प्रीति सिन्हा हर समय पति की धमकी कि उसे छोड़कर चला जाएगा, उसे मनाने, समझाने तथा परिवार से जोड़ने की…
अगर वही सब करना था, तो इस तरह मेहनत करके पढ़ाई करने की क्या ज़रूरत थी? उसकी अनपढ़ मम्मी उससे…
मैं कुछ कहती इतने वह बोल पड़ी, "कैसी हो दिव्या? कहां खोई हो, पहचाना नहीं मुझे? कैसे भूल गई तुम……
मुरली मनोहर श्रीवास्तव बात वही है कि देखने का नज़रिया बदलते ही सब कुछ बदल जाता है, रूमानियत, प्यार-मोहब्बत, ख़्वाब-ख़्याल…
प्रीति सिन्हा “एक पुरुष हर पल अपना अस्तित्व जीता है, अपना वजूद नहीं खोता है. भले ही वह कितने ही…
सुषमा मुनीन्द्र “रामजसी, ख़ुद को संभालो. लोग कहते हैं जन्म और मृत्यु के समय को टाला नहीं जा सकता. जब…
“पापा, मैं शादी तभी करूंगी, जब पहले आप शादी करेंगे. शादी के बाद हम दोनों को फ्रांस और इटली घूमने…
रीता कुमारी ‘‘मैं जानती हूं तुम्हारे मन में ढेरों प्रश्न उठ रहे होगें, क्योंकि उन दिनों परीक्षा की व्यस्तता…
"यदि आप लोगों की सहमति हो, तो सौम्या और राजेश का विवाह करवा दें? मनु को प्यार करनेवाली मां मिल…
“सिया, तुम कोरी भावुकता में बह रही हो. हमारी तो यह इकलौती संतान है. हमें तो इसे देखना ही है,…