पुरुष खोदता है कुआं
स्त्री खिंचती है पानी
पुरुष डालता है बीज
स्त्री सिंचती है पौधा
पुरुष उगता है सूरज
स्त्री बटोरती है ऊर्जा
पुरुष लाता है अनाज
स्त्री पकाती है रोटी
पुरुष निभाता है कर्तव्य
स्त्री उठाती है ज़िम्मेदारी
पुरुष निगलता है ज़ख्म
स्त्री गुटकती है पीड़ा
पुरुष देता है कंधा
स्त्री फैलाती है आँचल
पुरुष लेता है चिंता
स्त्री ढोती है परेशानी
पुरुष रख लेता है दिल में
स्त्री ढुलका देती है गालों पर
दोनों की ज़िंदगी समकोण सी होती है
जो एक निश्चित बिंदु पर पाते हैं सुख
और तय करते हैं बराबर का संघर्ष
बराबर का दुख
दो सम रेखाओं की तरह
दोनों में प्रेम है,भाव हैं,
गुण हैं, दोष हैं,
एक-दूजे से कम न ज़्यादा
स्त्री और पुरुष हैं..
– पूर्ति वैभव खरे
यह भी पढ़े: Shayeri
अपने देश में हमें इस बात को अपना सौभाग्य समझना चाहिए कि बड़ी कंपनियों ने…
बॉलीवूड अभिनेत्री तापसी पन्नू आणि अभिनेता विक्रांत मेसी यांच्या ‘हसीन दिलरुबा’ या चित्रपटाने प्रेक्षकांना अक्षरशः…
टीवी की सीता देबिना बनर्जी (Debina Bonnerjee) ने एक्टिंग से ब्रेक ले रखा है और…
मेगास्टार अमिताभ बच्चन यांचे लाडका लेक अभिषेक बच्चन गेल्या २४ वर्षांपासून बॉलिवूड इंडस्ट्रीत सक्रिय आहे.…
एक व्हिडिओ सोशल मीडियावर व्हायरल होत आहे. ज्यात तिचा वेगळा स्वभावही पाहायला मिळतो. व्हिडिओमध्ये ती…
किरण मानेंनी अमृता सुभाषसोबतचा एक आठवणीचा किस्सा शेअर केला होता. त्यात त्यांनी लिहिले की, आठ…