“बड़ी अजीब बात है, आप उस भगवान पर विश्वास कर सकते हैं, जिसे आपने कभी नहीं देखा, मगर अपने पैरेंट्स…
आख़िरकार उसने बड़े जतन से हवा में उड़ते दुपट्टे को अपनी बांह में लपेट लिया, मगर बाल अभी भी कभी…
“भाईजान तबीयत लालपन से नहीं, बल्कि अकेलेपन से ख़राब हो रही है आपकी... अगर आज कोई ख़ूबसूरत वैलेनटनिया साथ होती,…
उस दिन मुझे प्रेम का सही अर्थ समझ आया था. मैंने तो उस साहिल को पाने की ख़्वाहिश की थी,…
अगर आप किसी से प्रेम करते हैं और वो इंसान आपके साथ छल करे या आपका साथ न दे पाए,…
वे थोड़ी देर रुके नम आंखों से मां को निहारा और बिना किसी से कुछ कहे वे चले गए.…
और प्यार? पापा की परिभाषा में आकर्षण! नहीं, आकर्षण तो जाड़ों की धूप की तरह दो पल में ढल जाता…
“तुम मेरी रूह की हमसफ़र हो, तुम मस्तिष्क से मेरी समवयस्क भी हो, और ये भी सच है कि मैं…
मैंने पलकें हल्के से खोलीं, तो उनकी एकटक ख़ुद को निहारती आंखों में प्यार का ब्रह्मांड देखा. जाने कितनी आकाशगंगाएं…
धीरे-धीरे मेरे प्रश्न पकते गए और साथ में उनके उत्तर भी. मैं उनकी भेजी मार्क्स, टॉलस्टाय, वर्ड्सवर्थ और जाने…
साल में एक बार आते और मेरी सारी अटपटी ख़्वाहिशों का पिटारा भरकर जाते. घाटी में दूर तक उतरकर नायाब…
वेद की परिणीता बनने के लिए मुझे मंगलसूत्र और सिंदूर की कोई आवश्यकता नहीं थी. कितना अपार था उसका प्रेम.…