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Personal Problems: डिलीवरी के बाद से योनि में ढीलापन महसूस हो रहा है (Vaginal Laxity And Child Birth)

मेरी उम्र 35 वर्ष है. मेरे दो बच्चे हैं और दोनों बच्चों की नॉर्मल डिलीवरी हुई थी. कुछ दिनों से मुझे लग रहा है कि मेरी योनि से कुछ बाहर आ रहा है. मुझे योनि में ढीलापन भी महसूस होता है और पेशाब करने में परेशानी होती है.
- रीमा कपूर, दिल्ली.
आपकी समस्या से लगता है कि आपकी योनि की मांसपेशियों में ढीलापन आने से यूटेरस अपनी जगह से हिल गया है. ऐसा अक्सर नॉर्मल डिलीवरी के बाद होता है, ख़ासतौर पर तब, जब बच्चा बड़े आकार का हो या वैक्यूम की मदद से हुआ हो. ऐसे में यूटेरस योनि में या योनि से बाहर आ जाता है. कभी-कभी तो ज़्यादा कफ़ होने से ब्लैडर व रेक्टम भी बाहर आ जाता है, क्योंकि उन्हें सपोर्ट नहीं मिल पाता. इसका इलाज सर्जरी से ही संभव है. इसके लिए योनि या लेप्रोस्कोपिक सर्जरी द्वारा यूटेरस को कस दिया जाता है. यदि मरीज़ की उम्र ज़्यादा है तो यूटेरस को ही निकाल दिया जाता है. यह भी पढ़ें: Personal Problems: एक्टॉपिक प्रेग्नेंसी क्या होती है? (What Is Ectopic Pregnancy?)
Vaginal Laxity
मेरी उम्र 44 वर्ष है. मुझे 2 साल से अत्यधिक रक्तस्राव हो रहा है, जिसके कारण मुझे बहुत ज़्यादा थकान महसूस होती है. मेरी रिपोर्ट भी नॉर्मल है. डॉक्टर का कहना है कि मेनोपॉज़ के दौरान अक्सर ऐसा हो जाता है, लेकिन मेरे लिए अब इस परेशानी को सहना मुश्किल हो गया है. कृपया, उपाय बताएं.
- माधवी कंज़रकर, नागपुर .
आपकी समस्या को देखकर लगता है कि आपको डिस़फंक्शनल यूटेराइन ब्लीडिंग है. इस स्थिति में सोनोग्राफ़ी में यूटेरस व ओवरीज़ नॉर्मल नज़र आते हैं, लेकिन मरीज़ को रक्तस्राव होता रहता है. इस प्रॉब्लम के लिए आप गायनाकोलॉजिस्ट से बात करके दवाएं ले सकती हैं. यदि आप परमानेंट सोल्यूशन चाहती हैं, तो आपके पास दो विकल्प हैं, यूटेरस में हार्मोन इंटरायूटेराइन डिवाइस इंसर्ट करवा लें. यह कॉपर टी की तरह ही होता है. इससे अगले 5 साल के लिए आपका रक्स्राव रुक जाएगा. दूसरा विकल्प है- यूटेराइन बलून एब्लेशन, जिसमें एक बलून को ट्यूब में लगाकर योनि मार्ग द्वारा अंदर डाला जाता है. बलून में गर्म पानी भरकर कंप्यूटर द्वारा यूटेरस की दीवारों को नष्ट किया जाता है. लेकिन यह प्रक्रिया वेे महिलाएं ही करवा सकती हैं, जो भविष्य में मां नहीं बनना चाहतीं. यह भी पढ़ें: Personal Problems: क्या गर्भनिरोधक गोलियों से वज़न बढ़ता है? (Do Contraceptive Pills Cause Weight Gain?) Dr. Rajshree Kumar डॉ. राजश्री कुमार स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ [email protected] हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए हमारा ऐप इंस्टॉल करें: Ayurvedic Home Remedies

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Personal Problems: गर्भावस्था में सर्जरी से डर रही हूं (Is Surgery During Pregnancy Safe?)

