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हम अक्सर अपने सबसे करीबी रिश्तों को ही गंभीरता से नहीं लेते. एक वक़्त के बाद हम उनके प्रति लापरवाह या यूं कहेंकि बेपरवाह से हो जाते हैं और यहीं से शुरुआत होने लगती है समस्याओं की. धीरे-धीरे कम्यूनिकेशन कम होने लगता गई, नीरसता बढ़ती जाती है और एक रोज़ अचानक महसूस होता है कि रिश्ते में रहकर भी आप अकेले हैं. जब रिश्ते इसदहलीज़ तक पहुंच जाते हैं तो उनको टूटने में भी ज़्यादा वक़्त नहीं लगता.

बेहतर होगा कि ऐसी नौबत ही क्यों आने दें कि रिश्ता टूटने के कगार तक पहुंच जाए. क्यों न अपने रिश्ते को हमेशातारोताज़ा बनाए रखा जाए, लेकिन उसके लिए थोड़ी सी कोशिश करनी होगी, तो इन टिप्स को आज़माएं और अपने रिश्तेको रिफ्रेश करें…

  • रिश्ता भले ही पुराना हो गया हो, लेकिन उसमें कुछ नया हमेशा ट्राई करते रहें.
  • रिश्ते में अगर आप नया नहीं करेंगे वो वो बोरिंग होने लगेगा. 
  • आप हर दिन जैसे बाक़ी कामों के लिए समय निकालते हैं उसी तरह अपने पार्टनर और अपने रिश्ते के लिए भी रोज़वक़्त निकालें. 
  • इस वक़्त को आप सिर्फ़ अपने और अपने पार्टनर के लिए रखें. उसमें आप चाहें तो बैठकर चाय या कॉफ़ी पिएं, बातेंकरें, दिनभर की छोटी-बड़ी घटनाओं का ज़िक्र करें. 
  • ध्यान रहे इस वक़्त में आप शिकायतें न करें, सिर्फ़ पॉज़िटिव बातें करें.
  • शेयर करने से ही रिश्तों में भावनाएं और गर्माहट बनी रहेगी. 
  • हमेशा शिकायतें ही न करते रहें. इससे नकारात्मकता फैलती है.
  • हंसी-मज़ाक़ करें.
  • कॉम्प्लिमेंट दें. 
  • एक-दूसरे को छेड़ें, मूड लाइट करें.
  • रोमांस को ज़िंदगी से ग़ायब न होने दें. 
  • छोटी-छोटी कोशिशें रिश्तों में बड़ी मज़बूती लाती है. 
  • जिस तरह पार्टनर की खूबियों को अपनाते हैं वैसे ही उसकी कमियों को भी अपनाना सीखें. 
  • अपने हिसाब से किसी को भी बदलने के लिए फ़ोर्स न करें. 
  • ना ही बात-बात पर तानें दें. 
  • एक-दूसरे को स्पेस भी दें, हमेशा सिर पर सवार न रहें.
  • हर छोटे-बड़े फ़ैसले में पार्टनर की राय भी ज़रूर लें.
  • वीकेंड पर पिकनिक या आउटिंग की प्लानिंग करें. इससे रूटीन में थोड़ा बदलाव और नयापन आएगा.
  • थोड़ा-बहुत झूठ भी बोलें, एक-दूसरे की झूठी तारीफ़ भी करें. ओवर रोमांटिक होने से रिश्ते में एक ताज़गी बनी रहतीहै.
  • एक-दूसरे को गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड की तरह ट्रीट करें न कि पति-पत्नी की तरह.
  • गिफ़्ट्स दें, सर्प्राइज़ प्लान करें. 
  • एक साथ जॉगिंग पर जाएं या शाम को वॉक पर जाएं. 
  • कोई हॉबी क्लास जॉइन करें.
  • हर जगह बच्चों को लेकर जाने की ज़रूरत नहीं. सिर्फ़ आप दोनों रोमांटिक डेट पर जाएं.
  • सेकंड हनीमून भी अच्छा आइडिया है. 
  • अपने पैरेंट्स या दोस्तों को बहुत ज़्यादा अपनी निजी ज़िंदगी में दख़ल न देने दें. 
  • सुनें सबकी पर करें अपने मन की. 
  • अपने रिश्ते को लेकर हमेशा पॉज़िटिव रहें. भले ही कुछ अनबन हो जाए आपस में लेकिन उसे रिश्ते का एक अंगमानकर स्वीकार लें. 
  • अगर सॉरी या थैंक यू कहने से काम बनता है तो झिझकें नहीं.
  • अपने रिश्ते को अपनी प्राथमिकता बनाएं, न कि अपने ईगो को. 
  • अपने पार्टनर की ख़ुशी को तवज्जो दें न कि अपने अहम की तुष्टि को. 
Tips To Refresh Your Relationship
  • रिश्ते में नफ़ा-नुक़सान न सोचें, रिश्ते अपने आप में हमारी सबसे पहली ख़ुशी होनी चाहिए. 
