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अच्छी सेहत के लिए वास्तु मंत्र (Simple Vastu Tips For Good Health)

तेज़ी से बदलती लाइफस्टाइल ने हमें इतने तनाव दे दिए हैं कि इसका असर अब हमारी सेहत पर भी होने लगा है. ऐसे में वास्तु के नियमों का पालन करके हम आसानी से सेहतमंद ज़िंदगी पा सकते हैं.

बेड का चुनाव

सोने के लिए लकड़ी का ऐसा बेड चुनें, जिसके नीचे स्टोरेज न हो. वास्तु के अनुसार लकड़ी से बना बेड सेहत की दृष्टि से उपयुक्त होता है. मेटल से बने बेड का चुनाव न करें, इससे तबीयत बिगड़ सकती है.

काम करने की दिशा

वास्तु के अनुसार, उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुंह करके काम या पढ़ाई करना शुभ होता है. इससे बुद्धिमत्ता बढ़ती है और संबंधित व्यक्ति की सेहत भी बनी रहती है.

खाना बनाने व खाने की दिशा

वास्तु के अनुसार, अच्छी सेहत के लिए हमेशा पूर्व या पश्‍चिम दिशा की ओर मुंह करके खाना बनाना एवं खाना चाहिए. दक्षिण या दक्षिण-पश्‍चिम दिशा की ओर मुंह करके न ही खाना बनाएं और न ही खाएं. खाने-पीने के लिए यह दिशा बेहद अशुभ होती है.

रसोई की दिशा

वास्तु के अनुसार, रसोई के दरवाज़े की ओर पीठ करके खाना बनाना अशुभ होता है. इससे सिर दर्द, पैर दर्द आदि की शिकायत हो सकती है.

पौधे

अच्छी सेहत के लिए घर में तुलसी का पौधा रखें. घर में भूल से भी कैक्टस, रबर प्लांट्स आदि के पौधे न रखें. इनसे बीमारी बढ़ती है और बच्चों की ग्रोथ भी रुकती है.

उत्तर-पूर्व दिशा

मकान की उत्तर-पूर्व दिशा में भूल से भी सीढ़ी, टॉयलेट या किचन न बनवाएं. वास्तु के अनुसार, ऐसा करने से परिवार के सदस्यों को कैंसर होने या उनकी दिमाग़ी हालत ख़राब होने की संभावना रहती है.

मुख्य द्वार एवं खिड़की

यदि आपके मुख्य द्वार या खिड़की से ठीक सटकर कोई पेड़ है, तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद ख़तरनाक साबित हो सकता है. अतः ऐसा घर ख़रीदने से बचें.

सीढ़ियां

सीढ़ियों के नीचे टॉयलेट, स्टोरेज, बाथरूम व पेंट्री बनवाने की भूल न करें. ऐसा करने से परिवार के सदस्यों को हृदय रोग हो सकता है.

दीवारों के रंग

मकान की छत और दीवारों पर एक ही रंग न लगवाएं. ऐसा करने से उस मकान में रहने वाले सदस्यों की सेहत बिगड़ सकती है.

बेडरूम में आईना न लगाएं

बेडरूम में आईना नहीं लगवाना चाहिए. इसका सेहत पर बुरा असर पड़ता है. यदि आपके बेडरूम में आईना लगा है, तो रात में सोने से पहले उसे ढंक दें, वरना आईने से निकलने वाली नकारात्मकता आपकी सेहत बिगाड़ सकती है.

ये वास्तु टिप्स भी हैं ज़रूरी

- भवन के निर्माण के समय भवन के चारों ओर स्थान खुला रखना चाहिए.

- उत्तर-पूर्व एवं उत्तर-पश्‍चिम दिशा से हवा और रोशनी आने की व्यवस्था बनाए रखें.

- बेड के साथ टेलीफोन रखने की व्यवस्था न करें, इसे अलग स्टूल पर रखें. पानी भी टेलीफोन उपकरण के साथ न रखें.

- पूर्व एवं उत्तर में तुलसी के पौधे रखें.

- किसी की भी बुराई न करें. जहां तक हो सके लोगों से दुआएं और आशीर्वाद लें.

- यदि कोई बीमार है और उसके पैर दक्षिण दिशा की तरफ़ हैं, तो उसे उत्तर की तरफ़ करें.

- शौचालय की दीवार से सटाकर रोगी को न सुलाएं.

- यदि बीम के नीचे पलंग हो, तो उसे वहां से हटा दें.

- किसी दुखी, विधवा एवं गरीब कन्या का तिरस्कार नहीं करना चाहिए. उदार मन से यथासंभव दान करें.

- जल का प्रवाह एवं निकास पूर्व, वायव्य और ईशान एवं उत्तर दिशाओं के अतिरिक्त अन्य दिशाओं में अशुभ एवं कष्टप्रद होता है.

फेंगशुई टिप्स

- मुख्यद्वार के सामनेवाली दीवार पर बांस का पौधा टांग दें. ध्यान रहे कि बांस के पौधे की लंबाई आठ इंच से अधिक न हो.

- अगर बांस का पौधा न मिले तो इसकी फोटो या पेंटिंग भी लगा सकते हैं. लेकिन इसे मुख्य द्वार के सामनेवाली दीवार पर ही लगाएं.

- आप चाहें तो ऑफिस में भी बांस का पौधा लगा सकते हैं, लेकिन इसकी दिशा में किसी तरह का कोई बदलाव न करें.

- धातु से बने कछुए की प्रतिमा को पानी से भरे बाउल में डाल दें. इस बाउल को घर की उत्तर दिशा में रखें. कछुआ लंबी आयु काप्रतीक माना जाता है. अतः घर में कछुए की प्रतिमा रखने से घर के सदस्यों की आयु लंबी होती है और सौभाग्य में भी वृद्धि होती है.

- घर में लॉन्जेविटी सिम्बल रखने से घर के सदस्यों की आयु बढ़ती है, साथ ही स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहता है. लॉन्जेविटी सिम्बल रखने के लिए बेडरूम उपयुक्त जगह है. इससे संबंधित व्यक्ति का स्वास्थ्य बना रहता है और आयु में वृद्धि होती है.

- क़िताबों से भरी अलमारी खुली न रखें. ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे घर के सदस्य बीमार हो सकते हैं. यदि अलमारी में दरवाज़ा लगाना संभव न हो, तो किसी ठोस परत से अलमारी ढंक दें, ताकि नकारात्मक ऊर्जा बाहर न आने पाए.

- यदि घर में कोई बीमार है तो उसके कमरे को ताज़े फूलों से सजाएं. फूलों से निकलनेवाली यांग एनर्जी से स्वास्थ्य संबंधी समस्या दूर होती है. हां, मुरझा जाने पर फूलों को कमरे से तुरंत हटा दें, क्योंकि मुरझाए हुए फूलों से निकलने वाली यिन एनर्जी अशुभ होती है.

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