मैं चार माह की गर्भवती (Pregnant) हूं और पूरी तरह ठीक हूं. लेकिन मेरा पहला बच्चा सातवें माह में ही पैदा हो गया था. इसलिए अब डॉक्टर का कहना है कि मुझे गर्भाशय के मुंह पर टांके लगवा लेने चाहिए, ताकि डिलीवरी पहले की तरह समय से पहले न हो. मैं गर्भावस्था में सर्जरी (Surgery) कराने से डरती हूं. क्या यह ज़रूरी हैै?
- अर्चना, मंदसौर.
आपकी समस्या सर्वाइकल इनकॉम्पिटेंस की है. इसके अंतर्गत सर्विक्स (गर्भाशय का मुंह) कुछ कमज़ोर हो जाता है और प्रेगनेंसी के दौरान समय से पहले ही खुल जाता है. यदि सर्विक्स छोटा है और खुल जाता है तो प्रीमैच्योर डिलीवरी की संभावना बढ़ जाती है. इस स्थिति में पेशेंट को किसी तरह का दर्द या परेशानी नहीं होती है, क्योंकि उसे पता ही नहीं चल पाता कि सर्विक्स खुल गया है. इसका पता सोनोग्राफ़ी कराने पर ही चलता है. चूंकि आपका पहला बच्चा समय से पूर्व हो गया था और फिर से ऐसा न हो, इसके लिए आपको सर्वाइकल स्टिच लगवा लेना चाहिए. यह बहुत ही साधारण व सुरक्षित तरीक़ा है. इससे आपका बच्चा 9 माह तक गर्भ में सुरक्षित रह पाएगा. डिलीवरी के कुछ ह़फ़्ते बाद टांकों को खोल दिया जाता है. यह भी पढ़ें: Personal Problems: मेनोपॉज़ के बाद ब्लीडिंग कहीं गंभीर समस्या तो नहीं? (What Does It Mean If You’re Bleeding After Menopause?) Surgery During Pregnancy
मैं 24 वर्ष की हूं. मेरी शादी को दो साल हुए हैं. मुझे पिछले ह़फ़्ते पीरियड आना था, लेकिन नहीं आया. मैं यह सोचकर बेहद ख़ुश थी कि मैं गर्भवती हूं, लेकिन डॉक्टर का कहना है कि यह एक्टोपिक प्रेगनेंसी है और मुझे ऑपरेशन करवाकर इसे हटवाना पड़ेगा. क्या इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं है?
- संध्या, भोपाल.
एक्टोपिक प्रेगनेंसी ऐसी स्थिति है, जिसमें गर्भ गर्भाशय की जगह ओवरी या नली में अटक जाता है. इसका पता सोनोग्राफ़ी द्वारा ही चलता है. यह बहुत ही ख़तरनाक स्थिति है, क्योंकि ट्यूब कभी भी फट सकती है और पेल्विस में अत्यधिक ब्लीडिंग हो सकती है. इसलिए तुरंत इलाज कराना चाहिए. इसके लिए ख़ास तरह का इंजेक्शन, जैसे- मेथोट्रेक्सेट दिया जाता है या कीहोल सर्जरी की जाती है.

यह भी पढ़ें: Personal Problems: पीरियड्स में होनेवाले दर्द के लिए क्या कोई ख़ास टेस्ट कराना होगा? (Menstrual Cramps- Diagnosis And Treatments)

Dr. Rajshree Kumar डॉ. राजश्री कुमार स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ [email protected] हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए हमारा ऐप इंस्टॉल करें: Ayurvedic Home Remedies  

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पर्सनल प्रॉब्लम्स: क्या हीमोग्लोबिन की कमी से कमज़ोरी महसूस होती है? (Can Low Hemoglobin Count Make You Tired?)

