गर्मियों के मौसम में सूरज के बढ़ते तापमान से त्वचा में जलन और झुलसाना शुरू हो जाता है. अत्यधिक गर्मी…
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ख़ूबसूरत तो हम सभी दिखना चाहते हैं, ऐसे में अगर कुछ छोटी-छोटी बातों का ख़्याल रखा जाए, तो ख़ूबसूरत बने…
सरसों के तेल में काफ़ी गुण हैं और सर्दियों में तो यह वरदान है, ना सिर्फ़ हेल्थ बल्कि इसके ब्यूटी बेनीफिट्स भी हैं. हेल्थ बेनीफिट्स इसमें एंटीबैक्टीरीयल, एंटीफ़ंगल और एंटीकर्सिनोजेनिक प्रॉपर्टीज़ हैं जो कैन्सर जैसे गंभीर रोग से बचाव करती हैं. यह पेट व मलाशय के कैन्सर से बचाता है. कई तरह के इन्फ़ेक्शंस से भी बचाने में यह कारगर है. खाना बनाने मेंइसका प्रयोग बेहद फ़ायदेमंद है.इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए ये सर्दी-ज़ुकाम से भी बचाव करता है. सरसों के तेलवाली स्टीम लेने से सीने औरनाक में जमा कफ निकल जाता है. यह साइनस से भी बचाव करता है. सरसों के तेल में लहसुन की कुछ कलियां और एक चम्मच अजवायन मिलाकरगर्म करें और इससे तलवों और सीने की मालिश करें. सर्दी से बचे रहेंगे.यह शरीर में गर्माहट पैदा करता है. सरसों के तेल की मालिश करने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और रक्त संचारभी बेहतर होता है. इस तेल की मालिश करने के बाद स्नान करने से शरीर स्वस्थ रहता है. नहाने के बाद भी इसे लगा सकते हैं. नाक, कान और नाभि में इसे लगाएं. यह दांतों को मज़बूत और स्वस्थ बनाता है. दांतों में तकलीफ हो तो सरसों के तेल में नमक मिलाकर दांतों औरमसूड़ों की मालिश करें. सरसों के तेल की मालिश से जोड़ों का दर्द और गठिया रोग भी ठीक हो जाता है.सरसों के तेल का प्रयोग हार्ट के लिए भी हेल्दी माना जाता है. इसे यूज़ करने से कोरोनरी हार्ट डिसीज़ का खतरा भीकम होता है. इसमें सैचुरेटेड फ़ैटी ऐसिड्स कम होता है और एसेंशियल फ़ैटी ऐसिड्स इसमें काफ़ी मात्रा में होते हैंजिससे ये खाने में प्रयोग का हेल्दी ऑप्शन है. यह हार्ट फेल और ऐंजाइना के ख़तरे को कम करता है और जिन्हेंहृदय रोग है उनके लिए यह बेहतरीन ऑप्शन है.जिन्हें सांस संबंधी समस्या हो या अस्थमा की शिकायत हो तो उनके लिए भी सरसों का तेल वरदान साबित हुआ है. सरसों में मैग्नीशियम पाया जाता है और सरसों के तेल में पाया जानेवाला सेलेनियम अस्थमा के प्रभाव को कमकरने में कारगर साबित होता है.यह मेटाबॉलिज़्म को बेहतर करता है, सर्कुलेशन और ब्रेन फ़ंक्शन को भी इम्प्रूव करता है क्योंकि इसमें स्टिम्युलंटप्रॉपर्टी होती है. ये पाचन तंत्र को बेहतर करके भूख लगने में मदद करता है. अगर भूख न लगे, तो खाना बनाने में सरसों के तेल काउपयोग करें.ये वज़न को घटाने में भी सहायक है. इसमें मौजूद विटामिन्स मेटाबाल्जिम को बढ़ाते हैं जिससे वजन घटाने में मददमिलती है.ये इन्सेक्ट बाइट और रैशेज़ के प्रभाव को कम करता है. अगर किसे कीड़े या मच्छर ने काट लिया है तो वहां इसेअप्लाई करें. इसी तरह रैशेज होने पर भी यहां तक कि छोटे बच्चों को नैपी रैश होने पर भी इसे यूज़ किया जाता है. ब्यूटी बेनीफिट्स यह बेहतरीन मॉइश्चराइज़र है, ठंड में ड्राई स्किन को हेल्दी ग्लो देना हो तो गुनगुने सरसों के तेल की मालिश करें.इसे बेसन और हल्दी में मिलाकर उबटन तैयार करें, त्वचा निखर जाएगी.एंटीफ़ंगल प्रॉपर्टीज़ के कारण ये फ़ंगल इंफ़ेक्शन से बचाता है. विटामिन ई का ये बेहतरीन स्रोत है, ये रिंकल्स और फ़ाइन लाइंस को कम करता है.