भारतीय टीम के एक मज़बूत स्तंभ शिखर धवन को मेरी सहेली की पूरी टीम की ओर से जन्मदिन की हार्दिक बधाई! शिखर जब से टीम में शामिल हुए हैं, टीम को शिखर पर ले गए हैं. उनकी बैटिंग में ग़ज़ब की आक्रामकता है. मूंछों पर ताव देते हुए जब भी धवन मैदान पर उतरते हैं, दुश्मनों की खटिया खड़ी हो जाती है. हम तो यही कहेंगे कि इसी तरह धवन सफलता के शिखर पर चढ़ते रहें और टीम को जीत दिलाते रहें.
क्या आप जानते हैं?
क्या आप जानते हैं कि टीम इंडिया का सुपर बल्लेबाज़ कभी विकेट कीपर हुआ करता था? जी हां, धवन ने विकेट कीपर के रूप में क्रिकेट खेलना शुरू किया, लेकिन धीरे-धीरे बल्लेबाज़ी में उनकी रुचि बढ़ती गई. 1999-2000 में विजय हजारे ट्रॉफी के लिए धवन को दिल्ली अंडर-16 क्रिकेट टीम में चुना गया. इस टूर्नामेंट में धवन मात्र एक मैच खेल पाए थे और कुल मिलाकर 11 बनाए थे. फिर अगले साल यानी 2000-2001 में उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में सबसे ज़्यादा रन बनाने का गौरव हासिल किया.
फर्स्ट टेस्ट में बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
साल 2013 में मोहाली में खेला गए तीसरे टेस्ट मैच के लिए शिखर धवन को सहवाग की जगह पर मौक़ा मिला. इस मैच में शिखर ने 85 गेंदों पर शतक ठोका और यह टेस्ट डेब्यू मैच में सबसे तेज़ शतक बनाने वर्ल्ड रिकॉर्ड है . इस मैच में धवन ने पहली पारी में 185 रन बनाए थे. इस शानदार पारीके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच भी मिला.
- श्वेता सिंह
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