ज़िंदगी का आईना देख कर डर लगता है ऐ ज़िंदगी अब तुझे देख कर डर लगता है डर लगता है…
"हां, ये एक किराएदार ही है और मेरा इनका किराए का ही रिश्ता है. मेरे घर में रहने का ये…
"पापा, मिट्ठू का पिंजरा धूप से अंदर ले आती हूं, तो वह चिढ़ जाता है, जबकि बालकनी में बहुत तेज…
श्रम-निष्ठा जो हो सच्ची, माँ मेरे द्वारे तुम आना, आत्मा को तृप्त करें, वरदान मुझे वो दे जाना। युक्ति की…
उसके घर पहुंचकर देखा सारा शादी का सामान फैला हुआ था. बहुत ख़ामोशी थी, जैसे बेटी की विदाई हुई हो.…
पंडित का अहंकार सामने आ गया- 'मैं राज पंडित एक गडरिए का शिष्य बनूं?' पर अपने स्वार्थ हित मानना पड़ा.…
राजा कृष्णदेव राय के विजयनगर में हर साल वार्षिक उत्सव बहुत ही धूमधाम से बनाया जाता था. इस दौरान आसपास…
बेटों से कहा, "बेटा पेंशन के पैसे तो मेरे पास रहने दिया करो." पर उन तीनों ने टका-सा जवाब दे…
“इस घर में वही होगा जो मैं चाहता हूं. मैंने तुम्हें पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि इस घर…
"… बड़ी बहू को देखो, आज भी सिर से पल्लू ना सरकता उसका और एक ये महारानी है कि सिर…