Shayeri

कविता- शक्ति स्त्री की (Poetry- Shakti Stri Ki)

स्त्री शक्ति का अवतार है वो प्रेम, ममता, वात्सलय और स्नेह से मालामाल है जगत को जीवन देने वाली वो…

January 19, 2023

ग़ज़ल- जीने का हुनर सीखना है… (Gazal- Jeene Ka Hunar Sikhna Hai…)

दिल की तन्हाई में एक दीप जलाने का हुनर सीखना है मुझे ऐ ज़िंदगी तुझसे जीने का हुनर सीखना है…

January 7, 2023

काव्य- हैप्पी ईयर एडिंग… (Poetry- Happy Year Ending…)

कितना अजीब है ना दिसंबर और जनवरी का रिश्ता जैसे पुरानी यादों और नए वादों का क़िस्सा… दोनों काफ़ी नाज़ुक…

December 31, 2022

गीत- दोस्ती (Poetry- Dosti)

तुम मिल जाओगी किसी गली में तो कमाल हो जाएगा मगर पता है कि आज भी इस बात पर बवाल…

December 10, 2022

काव्य- नारी (Kavay- Naari)

हे नारी! तू अबला नारी है क्यों हर युग में रही बेचारी है क्यों कभी रावण द्वारा चुराई गई फिर…

November 24, 2022

ग़ज़ल- ज़िंदगी की उलझनें… (Gazal- Zindagi Ki Uljhane…)

उलझा हूं ज़िंदगी की उलझनों में ऐसेउनको याद करने की फ़ुर्सत नहीं मिलती जो इश्क़ में करते थे जीने मरने…

November 18, 2022

काव्य- कार्तिक पूर्णिमा (Kavya- Kartik Purnima)

आई कार्तिक की पूर्णिमा लेकर ख़ुशियां हज़ार प्रतिवर्ष में एक दिन आता है ये पावन त्योहार आज दिन है गंगा…

November 6, 2022

कविता- शुभ दीपावली (Poetry- Shubh Deepawali)

जगमग जगमग दीप जलाओ शुभ दीपावली आई है सब मिलजुल ख़ुशी मनाओ संग कितनी ख़ुशियां लाई है पाँच दिनों का…

October 24, 2022

ग़ज़ल- तुम मेरी रगों में नशा बन के बह रहे हो… (Gazal- Tum Meri Rago Mein Nasha Ban Ke Bah Rahe Ho…)

तुम मेरी रगों में फिर नशा बन के बह रहे हो क्या मेरी तमन्नाएं जी उठी हैं तुम्हारे दिल में…

October 19, 2022
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