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कविता- दूरियां (Poetry- Dooriyan)

दूरियां दिलों में थींऔर हम उसे आंसुओं में ढालते रहेनफ़रतें काग़ज़ी थींऔर हम दिल में पालते रहे ख़्वाब नींद में थेऔर हम…

May 3, 2023

कविता- दूर पर साथ साथ… (Poetry- Dur Par Sath Sath…)

भोर के सफ़ेद मखमली कोहरे मेंहम एक साथ खड़े थेयह सत्य अंकित है मेरे स्मृति पटल परज्यों पाषाण पर खुदाकोई…

April 8, 2023

कविता- बिछोह की शर्त लिए… (Poetry- Bichooh Ki Shart Liye…)

मेरा उससे वादा था कि जब सूरज और सागर का मिलन होगा और रक्ताभ हो उठेंगे सूरज के गाल तो…

March 16, 2023

कविता- होली (Poetry- Holi)

बदली के घूंघट को तोड़, धूप सखी इठलाकर बोली अब तो मैं मुँह दिखलाऊंगी ही, आने को है होली बिन…

March 6, 2023

काव्य- हैप्पी ईयर एडिंग… (Poetry- Happy Year Ending…)

कितना अजीब है ना दिसंबर और जनवरी का रिश्ता जैसे पुरानी यादों और नए वादों का क़िस्सा… दोनों काफ़ी नाज़ुक…

December 31, 2022

गीत- दोस्ती (Poetry- Dosti)

तुम मिल जाओगी किसी गली में तो कमाल हो जाएगा मगर पता है कि आज भी इस बात पर बवाल…

December 10, 2022

काव्य- नारी (Kavay- Naari)

हे नारी! तू अबला नारी है क्यों हर युग में रही बेचारी है क्यों कभी रावण द्वारा चुराई गई फिर…

November 24, 2022

ग़ज़ल- कभी हम नहीं मिलते… (Gazal- Kabhi Hum Nahi Milte…)

ढूंढे़ कोई हमें तो सिर्फ़ ठिकानों पर मिलते है ये बंजारापन देख के अब हम घर में नहीं मिलते मुझसे…

November 21, 2022

काव्य- कार्तिक पूर्णिमा (Kavya- Kartik Purnima)

आई कार्तिक की पूर्णिमा लेकर ख़ुशियां हज़ार प्रतिवर्ष में एक दिन आता है ये पावन त्योहार आज दिन है गंगा…

November 6, 2022

कविता- शुभ दीपावली (Poetry- Shubh Deepawali)

जगमग जगमग दीप जलाओ शुभ दीपावली आई है सब मिलजुल ख़ुशी मनाओ संग कितनी ख़ुशियां लाई है पाँच दिनों का…

October 24, 2022

कविता- डर लगता है… (Poetry- Darr Lagta Hai…)

ज़िंदगी का आईना देख कर डर लगता है ऐ ज़िंदगी अब तुझे देख कर डर लगता है डर लगता है…

October 6, 2022
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