मैं 29 वर्षीया एक बच्चे की मां हूं. तीन हफ़्ते पहले ही मेरी डिलीवरी हुई है और पिछले एक हफ़्ते से ब्लीडिंग बंद थी, पर कल ही मुझे दोबारा ब्लीडिंग हुई. उसके बाद से ही काफ़ी कमज़ोरी महसूस हो रही है. डिलीवरी के पहले ही डॉक्टर ने मुझे बताया था कि मेरा हीमोग्लोबिन बहुत कम है और सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दी थी. क्या यह इसके कारण है?
- हंसा वाधवा, राजकोट.
अगर ब्लीडिंग बंद होने के बाद दोबारा हैवी ब्लीडिंग शुरू हो गई है, तो आपको तुरंत डॉक्टर को मिलना चाहिए. जैसा कि आपने बताया कि डॉक्टर ने आपको हीमोग्लोबिन की कमी यानी एनीमिया के बारे में बताया था, तो हो सकता है कि एनीमिया के कारण आपको यूटेरस का इंफेक्शन हो गया हो. आपको तुरंत ब्लड टेस्ट और सोनोग्राफी करवाने की ज़रूरत है, ताकि इंफेक्शन का पता चल सके. कभी-कभी प्लासेंटा के कुछ टिश्यूज़ यूटेरस में रह जाते हैं, जिसके कारण भी इंफेक्शन हो सकता है. यह भी पढ़ें: शारीरिक संबंध के बाद १-२ दिन तक ब्लीडिंग क्यों होती है?
Can Low Hemoglobin Count Make You Tired
कुछ समय पहले आपने एक सवाल का जवाब दिया था, जहां एक लड़की का गर्भाशय नहीं था, पर ओवरीज़ थीं. मैं स़िर्फ यह जानना चाहती हूं कि क्या वह मां बन सकती है?
- करुणा यादव, दुर्ग.
जी हां, उसका गर्भाशय नहीं था, पर ओवरीज़ थीं और वह सरोगेसी (किराये की कोख) के ज़रिए मां बन सकती है. जहां आईवीएफ में महिला के ओवम को पति के स्पर्म्स के साथ बाहर फर्टिलाइज़ किया जाता है, वहीं इसमें महिला में फर्टिलाइज़ एग्स को सरोगेट मां की कोख में प्लांट किया जाता है. इसका मतलब यह है कि गर्भाशय न होते हुए भी स़िर्फ ओवरीज़ की मदद से वह बच्चे की बायोलॉजिकल मां बन सकती है. यह भी पढ़ें: क्या कंसीव करने की संभावना को जानने के लिए कोई टेस्ट है?

पीरियड्स के लिए क्विक टिप्स

* पीरियड्स में जब बहुत तेज़ पेटदर्द हो रहा हो, तो एक गिलास गुनगुने पानी में एक टीस्पून शुद्ध घी मिलाकर पीएं. * इन दिनों पाचनशक्ति कमज़ोर रहती है, उसे ठीक रखने के लिए पपीता खाएं. * दर्द के कारण अक्सर रात को नींद नहीं आती, इसलिए रात को सोने से पहले एक ग्लास गर्म दूध में खसखस मिलाकर पीएं. * दर्द से राहत पाने के लिए एक ग्लास छाछ में मेथीदाना भिगोकर थोड़ी देर बाद पीएं. * अनन्नास में ब्रोमलेन नामक एंजाइम होता है, जो दर्द में राहत दिलाता है, इसलिए अनन्नास खाएं. * पीरियड्स के एक हफ़्ते पहले से ही खट्टी व ठंडी चीज़ें खाना बंद कर दें, क्योंकि इससे शरीर में शिथिलता आ जाती है, जिसके कारण दर्द ज़्यादा होता है. * पीरियड्स से 72 घंटे पहले ही खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ा दें. इससे हमारी आंतें भी अच्छे ढंग से काम करती हैं और कब्ज़ की कोई शिकायत भी नहीं रहती. यह भी पढ़ें: क्या प्रेग्नेंसी में बहुत ज़्यादा उल्टियां होना नॉर्मल है?
डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
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पर्सनल प्रॉब्लम्स: नसबंदी ओपन करानेवाली सर्जरी की सफलता के कितने चांसेस हैं? (How Effective Is A Vasectomy Reversal Surgery?)