ये बालों के लिए भी बेहद लाभकारी है. हेयर फ़ॉल को रोकता है, स्काल्प में ब्लड सर्क्युलेशन बेहतर करके बालों कीग्रोथ भी बेहतर करता है.यह सनटैन को दूर करने में भी मदद करता है.यह फटे होंठों को नर्म मुलायम बनाता है.इसमें विटामिन बी कॉमप्लेक्स भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो स्किन हेल्थ के लिए फायदेमंद है. इसे अप्लाई करनेसे स्किन टोन बेहतर होती है, दाग और झाइयों से भी छुटकारा मिलता है.इसमें एंटी एजिंग तत्व होते हैं जो आपको देते हैं यंगर स्किन.ये है नेचुरल सनस्क्रीन, जो अल्ट्रा वायलेट किरणों से बचाव करता है. घर से बाहर जाने से पहले हल्का सा ऑइलस्किन पर अप्लाई करें और सूरज की हानिकारक किरणों से बचें.यह बालों को असमय सफ़ेद होने से रोकता है. दही में सरसों का तेल मिलाकर बालों में लगाने से कई तरह की बालोंकी समस्या से छुटकारा मिलता है.अगर बाल समय से पहले सफ़ेद हो रहे हैं तो सोने से पहले सरसों के तेल की मालिश करें या सुबह बाल धोने से एकया आधे घंटे पहले तेल लगाएं, लाभ होगा.अगर डैंड्रफ की समस्या है और इचि स्काल्प से परेशान हैं तो स्काल्प मसाज करें. चाहें तो सरसों और नारियल तेलको सामान मात्रा में मिला लें. स्काल्प मसाज करें, टोवेल से कवर करें और दो घंटे बाद शैम्पू कर लें. रिंकू शर्मा --
सनफ़्लावर ऑइल के हेल्थ बेनीफिट्स के बारे में तो हम सबने सुना और जाना है, लेकिन इसके ब्यूटी बेनीफिट्स के…
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1. चेहरे पर नींबू रब करें. इससे न स़िर्फ आपके चेहरे पर ग्लो आएगा, बल्कि इसका ब्लीचिंग एजेंट आपको फेयर…
ख़्वाब सी हो तुम, गुलों के शबाब सी हो तुम, महकता चंदन बदन तुम्हारा, संगमरमर सा है ये तन तुम्हारा... मखमली लब, रेशमी काया, ये बेपनाह हुस्न कहां से पाया... फ़रिश्तों की निगाहें भी तुम पर ही आ कर ठहर जाती हैं, बला की येख़ूबसूरती तुम्हारी इतना क़हर ढाती है... जी हां, इस तरह के हुस्न की ख्वाहिश भला कौन नहीं करता लेकिन सिर्फ़ ख्वाहिश करने से क्या होता है, थोड़ी मेहनत भीकरनी तो ज़रूरी है... ख़ूबसूरती की पहली शर्त ही होती है हाइजीन. अब आप सोचेंगे कि बहला ब्यूटी में ये हाइजीन कीबात कहां से आ गई. चाहे स्किन हो, हेयर हो, लिप्स हों या आंखें अगर हाइजीन का ख़याल ना रखा जाए तो इन सबकीब्यूटी बरक़रार नहीं रहेगी. अगर ब्यूटी हाइजीन का ख़याल ना रखा जाए तो कभी स्किन इंफ़ेक्शन, कभी आंखों में समस्या, कभी बालों का झड़ना, इंचिंग या नाख़ून या होंठों की समस्या हो सकती है. यही नहीं आपको इसकी वजह से अंदरूनी समस्या व बीमारी भी जो सकती है, जैसे पेट की परेशानी या किसी तरह काअन्य कोई इंफ़ेक्शन हो सकता है. शरीर बीमार पड़ेगा तो आपकी ब्यूटी कैसी हेल्दी रहेगी भला. आइए जानते हैं क्या होती है ब्यूटी हाइजीन और कैसे बनाए रखें इसे. ब्यूटी हाइजीन का अर्थ है अपनी त्वचा, बाल, आंखें, नाखून या ब्यूटी से जुड़ा कोई भी भाग उसे साफ़ सुथरा और इंफ़ेक्शनरहित रखना. साथ ही साथ ब्यूटी प्रोडक्ट्स और मेकअप टूल्स को भी क्लीन और हाइजीनिक रखना. कैसे बनाए रखें ब्यूटी हाइजीन? अपनी स्किन के सीधे संपर्क में आने वाली चीज़ों को क्लीन और डिसइंफ़ेक्ट करें.बार बार हाथों से चेहरे को ना छुएं.हाथों को नियमित रूप से सोप से क्लीन करते रहें.फेस नैपकिन को रियूज़ करने से बचें. बेहतर होगा उन्हें क्लीन करके ही इस्तेमाल में लाएं.