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मेरी मां 59 वर्षीया हैं. जब वो 53 साल की थीं, तभी उनका मेनोपॉज़ हो गया था, लेकिन पिछले हफ़्ते वो कहने लगीं कि उनके पीरियड्स वापस आ गए हैं, वो भी पूरे छह साल बाद. क्या यह सामान्य है?
– संगीता शर्मा, राजकोट.
मेनोपॉज़ के बाद ब्लीडिंग सामान्य नहीं है. आपकी मां को तुरंत चेकअप कराके पता करना होगा कि ब्लीडिंग कहां से हो रही है, मसलन वेजाइना, सर्विक्स, यूटेरस या फिर वल्वा से. इस तरह की ब्लीडिंग के कई कारण हो सकते हैं. यहां तक कि ऐसे मामलों में इंडोमेट्रियल कैंसर का भी ख़तरा हो सकता है, इसलिए बिना किसी तरह की देरी किए आप फ़ौरन उनका चेकअप करवाएं.
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एक महीने पहले जब मेरी डिलीवरी हुई थी, तब डॉक्टर ने छह हफ़्ते बाद आकर फॉलोअप चेकअप कराने और बच्चे के वैक्सीन्स शुरू करने की बात कही थी. पर हाल ही में मैंने वैक्सीन्स के कारण ऑटिज़्म के बारे में सुना है, इसलिए मैं अपने बच्चे को वैक्सीन्स नहीं दिलवाना चाहती. क्या ऐसा करना सही होगा?
– राजकुमारी चौहान, वाराणसी.
बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए वैक्सीन यानी टीकाकरण बहुत ज़रूरी है. टीके की बदौलत हमने चेचक जैसी महामारी को ख़त्म कर दिया है और पोलियो में भी काफ़ी अच्छी सफलता मिल रही है. अगर टीके के कारण आपका बच्चा बीमारियों से बच सकता है, तो फिर आप उसे इससे वंचित क्यों रखना चाहती हैं. बल्कि आपके बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए यह सबसे बेहतरीन निवेश है. पूरी दुनिया में जब से टीकाकरण शुरू हुआ है, तब से टीबी, टिटनस, पोलियो, चेचक, डिप्थीरिया, कंठमाला का रोग और हेपाटाइटिस बी जैसी गंभीर बीमारियों के मामलों में काफ़ी कमी आई है.
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डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
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मैं 36 वर्ष की शादीशुदा महिला हूं. मुझे पिछले 6 महीने से पीरियड (Periods) के दौरान बहुत ज़्यादा रक्तस्राव होता है. मैंने सोनोग्राफ़ी टेस्ट (Sonography Test) करवाया, जिससे पता चला कि मेरे यूटेरस (Uterus) में गांठ (पॉलिप) है. यह क्या है? क्या यह बहुत ख़तरनाक (Dangerous) है? क्या इसके लिए मुझे यूटेरस हटाना पड़ सकता है?
– ज्योति, अहमदाबाद
सबसे पहली बात जो हर महिला को ध्यान में रखना चाहिए वह ये कि जब भी माहवारी के समय हैवी ब्लीडिंग हो तो सबसे पहले इसका कारण जानने के लिए चेकअप करवाएं. साथ ही कैंसर के लिए पीएपी स्मीयर और सोनोग्राफ़ी टेस्ट भी करवाएं. आपने बताया कि सोनोग्राफ़ी टेस्ट में पॉलिप (गांठ) बताया गया है. यह भी अनियमित और भारी रक्तस्राव का कारण है. पॉलिप एक तरह का ट्यूमर है जो कि यूटेरस में पाया जाता है. इसे हीस्टिरोस्कोपी सर्जरी द्वारा हटाया जा सकता है. यदि यह ट्यूमर कैंसर का नहीं है तो सर्जरी के बाद फिर से ट्यूमर आने की संभावना नहीं होती.
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मैं 30 वर्षीय महिला हूूंं और पिछले साल मेरा दो बार तीन-तीन महीने का गर्भपात हो चुका है. मैं मां बनना चाहती हूं, लेकिन डरती हूं कि कहीं फिर से कोई परेशानी न आ जाए. क्या मुझे नॉर्मल प्रेगनेंसी हो पाएगी?
