बंद कर दो अपनी बेटियों को परिकथा सुनानामत सुनाओ ऐसी कोई भी कहानीजिसमें सफ़ेद घोड़े पर बैठा राजकुमारउसे उसकी सपनों…
फकत उलझे रहे ताउम्र हम उलझनों में हीइतना भी मुश्किल नहीं था आसान होना रहा अनदेखियों में अब तक अपना…
जलेंगे कौन से चिराग़ और कौन से दीये झिलमिलाएंगे इस बढ़ते हुए बाज़ारवाद में जहां, हर चीज़ का मोल है…
वैश्विक धरातल परभारत की उपस्थितिवसुधैव कुटुंबकम की स्वीकृतिधरा के संरक्षण की संस्तुतिसांस्कृतिक विरासत कीअद्भुत सुवासयह G20 समेटे हुए हैगौरव की…
ख़्वाबों में आ कर क्या होगाइक रोज़ हक़ीक़त बन जाओ यूं दिल में रह कर क्या होगाइक रोज़ सामने आ…
लो आया मौसम सावन कायादों के महकते मधुवन साबाबुल के बोलते आंगन साकुछ सखियों सा कुछ साजन सा वो गुड़िया,…
काश तुम समझ पातेमेरे मन की ख़ामोशी कोजो लफ़्ज़ों में कही ना गईमन में ही दबी रह गईदिल के किसी…
कभी कभीमुझे लगता हैमुझे इश्क़ का चैप्टर क्लोज़ कर देना चाहिएकि तभी तुम आ जाती होमुस्कुराते हुएमेरे सीने पर हाथ…
मनौती के धागे नहीं धूपदीपपुष्प भी नहीं कुछ पाने की प्रार्थना नहींआरतीपाठ मंत्र भी नहीं सुवासित जल भी नहीं रोली अक्षत चंदन भी नहींप्रेम के मंदिरमें तुम रीते…
* रँगा अम्बर नील वर्ण में सूरज ने छिटका अबीर गुलाल हरसिंगार से झरा रँग नारंगी झूम उठी महुए की…
असल वजह यही है थोड़े कुछ में ही बहुत कुछ ढूंढ़ने की कोशिश करना और बहुत कुछ में थोड़े कुछ…
खामोशी के साये में खोए हुए लफ़्ज़ हैं… रूमानियत की आग़ोश में जैसे एक रात है सोई सी… सांसों की हरारत है, पिघलती सी धड़कनें… जागती आंखों ने ही कुछरूमानी से सपने बुने… मेरे लिहाफ़ पर एक बोसा रख दिया था जब तुमने, उसके एहसास आज भी महक रहे हैं… मेरी पलकों पर जब तुमने पलकें झुकाई थीं, उसे याद कर आज भी कदम बहक रहे हैं… लबों ने लबों से कुछ कहा तो नहीं था, पर आंखों ने आंखों की बात पढ़ ली थी, वीरान से दिल के शहर में हमने अपनी इश्क़ की एक कहानी गढ़ ली थी… आज भी वोमोड़ वहीं पड़े हैं, जहां तुमने मुझसे पहली बार नज़रें मिलाई थीं, वो गुलमोहर के पेड़ अब भी वहीं खड़े हैं जहां तुमने अपनेहोंठों से वो मीठी बात सुनाई थी… आज फिर तुम्हारी आवाज़ सुनाई दी है, आज फिर प्यार के मौसम ने अंगड़ाई ली है, तुम्हारे सजदे में में सिर झुकाए आज भी बैठा हुआ हूं, तुम्हारी संदली ख़ुशबू से मैं आज भी महका हुआ हूं… आ जाओ किमौसम अब सुहाने आ गए, हवा में रूमानियत और मेरी ज़िंदगी में मुहब्बत के ज़माने आ गए! गीता शर्मा डाउनलोड करें हमारा मोबाइल एप्लीकेशन https://merisaheli1.page.link/pb5Z…