कहानी- छुपा हुआ दर्द (Short Story- Chhupa Huwa Dard)

"आपको डर नहीं लगता रंजनजी के फिर से बहक जाने का?" माला ने डरते-डरते पूछा था. "अब इस उम्र में…

May 31, 2022

कहानी- याद पुरानी (Short Story- Yaad Purani)

"उस रात क्या तुमने सोचा था की आज से 20-22 साल बाद ठीक इसी वक़्त मैं इस लड़की के साथ…

May 30, 2022

लघुकथा- शोपीस (Short Story- Showpiece)

"इन उधार के चावों से ही वह थोड़ा ख़ुश हो लेती है. अपना जीवन भर लेती है. इनके बारे में…

May 28, 2022

नज़्म- युग धर्म.. पतझड़.. संघर्ष… (Nazm- Yug Dharm.. Patjhad.. Sangharsh…)

युग धर्म जब वंचना मुखर हो, युग धर्म निभाएं कैसे लगता नही है मुमकिन, सुख चैन पाएं कैसे जब हर…

May 27, 2022

काव्य: सहमी हुई ज़िंदगी को सिमटी हुई चादरों से ओढ़ देना चाहता हूं… (Poetry: Sahami Hui Zindagi Ko Simati Hui Chadaron Mein Odh Dena Chahta Hoon…)

सहमी हुई तेरी ज़िंदगी को मैं सिमटी हुई चादरों से ओढ़ देना चाहता हूं,  लम्हे के इस सहरा को कुछ वक्त के लिए कहीं और मोड़ देना चाहता हूं… तुझे लगता है कि तू उड़ने लायक भी नहीं, पर तेरी ऊंची उड़ान के लिए मैं अपने पंखों की ताकत को जोड़ देना चाहता हूं… महान है वो मां जिसने तुम जैसी लाड़ली को जन्म दिया, कुछ बखान तेरा करने से पहले अपने दोनों हाथ उसकी वंदना में जोड़ देना चाहता हूं… शख्सियत तेरी ऐसी जैसे कान्हा को मीरा ने अंखियन में बसा लिया, तुम वो अमृत का प्याला हो जिसे शिव ने अपने कंठ लगा लिया… प्यार और विश्वास शबरी के उन मीठे बेरों की तरह है तुम्हारा, जिसने राम को अपनी भोली सूरत से अपना बना लिया… सुबह के सूरज से निकलती वो सुनहरी किरणें, पानी में खिलते कमल सी ताजगी सी हो तुम……

May 26, 2022

कहानी- मिसेज़ फलाना नहीं… (Short Story- Mrs. Falana Nahin…)

दादी समझती थी कि पंडितजी के वास्तु से प्रसिद्धि अब बहुत शांत हो गई, पर सच तो यह था उनकी…

May 26, 2022

लघुकथा- तुम बड़ी हो… (Short Story- Tum Badi Ho…)

एक दिन मौक़ा देखकर उसने पार्वती से कहा, "पार्वती, तुम इतनी छोटी बच्ची को बार-बार बड़ी क्यों बोलती हो? वह…

May 24, 2022

कहानी- अल्पविराम (Short Story- Alpviram)

"आपको काफ़ी देर से अकेले बैठे देख रहा था, इसलिए मिलने चला आया. आइए मैं आपको अपने ग्रुप के बाकी…

May 21, 2022

कहानी- अढ़ाई कोस (Story- Adhai Kos)

सारा वापसी की ओर चल पड़ी. वह घर से निकलकर होटल की ओर चल दी. होटल में नीचे बगीचे में…

May 20, 2022

लघुकथा- बाबूजी (Short Story- Babuji)

मुझे और भी बहुत कुछ ध्यान आ रहा था. औरतों की बाबूजी से एक-दो रुपए को लेकर बहस, जिसके जवाब…

May 19, 2022
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