– संजना, मुरादाबाद
वैसे तो दो बार गर्भपात होने के बाद तीसरी बार गर्भपात होने की संभावना और ़ज़्यादा बढ़ जाती है. आप यदि गर्भधारण करने के बारे में सोच रही हैं तो बेहतर होगा कि सबसे पहले सारे टेस्ट करवा लें, ताकि यह पता चल जाए कि आपका यूटेरस सामान्य है या नहीं. कोई बर्थ ड़िफेक्ट, जैसे- सेप्टम या डबल यूटेरस की समस्या तो नहीं है आदि. यदि इस तरह के ड़िफेक्ट्स हैं भी तब भी कीहोल सर्जरी, जैसे- लेप्रोस्कोपी, हीस्टिरोस्कोपी से इसका इलाज संभव है. इसके अलावा जेनेटिक टेस्टिंग और इम्यूनोलॉजी प्रॉब्लम्स के लिए विशेष तरह का ब्लड टेस्ट भी किया जाता है. गर्भधारण के पहले फोलिक एसिड और हार्मोन्स की टेबलेट लेने की आवश्यकता पड़ सकती है.
डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
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मैं 53 वर्षीया महिला हूं. तीन साल पहले मेरा मेनोपॉज़ (Menopause) हो चुका है. इन दिनों अचानक मुझे हल्की वेजाइनल ब्लीडिंग (Vaginal Bleeding) शुरू हो गई है. क्या यह कोई गंभीर समस्या है? क्या मुझे चेकअप करवाना चाहिए?
– सुमति राव, मैंगलोर.
एक बार जब मासिकधर्म एक साल के लिए बंद हो जाए तो यह स्थिर हो जाता है. इसके बाद कभी आपको वेजाइनल ब्लीडिंग नहीं होनी चाहिए, यहां तक कि दाग़-धब्बे भी नहीं दिखनेे चाहिए. आपको तुरंत गायनाकोलॉजिस्ट से चेकअप करवाना चाहिए, जो इंटरनल एक्ज़ामिनेशन या पीएपी स्मीअर जांच से सर्विक्स के कैंसर का पता लगा सकते हैं. यूट्रीन लाइन पर सूजन है या नहीं, इसकी जांच के लिए आप सोनोग्राफ़ी भी करवा लें. यूट्रीन लाइन पर सूजन एंडोमेट्रियल हाइपरप्लेसिया, कैंसर या ओवरी ट्यूमर का संकेत है. वेजाइनल ब्लीडिंग का कारण इनमें से कोई भी हो सकता है, इसलिए सही जांच ज़रूरी है.
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मैं 40 वर्षीया महिला हूं. मैंने अपनी सहेलियों से सुना है कि उन्होंने पीएपी स्मीअर करवाया है. यह क्या है और इस उम्र में क्या यह सभी को करवाना
पड़ता है?
– रजनी शर्मा, दिल्ली.
40 वर्ष की उम्र ऐसी उम्र है, जहां किसी भी तरह के कैंसर या ट्यूमर की संभावना से पहले ही नियमित चेकअप करवाते रहना चाहिए. पीएपी स्मीअर एक साधारण-सा टेस्ट है, जिसमें कॉटन या ब्रश को सर्विक्स से छूकर स्लाइड तैयार की जाती है और इस स्लाइड की जांच द्वारा कैंसर या अन्य किसी बीमारी का पता लगाया जा सकता है. यह जांच किसी भी डॉक्टर के क्लिनिक में दो मिनट में की जा सकती है. यह जांच हर साल करवानी चाहिए और इसकी शुरुआत तभी कर देनी चाहिए, जब महिला सेक्सुअली एक्टिव हो. इसके अलावा 40 की उम्र में पेल्विक सोनोग्राफ़ी करवानी चाहिए, जिससे गर्भाशय और ओवरी के कैंसर का पता चलता है. साथ ही मैमोग्राफ़ी भी करवा लेनी चाहिए, जिससे स्तन कैंसर का पता चलता है. किसी भी महिला को कैंसर की जांच के लिए ये सामान्य से टेस्ट अवश्य करवाने चाहिए.
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डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
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मेरी शादी को दो साल हो रहे हैं. मेरी उम्र 26 साल है. हमने 3 साल बाद बच्चे की प्लानिंग की थी, लेकिन अब मुझे पीरियड्स में कम ब्लीडिंग हो रही है. कहीं इसके कारण आगे चलकर मुझे बच्चे पैदा करने में कोई दिक्कत तो नहीं होगी?
