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Covid-19 vaccine
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महाराष्ट्र के पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के नए प्लांट में आग लग गई है, जिससे कोविड वैक्सीन बनाने वाली जगह को लेकर चिंता बढ़ी है. बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ही कोरोना वैक्सीन कोविशिल्ड बना रही है, जिसकी आपूर्ति भारत समेत कई देशों में की जा रही है. हालांकि आग लगने की वजह अभी साफ नहीं हो पाई है. दमकल विभाग की गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हैं.
कोविड वैक्सीन बनाने वाली जगह को सुरक्षित बताया जा रहा है
महाराष्ट्र के पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के नए प्लांट में आग लग गई है, जिससे पूरे देश में चिंता की लहर है. बता दें कि पिछले साल ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने इस प्लांट का उद्घाटन किया था, लेकिन अभी इस प्लांट में वैक्सीन का उत्पादन नहीं शुरू हो पाया है, इसलिए फिलहाल कोरोना वैक्सीन कोविशिल्ड बनाने वाली जगह को सुरक्षित बताया जा रहा है. कोविशिल्ड बनाने वाली जगह सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की इस बिल्डिंग से एक किलोमीटर दूर है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि फंसे हुए लोगों को बाहर निकाल लिया गया है.
न्यूज़ एजेंसी ANI ने ट्वीट करके महाराष्ट्र के पुणे में स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के टर्मिनल एक गेट में आग लगने की जानकारी दी है.
#UPDATE One team of NDRF (National Disaster Response Force) moved for Serum Institute of India in Pune where a fire broke out this afternoon. https://t.co/YNNn3Up4oK
— ANI (@ANI) January 21, 2021
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने ट्वीट करके बताया है कि सीरम इंस्टीट्यूट में लगी आग से किसी की भी जान को कोई नुक़सान नहीं हुआ है, हालांकि बिल्डिंग के कुछ फ्लोर की काफी क्षति हुई है.
Thank you everyone for your concern and prayers. So far the most important thing is that there have been no lives lost or major injuries due to the fire, despite a few floors being destroyed.
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) January 21, 2021
पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट में लगी आग की घटना के बाद उस इलाके की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है, ताकि कोरोना वैक्सीन कोविशिल्ड बनाने वाली जगह की सुरक्षा में कोई कमी न आने पाए.

भारत में कोरोना के लिए दो वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी मिल चुकी है. इससे एक तरफ जहां लोग खुश हैं, वहीं लोगों के मन में इसे लेकर कई तरह के सवाल भी हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 की वैक्सीन को तैयारियों और टीकाकरण को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब का जवाब जारी किया है, ताकि किसी के मन में इन वैक्सीन को लेकर किसी तरह की कोई दुविधा न रहे.
1.क्या देश में सभी के लिए कोरोना वैक्सीन लगवाना जरूरी है?
जवाब: वैक्सीन लगवाने के लिए कोई कानूनी बाध्यता नहीं है. कोविड-19 वैक्सीन स्वैच्छिक है. लेकिन इस बीमारी से खुद को सुरक्षित रखने के लिए सभी को कोविड-19 वैक्सीन लेने की सलाह दी जाती है. ताकि करीबी संपर्क वाले लोगों तक वायरस को फैलने से रोका जा सके.
2. क्या सभी को एक साथ वैक्सीन लगाई जाएगी?
जवाब: सबसे पहले हाई रिस्क ग्रुप्स को वैक्सीन दी जाएगी, जिसके तहत हेल्थलाइन तथा फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगेगा. उसके बाद 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाया जाएगा और अंत में सभी के लिए वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी.
3. क्या कोरोना वैक्सीन खुले बाजार में भी उपलब्ध होगी?
जवाब: नहीं अभी खुले बाजार में कोरोना की वैक्सीन नहीं मिलेगी. फिलहाल इसे प्राइवेट तौर पर नहीं खरीदा जा सकता है. फिलहाल यह केंद्र के नियंत्रण वाले केंद्रों में ही मिलेंगी.
4. कोविड से ठीक हो चुके व्यक्ति के लिए भी वैक्सीन लेना जरूरी है?
जवाब: कोविड से ठीक होने के बाद भी कोविड वैक्सीन लेने की सलाह दी जाती है यह वैक्सीनेशन बीमारी के खिलाफ एक बेहतर व स्ट्रांग इम्यूनिटी डेवलप करने में मदद करेगा, जिससे आप इससे सुरक्षित रहेंगे.
