कहानी- फसल (Short Story- fasal)

"मैं आपकी तरह बंजर ज़मीन पर फसल के झूठे सपने नहीं उगाना चाहता. मुझे शहर में अच्छी नौकरी मिल रही…

November 19, 2020

व्यंग्य- सच और झूठ के बीच का पर्दा (Satire Story- Sach Aur Jhuth Ke Bich Ka Parda)

आज की दुनिया में तो कुछ चतुर सुजान ने वक़्त की डिमांड देखते हुए सच बोलने पर जीएसटी लगा दी…

November 18, 2020

काव्य- वसंत… (Poetry- Vasant…)

देखा था पहली बार वसंत को तुम्हारी आंखों से छलकते प्यार में महसूस किया था टेसू की तरह रक्तिम अपने…

November 18, 2020

कहानी- जीवनदान (Short Story- Jeevandan)

कितना डर गए होंगे तुम जब वह गाड़ी हमसे टकराई थी. शायद तुमने मुझे ढूंढ़ा भी होगा, कितना दर्द हुआ…

November 17, 2020

लघुकथा- उपहार (Short Story- Uphaar)

राजीव के ऑफिस जाने के बाद नीता मोबाइल लेकर बैठ गई. यही तो समय होता है उसका अपना. फिर आज…

November 16, 2020

पंचतंत्र की कहानी: सियार की रणनीति (Panchatantra Story: The Jackal’s Strategy)

एक जंगल में महाचतुरक नामक सियार रहता था. वो बहुत तेज़ बुद्धि का था और बेहद चतुर था. एक दिन…

November 16, 2020

कविता- कोयलिया और मैं.. (Kavita- Koyaliya Aur Main..)

कोयलिया तू हर दिन किसे बुलाती है? भोर होते ही सुनती हूं तेरी आवाज़ विरह का आर्तनाद प्रणयी की पुकार…

November 15, 2020

कहानी- मेरे हिस्से के पापा (Story- Mere Hisse Ke Papa)

अगली सुबह मिनी जब ससुरजी के लिए चाय लेकर आई, तो थोड़ा चिढी हुई सी थी… मगर पिता के दिए…

November 15, 2020

दीपावली पर विशेष- कविताएं: दिवाली की झालरें… (Kavitayen- Diwali Ki Jhalaren… Main Roshani Sa…)

दिवाली की झालरें… ..टिम-टिम करती रंग-बिरंगी झिलमिलाती हुईं झालरें बतियाती रही रातभर दो सहेलियों की तरह कभी हंसतीं-खिलखिलाती.. कभी चुप-चुप…

November 13, 2020

व्यंग्य- खांसते रहो… (Satire Story- Khaste Raho…)

खांसी से पीड़ित लोग अमूमन उतना नहीं घबराते, जितना सुननेवाला घबराता है. क्या पता टीबी ना हो. खांसी की वैरायटी…

November 12, 2020
© Merisaheli