हमारे दूसरे बच्चे के जन्म के बाद ही मेरे पति ने नसबंदी करवा ली थी, पर हाल ही में एक एक्सीडेंट में हमने अपना एक बच्चा खो दिया. अब हम बहुत दुखी व परेशान हैं. क्या किसी सर्जरी के ज़रिए हम एक बार फिर बच्चा पैदा कर सकते हैं? ऐसी सर्जरी में सफलता की कितनी संभावना है? कृपया वो भी बताएं.
- वर्णिका राणा, भुज.
नसबंदी स्थायी गर्भनिरोधक है, पर वैसोवैसोस्टॉमी सर्जरी (नसबंदी को दोबारा खोलना) में नसबंदी के दौरान कट की गई नसों को दोबारा जोड़ा जाता है. इसकी सफलता कई बातों पर निर्भर करती है, जैसे कि नसबंदी को कितना समय हो गया, उसके पहले आपके पति का फर्टिलिटी लेवल कैसा था आदि. नसबंदी के 3 साल के भीतर अगर यह सर्जरी की जाए, तो सफलता की संभावना अधिक होती है. इन सबके अलावा डॉक्टर और अस्पताल के चुनाव और आपकी फर्टिलिटी जैसी बातों का भी आपको ध्यान रखना होगा. इन सभी बातों पर ग़ौर करके ही कोई निर्णय लें. ये भी पढें: बिना सर्जरी ब्लैडर प्रोलैप्स का क्या इलाज है? Vasectomy Reversal Surgery
मुझे डेढ़ महीने का गर्भ है, पर मुझे बहुत ज़्यादा उल्टियां हो रही हैं. मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करूं? कृपया सलाह दें.
- वृंदा धवन, रोहतक.
अगर आपको बहुत ज़्यादा उल्टियां हो रही हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर को मिलना चाहिए. डॉक्टर यूरिन टेस्ट के ज़रिए जांच करेंगे कि यूरिन में कीटोन्स तो नहीं, अगर ऐसा हुआ, तो आपको एडमिट करके आईवी फ्लूइड दिया जाएगा. इसके साथ ही वो आपको कुछ दवाइयां भी दे सकते हैं. वैसे 3 महीनों के बाद यह समस्या अपने आप कम हो जाती है, पर फिर भी ऐसे में आपको हर 2-3 घंटों में कुछ खाना चाहिए. सुबह-सुबह चाय-कॉफी या चॉकलेट से बचें. ठंडा दूध पीएं. ये भी पढें: क्या कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स से सर्वाइकल कैंसर हो सकता है?
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डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
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        ये भी पढें: शादी से पहले गर्भनिरोधक की जानकारी कितनी ज़रूरी है? हर बीमारी का आयुर्वेदिक उपचार  उपाय जानने के लिए इंस्टॉल करे मेरी सहेली आयुर्वेदिक होम रेमेडीज़ ऐप

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पर्सनल प्रॉब्लम्स: एग्स को कितने सालों तक फ्रीज़ करवाकर रख सकते हैं? (How Long Can I Freeze Eggs For?)

