... “मंजरी ले ये दादी को टमाटर का सूप दे आ और देख उनका सूप उनके ग्लास में ऊपर से…
इससे पहले बुआ कुछ कहतीं पीछे खड़ी दादी बोल पड़ीं, "पागल हो गई है क्या छोरी. तू तो इस शगुनवाली…
ये छूत-अछूत, पवित्र-अपवित्र की सनक धीरे-धीरे उनके अस्तित्व और व्यक्तित्व दोनों पर हावी होने लगी. दादाजी अपने अंतिम समय तक…
ये क्वॉरंटीन का दृश्य मुझे उस ज़माने की तरफ़ खींच रहा था, जब छुआ-छूत, जात-पात समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा…
"तुम मेरी कमी स्वीकारने को तैयार हो न? अथवा यह जानकर कि मैं तुम्हें संतान देने में अक्षम हूं मुझे…
आश्चर्य यह हुआ कि पूरी बात सुनकर भी कपिल निश्चिन्त हो सो गए, बिना कुछ कहे. परन्तु मुझे रातभर नींद…
जिस घाव को मैंने पुराना जान भर जाने दिया था, मस्तिष्क से निकाल दिया था, वही आज मेरे सम्मुख उघड़ा…
मैं किस बूते पर अपनी जीवनगाथा लिखने की ज़ुर्रत कर रही हूं? मैं एक सामान्य-सी गृहिणी! और एक गृहिणी के…
"ये चोट तुम्हारी गुरु है इस चोट ने तुम्हें सिखाया कि गिर कर कैसे उठा जाता है. इस चोट ने…
"तुम आसपास कोई डांस स्कूल क्यों नहीं देख लेतीं? मैं नेट पर सर्च करुं तुम्हारे लिए?" पति ने बड़े ही…
"मम्मी, क्या मैं अपनी कोई पहचान बनाए बिना ही शादी कर लूंगी?" मैं सुबकने लगी, तो मम्मी भी विह्वल हो…
"देखो तो शैतान को. कैसे आंखों से शरारत टपक रही है." दादी ने मुझे बांहों में समेट लिया और बात…