– महिमा रेड्डी, हैदराबाद.
पीरियड्स के दौरान कम ब्लीडिंग के कई कारण हो सकते हैं, जैसे- हार्मोन्स का असंतुलन, पोषण की कमी, पीसीओएस, थायरॉइड प्रॉब्लम्स. अपने परिवार में पता करें कि अर्ली मेनोपॉज़ की हिस्ट्री तो नहीं. आपको कुछ ब्लड टेस्ट कराने होंगे. टेस्ट में ओवेरियन रिज़र्व चेक कराएं और सोनोग्राफी करवाएं ताकि पता चल सके कि कितने साल और रुक सकते हैं. किसी फर्टिलिटी एक्सपर्ट से मिलें.
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मेरे बाएं ब्रेस्ट में गांठ है. इस गांठ की वजह से मुझे अब तक कोई प्रॉब्लम नहीं हुई है. लेकिन मेरे बाएं ब्रेस्ट का साइज़ दाएं वाले ब्रेस्ट से बड़ा है. क्या इससे मुझे भविष्य में कोई समस्या हो सकती है? मुझे क्या करना चाहिए?
– रोशनी पटवा, पटना.
ब्रेस्ट में छोटे लम्प्स फाइब्रोएडीनोमा हो सकते हैं. पर अच्छा होगा कि आप एक बार डॉक्टर से अपने ब्रेस्ट की कंप्लीट जांच करा लें. एक बार पारिवारिक इतिहास देख लें, कहीं किसी को परिवार में ब्रेस्ट कैंसर तो नहीं था. जॉक्टर की जांच के बाद आप बायलैट्रल ब्रेस्ट की सोनो-मैमोग्राफी करा लें. यह निदान का सबसे बेहतर टूल है.
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डॉ. राजश्री कुमार
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– ज्योति छाया, हरियाणा.
मेनोपॉज़ के बाद रक्तस्राव को साधारण नहीं समझना चाहिए और आपको फ़ौरन गायनाकोलॉजिस्ट से परामर्श लेना चाहिए. ऐसा निम्न कारणों से हो सकता है– अगर आप हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का इस्तेमाल कर रही हों, आपको फायब्रॉयड या गर्भाशय कैंसर की शिकायत हो, योनि कैंसर हो, सर्वाइकल कैंसर या यूटेरियन कैंसर की शिकायत हो. ऐसा सर्वाइकल या योनि में इंफेक्शन के कारण भी हो सकता है. बेहतर होगा कि आप अपना पूरा चेकअप करवाएं.
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मुझे दो महीने का गर्भ है. ये मेरा पहला बच्चा है. मुझे सुबह बहुत चक्कर आता है और उल्टियां भी होती हैं. मुझे क्या करना चाहिए?
– कार्तिका, नासिक.
गर्भावस्था में सुबह के समय नॉसिया या उल्टी होना सामान्य बात है. अगर आप खाली पेट हैं तो आपकी समस्या और भी बढ़ सकती है. सुबह उठने के बाद बिस्किट और चाय या दूध लें. खाली पेट कभी न रहें. दिन के समय भी कार्बोहाइड्रेड से युक्त आहार लें. फैटी फूड से परहेज़ करें. ये शिकायत सामान्यत: तीसरे महीने के बाद दूर हो जाती है. अगर ऊपर बताए गए निर्देशों का पालन करने के बाद भी आराम नहीं मिलता है, तो डॉक्टर से मिलें जो आपको उल्टियां बंद करने के लिए कोई गोलियां देंगे.
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यह भी पढ़ें: पर्सनल प्रॉब्लम्स: गर्भधारण नहीं कर पा रही हूं, क्या मुझमें कोई प्रॉब्लम है?
डॉ. राजश्री कुमार
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मैं 29 वर्षीया एक बच्चे की मां हूं. तीन हफ़्ते पहले ही मेरी डिलीवरी हुई है और पिछले एक हफ़्ते से ब्लीडिंग बंद थी, पर कल ही मुझे दोबारा ब्लीडिंग हुई. उसके बाद से ही काफ़ी कमज़ोरी महसूस हो रही है. डिलीवरी के पहले ही डॉक्टर ने मुझे बताया था कि मेरा हीमोग्लोबिन बहुत कम है और सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दी थी. क्या यह इसके कारण है?
