Geet / Gazal

ग़ज़ल- मौन की भाषा… (Gazal- Moun Ki Bhasha…)

मैं आज भी  वही तो कह रहा हूं जो सालों से कह रहा था तुम भी तो सुन रहे हो सालों…

June 27, 2021

ग़ज़ल- धड़कन… (Gazal- Dhadkan…)

एक दिन मैं अपनी ही धड़कनों से नाराज़ हो गया इतनी सी शिकायत लेकर कि जब तुम उसके सीने में…

June 15, 2021

कविता- सिर्फ़ लिखी थी एक कविता, खाली लिफ़ाफ़ों से क्या कहूं… (Poetry- Sirf Likhi Thi Ek Kavita, Khali Lifafon Se Kya Kahoon…)

सुबहों को व्यस्त ही रखा, दुपहरियां थकी-थकी सी रही कुछ जो न कह सकी, इन उदास शामों से क्या कहूं..…

June 9, 2021

नज़्म- मुहब्बत (Nazam- Mohabbat…)

मुहब्बत इस जहां के जर्रे जर्रे में समाई है मुहब्बत संत सूफी पीर पैगम्बर से आई है कोई ताकत मिटा…

May 30, 2021

कविता- तुम साथ हो… (Poem- Tum Sath Ho…)

मैं तन्हाई में कहां जी रहा हूं तुम एहसास की तरह मेरे साथ हो ठीक वैसे ही जैसे हमारी दुनिया…

May 28, 2021

काव्य- … जबकि तुमने बचाए रखा मनुष्यता को! (Kavay- … Jabki Tumne Bachaye Rakha Manushyta Ko!)

सुनों कविताओं.. (मन का विश्वास) जबकि हिम्मत बंधाने की बजाय दहशतों के कारनामे गिना रहे थे लोग तुमने प्रेम से…

May 24, 2021

कविता- लव यू ज़िंदगी… (Poetry- Love You Zindagi…)

न जाने क्यों, सुबह से ज़िंदगी ढूढ़ रहा हूं बस उसे धन्यवाद देना था ख़ुद से ही अपने लिए माफ़ी…

May 21, 2021

कविताएं- कोरोना काल.. यह भी ज़रूरी था…(Poetries- Corona Kaal.. Yah Bhi Zaroori Tha…)

इतनी क्यूं है हलचल मन घबराए हर पल बस जहां देखो वहीं है इस मुए कोरोना वायरस की दहशत वायरस…

May 14, 2021

कविता- मैं फिर लौट आऊंगी… (Poem- Main Phir Laut Aaungi…)

मैं फिर लौट आऊंगी धूप के उजास सी कि करूंगी ढेरों मन भर बातें उस जाती हुई ओस से भी…

May 8, 2021

कविता- सुनो दोस्तों!.. (Poetry- Suno Dosto!..)

सुनो दोस्तों, तुम घबराना मत.. जल्दी ही हम फिर मिलेंगे जो साथी छूट गए उनकी बातें याद करेंगे कभी हंस…

May 6, 2021
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