मौत सिरहाने खड़ी है, इसीलिए मैं अपनी कमियों का विश्लेषण बहुत ईमानदारी से कर पा रही हूं. मैंने कहीं पढ़ा…
‘‘पापा, आपको अपनी पत्नी की इज़्ज़त प्यारी हो या न हो, किंतु मुझे अपनी मां से बहुत प्यार है. आपकी…
प्रथम रात्रि को सुहागरात की मधुरिम कल्पना से रोमांचित मैं अनुराग की प्रतीक्षा कर रही थी. कुछ क्षण बाद भावहीन…
इंसान की सभी कामनाएं पूर्ण हो जाएं, तब भी क्या वह मरना चाहेगा? मौत सिरहाने खड़ी हो, तो कौन जीवट…
चाहती तो यह थी कि वक़्त के साथ सांसारिक मोह-माया से धीरे-धीरे स्वयं को दूर कर लूं, किंतु मोह है…
मैं जिस शाम खुलकर प्रिया से इस बारे में बात करनेवाली थी, वो शाम अपनी झोली में एक बात छुपाकर…
मैंने उसके पास जाकर कहा, "प्रिया, तुम सोचती होगी ना कि आंटी ने कहां शादी करवा दी..." उसने तुरंत मेरी…
मुझे देखते ही उसकी सूनी-सूनी आंखों में आंसू झिलमिला उठे, "क्या हुआ बेटा?" मैंने हड़बड़ाकर उसको अपने पास खींच लिया…
गुनगुनाता हुआ मेरा बेटा ऑफिस जाने की तैयारी में था... मैंने उसे रोककर पूछा, "ये... ये मफलर... ये कहां से…
विक्की मेरी ओर देखकर, एक उदास मुस्कान फेंकता और हाथ में पकड़ी किताब में फिर से खो जाता... अक्सर मैं…
“चलो, चलो सब बाहर निकलें, दामादजी का फोन है. वो तो यही समझेंगे कि हमारे कारण उनकी दुल्हन उनसे बात…
“उनकी कमी कोई पूरी नहीं कर सकता और जब थोड़ी-बहुत कर सकता था तब...” शायना के तल्ख स्वर ने बात…