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ग़ज़ल- याद तुम आए बहुत… (Gazal- Yaad Tum Aaye Bahut…)

जब ज़िक्र फूलों का आया, याद तुम आए बहुत चांद जब बदली से निकला, याद तुम आए बहुत कुछ न…

February 22, 2020

काव्य- तुम्हारी मैं… (Kavay- Tumhari Main…)

मैं तुम्हारी हर चीज़ से प्यार करती हूं न चाहते हुए भी जैसे तुम्हारे सिगार की महक बिस्तर पर फेंकी…

February 8, 2020

काव्य- ज़माने बदल गए… (Kavay- Zamane Badal Gaye…)

नज़रें जो उनकी बदलीं, ज़माने बदल गए मयखाना तो वही है, पैमाने बदल गए तुम पूछते हो उनके, जाने से…

January 12, 2020

काव्य- गर तुम होते… (Kavay- Gar Tum Hote…)

लिपटकर रो लेती गर तुम होते ग़म कुछ कम होते गर तुम होते बांहों में सिमट जाते खो जाते गर…

December 1, 2019

ग़ज़ल (Shayari: Gazal)

दग़ाबाज़ दुनिया हसीं दिख रही है बता साकिया तूने क्या दे दिया है दराज़-ए-उमर की दुआ देने वालों न दो…

November 10, 2019

काव्य- दीवाली (Kavay- Diwali)

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October 27, 2019

काव्य- कसक (Kavay- Kasak)

बिखरते ख़्वाबों को देखा सिसकते जज़्बातों को देखा रूठती हुई ख़ुशियां देखीं बंद पलकों से टूटते हुए अरमानों को देखा...…

October 26, 2019

काव्य- सावन से पहले चले आना… (Kavay- Sawan Se Pahle Chale Aana…)

सुनो ना... सावन से पहले चले आना बड़ा तरसी है आरज़ू तेरी ख़ातिर इस बरस खुल के बरस जाना मद्धिम…

August 15, 2019

ग़ज़ल- जब भी मैंने देखा है… (Gazal- Jab Bhi Maine Dekha Hai…)

जब भी मैंने देखा है दिलदार तुम्हारी आंखों में चाहत का इक़रार मिला हर बार तुम्हारी आंखों में   रमता…

March 28, 2019

काव्य- कौन कहता है… (Kavay- Kaun Kahta Hai…)

  कौन कहता है अकेले ज़िंदगी नहीं गुज़रती मैंने चांद को तन्हा देखा है सितारों के बीच में   कौन…

March 24, 2019

ग़ज़ल- मेरे होंठों के तबस्सुम कहीं गुम हो गए हैं (Gazal- Mere Honthon Ke Tabassum Kahin Gum Ho Gaye Hain…)

  मेरे होंठों के तबस्सुम कहीं गुम हो गए हैं जब से सुना है ग़ैर के वो हो गए हैं…

March 10, 2019

काव्य- तुम सम्हालो ख़ुद को… (Kavay- Tum Samhalo Khud Ko…)

बेटी तो होती है एक कली अगर खिलेगी वह नन्ही कली तो बनेगी एक दिन फूल वह कली चाहे हो…

February 3, 2019
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