काव्य- लौट आएंगे हम-तुम भी… (Kavya- Laut Aayenge Hum-Tum Bhi…)

जैसे लौट आती हैं चिड़ियां
दिनभर की उड़ान के बाद
थकी-हारी
वापस घोंसलों में

जैसे लौट आते हैं बीज
ओढ़े हुए
अनंत संभावनाओं के कवच को
हरियाली के सफ़र के बाद
चुपचाप
सूखे हुए फूलों में

जैसे लौट आती हैं बारिशें
समेटे हुए
तमाम नदियों को
और उड़ेल देती हैं
अपना सर्वस्व
जी भर
रेगिस्तानों में

जैसे लौट आता है प्रेम
बगैर ही किसी
मिलने-बिछुडने की शर्तों के साथ
अनसुना करते हुए
सारी नसीहतें
ग्रह-नक्षत्रों की
सुनते हुए सारी फटकारें
जन्म-जन्मांतरों की

सुनो,
लौट आएंगे हम-तुम भी
घोंसलों में
चिड़ियां की तरह ,
बीजों में
फूलों की तरह
रेगिस्तानों में
बारिशों की तरह
एक-दूसरे की कविताओं में
ठीक प्रेम की ही तरह…

नमिता गुप्ता ‘मनसी’

यह भी पढ़े: Shayeri

Usha Gupta

Share
Published by
Usha Gupta

Recent Posts

मराठीतील विक्रमी चित्रपट ‘माहेरची साडी’चे निर्माते विजय कोंडके यांचा ३४ वर्षानंतर नवा चित्रपट ‘लेक असावी तर अशी’ (‘Lek Asavi Tar Ashi’ Is New Film Of Producer- Director Vijay Kondke : His Comeback After 34 Years Of Blockbuster Film ‘Maherchi Sadi’)

मोठमोठ्या कलाकारांना एकत्र घेऊन चांगल्या दर्जाचा सिनेमा बनवणं हे निर्माता दिग्दर्शकांसाठी मोठं आव्हान असतं. काही…

April 18, 2024

‘मन धागा धागा जोडते नवा’ मालिकेत स्मिता तांबेची वकिलाच्या भूमिकेत एन्ट्री (Actress Smita Tambe Enters As A Lawyer In “Man Dhaga Dhaga Jodte Nava” Serial)

स्टार प्रवाहवरील ‘मन धागा धागा जोडते नवा’ मालिकेत सार्थक-आनंदीचं नातं अतिशय नाजूक वळणावर आहे. काही…

April 18, 2024

वळवाचा पाऊस (Short Story: Valvacha Pause)

निशा नंदन वर्तक हा अचानक आलेला वळवाचा पाऊस !! अवंतिकेचा उदासपणा कुठच्या कुठे पळून गेला..…

April 18, 2024
© Merisaheli