मैं 37 वर्षीया अविवाहित महिला हूं. 2 साल पहले ही मैंने अपने एग्स फ्रीज़ करवाकर रखे हैं. अभी तक मेरे जीवनसाथी की तलाश जारी है और यही सोचकर मैंने अपने एग्स फ्रीज़ करवाए हैं कि भविष्य में अपनी प्रेग्नेंसी के लिए उनका इस्तेमाल कर सकूं. पर मुझे यह पूछना है कि कितने सालों तक एग्स को सुरक्षित फ्रीज़ करके रखा जा सकता है? 
- मोनाली दुबे, मुंबई.
फ़िलहाल जो वैज्ञानिक दावे हैं उनके मुताबिक, 10 सालों तक एग्स को फ्रीज़ करके रखा जा सकता है. हो सकता है कि भविष्य में यह आंकड़ा और बदले, फिर भी आपको 40-45 या 50 जैसी बड़ी उम्र में प्रेग्नेंसी से जुड़े रिस्क फैक्टर्स के बारे में भी पता होना चाहिए, क्योंकि जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती है, वह हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ जैसी बीमारियों की चपेट में आने लगता है. इन सभी समस्याओं के बारे में आपको अपने फर्टिलिटी एक्सपर्ट से बात करनी चाहिए. आपने 30 की उम्र में अपने एग्स फ्रीज़ करके रख दिए हैं, इसका यह बिल्कुल मतलब नहीं कि कंसीव करने के लिए अभी आप 10-15 साल और इंतज़ार कर सकती हैं. यह भी पढ़ें: क्या कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स से सर्वाइकल कैंसर हो सकता है?
How Long Can I Freeze Eggs For
हाल ही में मेरी शादी हुई है. गर्भनिरोध के लिए हम कंडोम का इस्तेमाल करते हैं, पर जब भी हम कंडोम इस्तेमाल करते हैं, मेरे प्राइवेट पार्ट्स एकदम लाल हो जाते हैं और उनमें खुजली व जलन होती है. मैं क्या करूं?
- सोनिया गोयल, पुणे.
आपकी बातों से लग रहा है कि आप लेटेक्स एलर्जी से परेशान हैं, जिससे कंडोम बनता है. लेटेक्स रबर के पेड़ से बननेवाला एक प्राकृतिक व फ्लेक्सिबल रबर होता है. कुछ लोगों को इसके कारण एलर्जी हो सकती है, पर अगर यह बार-बार हो रहा है, तो नुक़सानदेह भी हो सकता है. जिन्हें केला, अनन्नास, पीच, कीवी, अंगूर, पपीता, एवोकैडो, स्ट्रॉबेरी, काजू, गेहूं आदि से एलर्जी होती है, उन्हें लेटेक्स एलर्जी की संभावना अधिक होती  है. तुरंत अपने  डॉक्टर से मिलें, ताकि वो आपकी सही जांच कर सकें. फैमिली प्लानिंग के लिए कोई और उपाय अपनाएं. यह भी पढ़ें: क्या प्रेग्नेंसी के दौरान ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है?

जानें कंडोम से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

- हर साल 100 में से 18 महिलाएं स़िर्फ इसलिए कंसीव कर लेती हैं, क्योंकि उनके पार्टनर सही तरी़के से कंडोम इस्तेमाल नहीं करते, इसलिए आप इस बात का ध्यान रखें कि आपके पार्टनर सही तरीक़ा जानते हों. - बाज़ार में मिलनेवाले कलरफुल कंडोम्स की बजाय सिंपल कंडोम्स इस्तेमाल करें, क्योंकि ज़्यादातर मामलों में देखा गया है कि ऐसे कंडोम्स सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज़ेस से आपको नहीं बचा पाते, जिसके लिए ख़ासतौर पर उनका इस्तेमाल किया जाता है. - अगर आपको या आपके पार्टनर को लेटेक्स कंडोम की एलर्जी है, तो आप फीमेल कंडोम इस्तेमाल कर सकती हैं. - कोशिश करें कि सेक्सुअल रिलेशन के दौरान कंडोम ज़रूर इस्तेमाल करें. यह भी पढ़ें: ब्रेस्ट में गांठ के लिए क्या बार-बार मैमोग्राफी करानी होगी? rajeshree-kumar-167x250 डॉ. राजश्री कुमार स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ [email protected]
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पर्सनल प्रॉब्लम्स: क्या एबॉर्शन के बाद कंसीव करने में समस्या आती है? (Does a Past Abortion Affect Chances of Getting Pregnant?)

  मैं 29 वर्षीया शादीशुदा महिला हूं. शादी के तुरंत बाद मैंने कंसीव कर लिया था, पर हम दोनों ही इस ज़िम्मेदारी के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए एबॉर्शन करा लिया. पर पिछले 2 सालों से हम प्रेग्नेंसी प्लान करना चाहते हैं, पर कंसीव नहीं कर पा रही हूं, इसलिए बहुत ग्लानि महसूस करती हूं. क्या पिछले एबॉर्शन के कारण ऐसा हो रहा है? कृपया, मेरी मदद करें.