– हंसा वाधवा, राजकोट.
अगर ब्लीडिंग बंद होने के बाद दोबारा हैवी ब्लीडिंग शुरू हो गई है, तो आपको तुरंत डॉक्टर को मिलना चाहिए. जैसा कि आपने बताया कि डॉक्टर ने आपको हीमोग्लोबिन की कमी यानी एनीमिया के बारे में बताया था, तो हो सकता है कि एनीमिया के कारण आपको यूटेरस का इंफेक्शन हो गया हो. आपको तुरंत ब्लड टेस्ट और सोनोग्राफी करवाने की ज़रूरत है, ताकि इंफेक्शन का पता चल सके. कभी-कभी प्लासेंटा के कुछ टिश्यूज़ यूटेरस में रह जाते हैं, जिसके कारण भी इंफेक्शन हो सकता है.
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कुछ समय पहले आपने एक सवाल का जवाब दिया था, जहां एक लड़की का गर्भाशय नहीं था, पर ओवरीज़ थीं. मैं स़िर्फ यह जानना चाहती हूं कि क्या वह मां बन सकती है?
– करुणा यादव, दुर्ग.
जी हां, उसका गर्भाशय नहीं था, पर ओवरीज़ थीं और वह सरोगेसी (किराये की कोख) के ज़रिए मां बन सकती है. जहां आईवीएफ में महिला के ओवम को पति के स्पर्म्स के साथ बाहर फर्टिलाइज़ किया जाता है, वहीं इसमें महिला में फर्टिलाइज़ एग्स को सरोगेट मां की कोख में प्लांट किया जाता है. इसका मतलब यह है कि गर्भाशय न होते हुए भी स़िर्फ ओवरीज़ की मदद से वह बच्चे की बायोलॉजिकल मां बन सकती है.
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पीरियड्स के लिए क्विक टिप्स
* पीरियड्स में जब बहुत तेज़ पेटदर्द हो रहा हो, तो एक गिलास गुनगुने पानी में एक टीस्पून शुद्ध घी मिलाकर पीएं.
* इन दिनों पाचनशक्ति कमज़ोर रहती है, उसे ठीक रखने के लिए पपीता खाएं.
* दर्द के कारण अक्सर रात को नींद नहीं आती, इसलिए रात को सोने से पहले एक ग्लास गर्म दूध में खसखस मिलाकर पीएं.
* दर्द से राहत पाने के लिए एक ग्लास छाछ में मेथीदाना भिगोकर थोड़ी देर बाद पीएं.
* अनन्नास में ब्रोमलेन नामक एंजाइम होता है, जो दर्द में राहत दिलाता है, इसलिए अनन्नास खाएं.
* पीरियड्स के एक हफ़्ते पहले से ही खट्टी व ठंडी चीज़ें खाना बंद कर दें, क्योंकि इससे शरीर में शिथिलता आ जाती है, जिसके कारण दर्द ज़्यादा होता है.
* पीरियड्स से 72 घंटे पहले ही खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ा दें. इससे हमारी आंतें भी अच्छे ढंग से काम करती हैं और कब्ज़ की कोई शिकायत भी नहीं रहती.
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डॉ. राजश्री कुमार
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मैं 47 वर्षीया महिला हूं. पिछले कुछ दिनों से मैंने ग़ौर किया है कि पति से शारीरिक संबंध (Sexual Relationship) के बाद मुझे 1-2 दिन ब्लीडिंग (Bleeding) होती है, फिर रुक जाती है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. मैं क्या करूं?
– ख़ुशबू मलिक, अलीगढ़.
पहली बात तो आप घबराएं नहीं. यह अच्छी बात है कि इस ओर आपका ध्यान गया. आप तुरंत अपने गायनाकोलॉजिस्ट से मिलें. आपकी जांच करके ही डॉक्टर आपको बता पाएंगे कि कहीं किसी तरह की असामान्यता तो नहीं. अगर ऐसा हुआ, तो वे आपको पैप स्मियर टेस्ट या अल्ट्रासाउंड करने की सलाह दे सकते हैं. जांच के बाद ही इसका कारण पता चल पाएगा. इसलिए आप तुरंत डॉक्टर से मिलकर ज़रूरी टेस्ट करवाएं.
