पंचतंत्र की कहानी- अक़्लमंद हंस (Panchtantra Story- Clever Swan)

एक बहुत विशाल पेड़ था. उस पर वहुत सारे हंस रहते थे. उनमें एक बहुत स्याना हंस था, बुद्धिमान और…

December 10, 2016

कहानी- पतंग (Short Story- Patang)

‘कितनी स्वार्थी सोच है! पहले लोग भावुक थे, रिश्ते निभाते थे, फिर प्रैक्टिकल हुए, रिश्तों से फ़ायदा उठाने लगे. अब…

December 10, 2016

हिंदी कहानी- स्वीकृति (Short Story- Swikriti)

  “सुन, लड़का जब किचन में घुसने लगे, वहां के कामकाज में दिलचस्पी लेने लगे, तो समझ लेना उसका कोई…

December 6, 2016

कहानी- पुराना चश्मा (Story- Purana Chashma)

“परिवार के लिए बहुत समझदारी, सामंजस्य, सहिष्णुता, समर्पण और आपसी तालमेल की ज़रूरत होती है. छोटी-छोटी बातों पर तक़रार करना,…

December 3, 2016

कहानी- देवदूत (Story- Devdoot)

“मैं सेवानिवृत्त शिक्षक हूं. शिक्षा देने की आदत अब भी नहीं छूटी है. बुरा न मानें, एक बात कहना चाहता…

December 1, 2016

कहानी- प्यार को हो जाने दो (Story- Pyar Ko Ho Jane Do)

ऐसा नहीं था कि इससे पहले उसकी ज़िंदगी में पुरुष नहीं आए थे, पर वे दोस्त ही रहे. उनके प्रति…

November 29, 2016

मेरी सहेली वीकेंड स्पेशल स्टोरीज़- कांवड़िया, दो कप चाय, एमिली (Meri Saheli Weekend Special Stories- Kanvadiya, Do Cup Chai, Emily)

1. कांवड़िया (Kanvadiya), 2. दो कप चाय (Do cup chai), 3. एमिली (Emily) कांवड़िया माया के कंधों का भार हल्का…

November 27, 2016

हिंदी कहानी- एमिली (Story- Emily)

हम समझते हैं, अपने रिश्तों के प्रति जो आस्था और उन्हें निभाने की परंपरा भारतीय संस्कृति में है, वह अन्यत्र…

November 26, 2016

कहानी- दो कप चाय (Story- Do Cup Chai)

मैं सोच रही थी, हम स्त्रियां ही स्त्रियों की बात क्यों नहीं समझ पातीं? क्यों एक-दूसरे के प्रति इतनी असंवेदनशील…

November 24, 2016

कहानी- कांवड़िया (Short Story- Kanvadiya)

माया के कंधों का भार हल्का हो गया था, पर उसे लगा कि वसीम उसके कंधों पर आ बैठा है.…

November 22, 2016
© Merisaheli