- पावनी वर्मा, गुड़गांव.

एबॉर्शन के बाद कुछ महिलाएं आप ही की तरह ग्लानि महसूस करती हैं, पर याद रखें कि यह ़फैसला आपने सोच-समझकर लिया था, इसलिए उसे दिमाग़ से निकाल दें. आप एक बार पहले भी कंसीव कर चुकी हैं, इसलिए दोबारा भी प्रेग्नेंट हो सकती हैं, पर आप कंसीव क्यों नहीं कर पा रही हैं, उसका कारण पता करने के लिए आप दोनों को ही सीमेन एनालिसेस, ट्यूबल पेटेंसी और ओवेरियन फंक्शन जैसे कुछ ज़रूरी टेस्ट कराने होंगे, जिसके बाद ही सही कारणों का पता चल पाएगा. यह भी पढ़ें: क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान गर्भनिरोधक की ज़रूरत नहीं पड़ती?   Pregnancy Problems मैं 36 वर्षीया महिला हूं और मेरी पहली प्रेग्नेंसी को 2 महीने हो गए हैं. सोनोग्राफी के बाद डॉक्टर ने सब नॉर्मल बताया, पर चौथे महीने में ट्रिपल टेस्ट कराने की सलाह भी दी है. यह टेस्ट किसलिए है?

- चेतना पटवा, आगरा.

यह प्रेग्नेंसी की दूसरी तिमाही में किया जानेवाला एक ब्लड टेस्ट है. दरअसल, आपकी उम्र 35 साल से ज़्यादा है और इस उम्र के बाद प्रेग्नेंसी में कुछ असामान्यताएं आ सकती हैं, इसलिए डॉक्टर ने आपको यह टेस्ट कराने की सलाह दी है. ट्रिपल टेस्ट के ज़रिए यह जानने की कोशिश की जाती है कि कहीं गर्भवती मां को कोई क्रोमोज़ोमल असामान्यताएं या फिर न्युरल ट्यूब डिफेक्ट्स की संभावना तो नहीं. आमतौर पर इस टेस्ट के साथ अल्ट्रासाउंड भी किया जाता है. अगर किसी तरह की असामान्यता पाई गई और टेस्ट पॉज़ीटिव आया तो,  आपको एक और टेस्ट कराने की सलाह दी जा सकती है.
यह भी पढ़ें: क्या हीमोग्लोबिन की कमी के लिए हार्मोनल पिल्स लेनी चाहिए ?

पीरियड्स के  दौरान इनसे दूर रहें महिलाएं

  • नमकीन पदार्थ: पीरियड्स के दौरान सबसे पहले खाने में नमक की मात्रा कम करनी चाहिए. इसके अलावा अन्य नमकीन पदार्थ, जैसे- पोटैटो चिप्स, सोडा, चीज़, सोया सॉस आदि. इस दौरान बाहर का खाना खाने से बचना चाहिए, क्योंकि होटल्स आदि में खाने में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, जिससे पेट में सूजन आदि की समस्या बढ़ जाती है.
  • कैफीन: चाय, कॉफी, चॉकलेट जैसे कैफीनयुक्त पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए. माना कि इन दिनों चॉकलेट आदि खाने का बहुत मन करता है, पर कैफीन के ज़्यादा सेवन से पेट में मरोड़ के साथ दर्द, तनाव व थकान आदि की समस्या बढ़ जाती है.
  • तला-भुना व मसालेदार: महीने के उन ख़ास दिनों में तला-भुना व अधिक मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए. इन दिनों पाचनशक्ति धीमी पड़ जाती है, इसलिए गरिष्ठ भोजन से दूर ही रहें. इसके अलावा फैट से भरपूर चीज़ें, जैसे- चीज़ व बटर आदि से बचें.
  • डेयरी प्रोडक्ट्स: पीरियड्स के दौरान डेयरी प्रोडक्ट्स, वेजीटेबल ऑयल, रेड मीट से दूर ही रहें. इसमें पाए जानेवाले अनसैचुरेटेड फैट दर्द बढ़ाते हैं.
यह भी पढ़ें: इंट्रायूटेराइन कॉन्ट्रासेप्टिव (IUD) का इस्तेमाल कितने सालों तक कर सकते हैं?
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डॉ. राजश्री कुमार
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पर्सनल प्रॉब्लम्स: क्या गर्भाशय का न होना मुमकिन है? (Can A Woman Be Born Without A Womb?)

