अपने देश में हमें इस बात को अपना सौभाग्य समझना चाहिए कि बड़ी कंपनियों ने हमें इस लायक़ समझा कि…
बॉस थक जाते हैं, कहते है, “यार ये कुछ समझाता क्यों नहीं."और मुझे लगता है, बॉस कुछ समझते क्यों नहीं?यह…
न जाने क्यों, मुझे तो पूरा यक़ीन है कि लगातार काली उड़द के दान के चलते ही मेरा जीवन बचा है, नहीं…
सूजी और पथराई आंखें, उपले सा चेहरा, एक्स्प्रेशन का अभाव… ये पहचान है अवसादग्रस्त इंसान की. उसे दूसरे लोगों का…
"दिल और जूते में काफ़ी समानता भी होती है, मसलन- दोनों को लोग बिना ज़ुबान का समझते हैं. दोनों के…
पिछले तीन साल भुगत चुका हूं. अब मैं किसी को नए साल के लिए हैप्पी न्यू ईयर का अभिशाप नहीं…
‘‘दादाजी, आप गुज़रे ज़माने की चीज़ हैं. पहले घर में एक आदमी कमाता था और बाकी बैठकर खाते थे, लेकिन…
सब पत्र-पत्रिकाओं को देख छांटना कोई छोटी-मोटी बात नहीं, सो सुविधा से काम करने का सोच ही रहा था कि…
जैसे-जैसे समय बीत रहा था लाइव जुड़नेवालों की संख्या बढ़ रही थी. इसे देखकर घर में बैठे नए युग के…
विदेशी मेहमान द नींबूजी की तारीफ़ करते ना थक रहे थे. मैंगोस्टीन ने बताया, "द नींबूजी, विश्व सुंदरी ऐश्वर्या रॉय…
गुरुदेव! इस सोशल मीडिया रुपी माया का विस्तार तो इसके निर्माता भी नहीं जानते, तो मैं अल्प बुद्धि प्राणी क्या…
इस बार कोरोना के साथ उसका एक रिश्तेदार (ओमिक्रॉन) भी आया है. लेकिन सांताक्लॉज धोती में गोबर लगाए गली-गली आवाज़…