5. क्या वैक्सीनेशन के बाद भी सावधानी बरतने की जरूरत है?
याद रखें कि वैक्सीनेशन के बाद भी मास्क पहनना, नियमित हाथ धोना या सैनिटाइज करना और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना ज़रूरी है. ध्यान रखें वैक्सीन एक अतिरिक्त सुरक्षा उपाय है. वैक्सीन लगाने के बाद मास्क न पहनने की सोच गलत है. फिजिकल डिस्टेंसिंग और मास्क कम से कम एक-डेढ़ साल जरूरी रहेंगे. सबसे ज्यादा सेफ्टी मास्क से मिलती है.
6. क्या वैक्सीन लेने के बाद कोरोना होने का डर नहीं होगा?
एम्स के डायरेक्टर गुलेरिया ने बताया कि इसके लिए स्टडी करनी होगी कि कोरोना की वैक्सीन लेने के बाद लोगों में इस वायरस के खिलाफ कितने दिनों तक इम्युनिटी बनी रहती है, लेकिन इतना तय है कि वैक्सीन लेने के बाद भी अगर फिर से कोरोना होता है तो यह बहुत ही माइल्ड होगा.
7. वैक्सीन कम समय में परीक्षण के साथ लाई जा रही है, क्या यह सुरक्षित है?
जवाब: रेग्युलेटरी संस्थाओं द्वारा सुरक्षित और प्रभावकारी पाए जाने के बाद ही वैक्सीन को लॉन्च किया गया है. इसलिए ये सुरक्षित है.
8. अगर कोई व्यक्ति कोविड-19 से संक्रमित है या संदिग्ध की श्रेणी में है, तो क्या उसे वैक्सीन दिया जा सकता है?
उत्तर- जिस व्यक्ति में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है या जो संदिग्ध है, उसे वैक्सीनेशन केंद्र जाने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है, ऐसे व्यक्ति 14 दिन बाद ही टीका लगवाएं.
9. क्या बिना रजिस्ट्रेशन भी कोविड वैक्सीन का टीका लग सकता है?
जवाब: कोरोना वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी है, उसके बिना टीका नहीं लगाया जाएगा.
10. कोई व्यक्ति वैक्सीन लेने के योग्य है या नहीं, ये कैसे पता चलेगा?
जवाब: वैक्सीन के लिए योग्य लोगों को रजिस्ट्रेशन के बाद उनके रजिस्टर्ड फोन नंबर पर सूचित किया जाएगा और उन्हें वैक्सीनेशन के शेड्यूल के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी.
11. वैक्सीन की कितनी खुराक और किस अंतराल पर लेनी होगी?
जवाब: वैक्सीन की दो डोज़ दी जाएगी. पहली डोज और दूसरे डोज के बीच 21 से 28 दिन का अंतर होगा. वैसे पहला डोज लगने के 10-14 दिन के बाद ही उसका असर होना शुरू हो जाता है.
12. क्या बच्चे और गर्भवती महिलाएं यह वैक्सीन लगवा सकते हैं?
जवाब: अभी भारत में जो ट्रायल्स हुए हैं और वैक्सीन का अप्रूवल हुआ है वो 18 साल से ज्यादा उम्र के और ऐसी महिलाएं जो गर्भवती नहीं हैं उनके लिए है. ये वैक्सीन फिलहाल बच्चों के लिए नहीं है. इसे वयस्कों को लगाने को ही प्राथमिकता दी जा रही है.
13. क्या डायबिटीज, कैंसर जैसी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी?
जवाब: ये मरीज हाई रिस्क वाले लोगों में हैं और उन्हें वैक्सीन प्राथमिकता के आधार पर दी जाएगी.
14. क्या वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट भी हो सकता है?
जवाब: वैक्सीन को तभी लॉन्च किया गया है जब यह सुरक्षित साबित हुई है. बुखार आना, सिरदर्द जैसे लक्षण शुरुआत में दिख सकते हैं, जो कोई बड़ी दिक्कत की बात नहीं है. फिर भी राज्यों को निर्देश दे दिया गया है कि साइड इफेक्ट की परिस्थिति से निपटने के लिए प्रबंध करें.
15. अगर कोई वैक्सीन नहीं लेना चाहता है तो?
जवाब: वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में जागरूकता जरूरी है. सरकार अपनी ओर से लोगों को समझाने की और उन्हें जागरूक बनाने की कोशिश कर रही है. जैसे-जैसे लोगों में जागरूकता आएगी, वे इसे लगवाने के लिए खुद सामने आएंगे.