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मैं 35 वर्षीया महिला हूं. हाल ही में पता चला कि मुझे ट्युबरकुलॉसिस (टीबी) है, इसलिए डॉक्टर ने गर्भनिरोधक गोलियों की बजाय कोई और उपाय करने की सलाह दी है. मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि मैं क्या करूं? कृपया, उचित सलाह दें.
– वनिता झा, भागलपुर.
जब आप टीबी की दवाइयां लेती हैं, तो लिवर को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है, जिससे गर्भनिरोधक गोलियों का असर कम हो जाता है. यही कारण है कि आपके डॉक्टर ने गर्भनिरोध के किसी और उपाय को अपनाने की सलाह दी है. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप अपने गायनाकोलॉजिस्ट से मिलें. आपकी पेल्विक जांच के बाद वो आपको इस बारे में सही सलाह दे पाएंगे.
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डॉ. राजश्री कुमार
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मैं 29 वर्षीया युवती हूं. हाल ही में मैंने ध्यान दिया कि पिछले साल की तुलना में इस साल पीरियड्स के दौरान मुझे बहुत ज़्यादा रक्तस्राव (Bleeding) हो रहा है. पहले मेरे पीरियड्स स़िर्फ 4 दिनों तक रहते थे, पर अब 6 दिनों तक रहते हैं. आमतौर पर कितना ब्लड लॉस सामान्य होता है? और मुझे कैसे पता चलेगा कि मुझे अत्यधिक रक्तस्राव (Bleeding) हो रहा है?
– श्वेता मोरे, पुणे.
पीरियड्स के दौरान आमतौर पर महिलाओं को 40 मि.ली. तक ब्लड लॉस होता है, जो 20 मि.ली. से 80 मि.ली. तक भी हो सकता है. अत्यधिक रक्तस्राव (Bleeding) के बारे में जानने का सबसे आसान तरीक़ा यह देखना है कि रक्तस्राव के दौरान ब्लड क्लॉट (खून के थक्के) निकलते हैं या नहीं, क्योंकि अगर पीरियड्स के दौरान ब्लड क्लॉट्स ज़्यादा आ रहे हैं और आपको कमज़ोरी महसूस हो रही है, तो समझ जाएं कि आपको अत्यधिक रक्तस्राव हो रहा है. ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए.
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मैं 32 वर्षीया महिला हूं व मेरा 4 साल का बच्चा है. डिलीवरी के छह महीने बाद से ही मैं इंट्रायूटेराइन डिवाइस कॉपर टी इस्तेमाल कर रही हूं. मैं यह जानना चाहती हूं कि क्या कॉपर टी निकलवाने के तुरंत बाद मेरी फर्टिलिटी लौट आएगी या फिर मुझे कंसीव करने में बहुत ज़्यादा समय लगेगा?
– जयश्री मिश्रा, राजकोट.
आपको बता दें कि इंट्रायूटेराइन डिवाइस कॉपर टी निकलवाने के तुरंत बाद ही आपकी फर्टिलिटी वापस आ जाएगी, जबकि हार्मोंसवाले गर्भनिरोधक साधनों का इस्तेमाल करनेवाली महिलाओं के साथ ऐसा नहीं होता. उनकी फर्टिलिटी लौटने में 3 से 6 महीने का समय लगता है, इसलिए अपने पति से इस बारे में बात करें और जब आप प्रेग्नेंसी के लिए तैयार हों, तभी कॉपर टी निकलवाएं.
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हैवी ब्लीडिंग के लिए होम रेमेडीज़
- हैवी ब्लीडिंग से राहत के लिए ठंडा सेंक करें. कॉटन के कपड़े में बर्फ के टुकड़े लपेटकर १५-२० मिनट सेंक करें. अगर चाहें, तो 4 घंटे बाद
रिपीट करें. - एप्पल साइडर विनेगर शरीर से टॉक्सिन्स को निकालकर हार्मोंस को संतुलित करता है. 1 ग्लास पानी में 1-2 टेबलस्पून एप्पल साइडर विनेगर
मिलाकर दिन में 3 बार लें. - 2 कप पानी में 1 टीस्पून साबूत धनिया डालकर उबालें. जब पानी आधा रह जाए, तब उसमें थोड़ा-सा शहद मिलाकर रख लें. इसे गुनगुना ही पीरियड्स
के दौरान 2-3 बार पीएं.
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डॉ. राजश्री कुमार
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