पिंपल्स को ना तो बार बार छुएं और ना ही उन्हें नोचें या फोड़ें.अपने नाख़ूनों को भी क्लीन रखें क्योंकि उनमें काफ़ी कीटाणु पनप सकते हैं. बेहतर होगा नाख़ून छोटे रखें, लम्बेनाख़ूनों में मैल और गंदगी जमा होने के चांसेज़ हैं, जिनसे इंफ़ेक्शन होने का ख़तरा बना रहता है. अगर नाख़ून लंबेरखने हों तो उन्हें पूरी तरह साफ़ राखें.बालों में बहुत ज़्यादा स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से बचें. बालों में पसीना हो तो उन्हें सुखा लें और लूज़बांधें. पसीने से ना सिर्फ़ बालों में बदबू हो जाती है बल्कि स्काल्प में इंफ़ेक्शन और रूसी जैसी समस्याएँ भी हो जाती हैं.बालों की हेल्थ के लिए स्काल्प का हेल्दी और हाइजीनिक होना बेहद ज़रूरी है.अगर स्काल्प में खुजली या इंचिंग जैसी समस्या हो तो उसका ट्रीटमेंट ज़रूरी है. मेकअप में डूज़ और डोंट्स! अपना मेकअप किसी से भी शेयर करने से बचें.बेहतर होगा लिपस्टिक हमेशा ब्रश से ही अप्लाई करें, ज़्यादातर लोग उँगली या फिर सीधे लिपस्टिक को ही लिप्सपर लगाते हैं लेकिन इससे बैक्टीरियाज़ के पनपने का ख़तरा अधिक होता है. लिप ब्रश से लेकर तमाम मेकअप टूल्स को नियमित रूप से क्लीन और डिसइंफ़ेक्ट करें.काजल से लेकर आईलाइनर तक शेयर ना करें.अपना कोंब क्लीन रखें.कोंब भी शेयर ना करें.प्राइवेट पार्ट्स को क्लीन रखें और अनवांटेड हेयर को भी नियमित रूप से साफ़ करें.स्किन और मेकअप प्रोडक्ट्स की एक्सपायरी डेट चेक करते रहें. तमाम प्रोडक्ट्स की शेल्फ़ लाइफ़ के बारे में जानकारी रखें. डेली स्किन केयर रूटीन को फ़ॉलो करें- क्लिंजिंग, टोनिंग और माइश्चराइजिंग.स्किन पोर्स को क्लीन रखें ताकि उनमें मैल, पसीना, तेल और गंदगी जमा होकर मुंहासे ना हो सकें.कच्चा दूध लेकर उसमें थोड़ा सा नमक मिलाकर स्किन क्लीन करें. इससे पोर्स भी साफ़ होंगे और एक तरह सेस्क्रबिंग भी हो जाएगी. गुनगुने पानी से मुंह धोने के बाद ठंडे पानी से धोयें ताकि पोर्स बंद हो सकें.नियमित रूप से एक्सफोलिएट करें ताकि डेड स्किन और डेड सेल्स निकल सकें और स्किन क्लीन और हेल्दी रहे.फूट हाइजीन का भी ध्यान रखें. पैरों से पसीने की बदबू बेहद परेशान करती है. दरअसल यह तब होता है जबकीटाणु पनपते हैं. अपने फुटवेयर और जुराब को क्लीन रखें वर्ना पैरों की स्किन में इंफ़ेक्शन हो सकता है.नहाते समय फुटस्क्रैपर से एड़ियों को रगड़ें और बाद में माइश्चराइज़ करें. इसी तरह से इंटिमेट एरिया की हाइजीन का भी ध्यान रखें. नियमित रूप से शेव करें. अंडरआर्म्स को क्लीन राखें. ज़्यादा पसीने की समस्या है तो इसका ट्रीटमेंट कराएं.बहुत ज़्यादा टाइट एक्सेसरीज़ ना पहनें, इससे स्किन सांस नहीं ले पाती और इंफ़ेक्शन क ख़तरा बन जाता है.कॉटन पैंटी पहनें, ताकि इंटिमेट एरिया सांस के सके और वहां की स्किन का भी ख़ास ख़्याल रखें क्योंकि वो बेहदनाज़ुक होती है.बिकिनी एरिया और अंडरआर्म्स को अगर शेव करती हैं तो शेव करने के बाद मॉइश्चराइज़ करें.अगर वैक्सिंग करती हैं तो भी एस्ट्रिंजेंट अप्लाई कारें और मॉइश्चराइज़ करें.ये तमाम छोटी छोटी ब्यूटी से सम्बंधित हाइजीन की बातें आपको हमेशा रखेंगी खूबसूरत और आपकी ब्यूटी भी बनीरहेगी हेल्दी और हाइजीनिक. यह भी पढ़ें: सर्दियों में ऐसे करेंगी…
फेस्टिव सीज़न में सबसे ख़ास, सबसे ख़ूबसूरत नज़र आने के लिए आपको थोड़ी तैयारी पहले से करनी होगी. अपने ब्यूटी…