मेरी बेटी 16 साल की है, पर अभी तक उसके पीरियड्स नहीं आए हैं. सोनोग्राफी से पता चला कि उसकी ओवरीज़ तो हैं, पर गर्भाशय नहीं है, क्या ऐसा भी होता है? क्या यही वजह है कि उसके पीरियड्स नहीं आए?

- रीता वर्मा, हैदराबाद.

जी हां, यह मुमकिन है और यही वजह है कि उसके पीरियड्स नहीं आ रहे हैं. दरअसल, ऐसे मामलों में ओवरीज़ तो सामान्य होती हैं, पर योनि या गर्भाशय या तो अविकसित रह जाते हैं या होते ही नहीं. लगभग 4 या 5 हज़ार मामलों में से एक मामला ऐसा भी पाया जाता है. मैं समझ सकती हूं कि यह जानकर आप बहुत परेशान होंगी, पर कुछ सपोर्ट ग्रुप हैं, जो ऐसे मामलों में मदद करते हैं. यह भी पढ़ें: क्या कंसीव करने की संभावना को जानने के लिए कोई टेस्ट है? gynae problems in hindi मैं 35 वर्षीया दो बच्चों की मां हूं. हम तीसरा बच्चा नहीं चाहते थे, पर चूंकि मैंने कंसीव कर लिया था, इसलिए एबॉर्शन करवाना पड़ा. एबॉर्शन के तुरंत बाद डॉक्टर ने गर्भनिरोधक इस्तेमाल करने की सलाह दी. पर अगर इनका इस्तेमाल मैं कुछ दिनों बाद करूं, तो क्या इस बीच कंसीव करने की संभावना है?

- कुसुम जोशी, जबलपुर.

एबॉर्शन के 10-12 दिनों बाद ही महिलाओं में ओव्यूलेशन शुरू हो जाता है, इसलिए अगर आपको बच्चे नहीं चाहिए, तो तुरंत किसी गर्भनिरोधक का इस्तेमाल शुरू कर दें. बार-बार एबॉर्शन से पेल्विक इंफेक्शन, एब्नॉर्मल डिस्चार्ज और पेट में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए तुरंत किसी गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करें.
यह भी पढ़ें:  क्या एक्स्ट्रा निप्पल होना नॉर्मल है?

पीरियड्स के दर्द में ट्राई करें ये होम रेमेडीज़ 

  • पीरियड्स के पहले ही दिन एक ग्लास गुनगुने पानी में डेढ़ टीस्पून दालचीनी पाउडर और 1 टेबलस्पून शहद मिलाकर दिन में तीन बार पीएं.
  • एक कप पानी में अदरक का एक टुकड़ा, शहद और नींबू का रस मिलाकर पांच मिनट तक उबालें. दिन में तीन बार पीएं.
  • एक कप पानी में 1 टेबलस्पून तुलसी की पत्तियां उबालकर थोड़ी-थोड़ी देर में पीएं.
  • अलसी में दर्दनिवारक गुण होते हैं, जो पीरियड्स में होनेवाले दर्द व मरोड़ मेंे आराम दिलाते हैं. 1-2 टेबलस्पून अलसी फांक लें.
  • गर्म पानी की थैली से पेट के निचले हिस्से में सेंक करें. तुरंत आराम मिलेगा.
  • एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण पपीता पीरियड्स के दर्द में काफ़ी फ़ायदेमंद साबित होता है. पीरियड्स के दौरान पपीता खाएं, यह दर्द से राहत दिलाकर पीरियड्स को हैप्पी बनाता है.
यह भी पढ़ें:  शादी से पहले गर्भनिरोधक की जानकारी कितनी ज़रूरी है?
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