हैं, पर अकेली औरत पुरुष मित्र तो क्या स्त्री…
तुमने मुझे लिखामैंने तुमकोआपस में कविताएं बदलकर भीहम स्वयं को पढ़ सकते हैं अधूरे तुम भी रहेपूरा मैं भी कहां…
“ऐ सफ़ेद सूट..!” मैं ठिठक गई. समीर मेरी ओर ही आ रहे थे. मैं डर गई कि पता नहीं क्या…