  • अगर लंच साथ नहीं कर पाते तो कोशिश करें कि ब्रेकफ़ास्ट और डिनर साथ करें. भले ही सुबह थोड़ा जल्दी उठनापड़े. 
  • जब साथ हों तो वाक़ई में साथ रहें, अपने-अपने फ़ोन से ब्रेक ले लें.
  • कभी एक प्यारभरा किस तो कभी अपने हाथों से कुछ स्पेशल बनाकर खिलाना वो जादू कर जाता है जो बड़े से बड़ाऔर महंगा तोहफ़ा भी नहीं कर पाता.
  • अपने रिश्ते को रिफ्रेश करने के लिए बहुत ज़रूरी है कि अपनी सेक्स लाइफ़ को भी रोमांचित और रिवाइव करें. 
  • अपने घर का माहौल लाइट और रोमांटिक रखें. 
  • बेडरूम का डेकोर भी रोमांटिक हो.
  • सेक्स को लेकर कुछ नया करें, कभी वीकेंड में स्वीट बुक करें तो कभी घर में ही नई जगह या नई पोज़ीशन ट्राई करें.
  • पार्टनर को ये फ़ील कराएं कि वो आज भी आपको उतना ही अट्रैक्टिव लगते हैं जितना पहले. 
  • कभी फ़ोन पर हस्की वॉइस में बात करें.
  • आई लव यू कहें या मैसेज करें. 
  • नॉटी बातें करने से झिझकें नहीं. 
  • कभी भी ये न सोचें कि अब बच्चे बड़े हो गए या वो मिडल एज में आ गए तो रोमांस करना सही नहीं.
  • रोमांस की कोई एज नहीं होती, आप जब तक अपना दिल जवां और मूड ज़िंदादिल रखेंगे आपका रिश्ता उतना हीफ्रेश रहेगा.
  • अपने रिश्ते को बेहतर करने के लिए एक अच्छा ऑप्शन ये भी है कि आप एक-दूसरे की जिम्मेदारियां बांटें, ताकिपार्टनर को लगे कि आप उनका साथ निभाने और बोझ कम करने के लिए हमेशा उनके साथ हैं.
  • इसी तरह अपने पार्टनर को हर्ट करने से बचें. कड़वा न बोलें और अगर ग़ुस्से में कुछ मुंह से निकल भी जाए तो दिमाग़ठंडा होने पर माफ़ी मांग लें. 
  • इमोशनल ब्लैकमेलिंग से बचें. ये रवैया रिश्ते में ज़हर भर देता है, क्योंकि अपनों के साथ सौदेबाज़ी नहीं की जाती. उन्हें डरा-धमकाकर अपना काम नहीं निकलवाया जाता.
  • अगर आप ऐसा कुछ करते हैं तो फ़ौरन अपना ये ऐटिट्यूड बदल दें. 
  • रोमांटिक म्यूज़िक सुनें वो भी साथ में या पुराने ऐल्बम निकालें, तस्वीरें देख कर बीते वक़्त को रिवाइव करें. पुरानीयादें ताज़ा करें.
Tips To Refresh Your Relationship
  • अपने पुराने दोस्तों के साथ पार्टी रखें. पुरानी रोमांटिक सिचूएशन्स को और दिनों को रिक्रीएट करें. 
  • हाईजीन और फिटनेस का ध्यान ज़रूर रखें. 
  • ना सिर्फ़ बॉडी हाईजीन या प्राइवट पार्ट्स की बल्कि ओरल हाईजीन और फिटनेस भी उतनी ही ज़रूरी है. 
  • ये न सिर्फ़ आपको हेल्दी रखती हैं बल्कि आपके रिश्ते को भी हेल्दी और फ्रेश रखती है.
  • पार्टनर को या उसकी बातों को इग्नोर न करें या हल्के में न लें.
  • माइंड गेम्स या पावर गेम्स न खेलें, रिश्तों में मैनिप्युलेशन आपके रिश्ते को तोड़ सकता है. 
  • पार्टनर को कंट्रोल में करने के उपाय न सोचें बल्कि उसका साथ देने की बात पर ज़ोर दें.
  • अक्सर घरवाले या दोस्त-रिश्तेदार भी सलाह देते हैं कि ऐसा करोगे तो पार्टनर क़ाबू में रहेगा, आपकी हर बातमानेगा… दिन-रात आपको ही याद करेगा. इन चक्करों में न पड़ें, क्योंकि आपको लाइफ़ पार्टनर चाहिए न कि कोईरोबोट या गुड्डा-गुड़िया जो आपके इशारों पर नाचे.
  • इन सबसे भले ही थोड़े समय के लिए आपको पार्टनर का अटेंशन मिल जाए, लेकिन लंबे समय तक यह करेंगे, तोपार्टनर की दिलचस्पी आप में कम हो जाएगी. रिश्ते में ठंडापन व ग़लतफ़हमियां बढ़ेंगी. जिससे रिश्ता टूट सकता है. 
  • इसी तरह पार्टनर की तारीफ़ या कामयाबी से जलें नहीं बल्कि गर्व करें. 
  • अगर पार्टनर थका हुआ है तो सेक्स के लिए ज़ोर न दें बल्कि एक हॉट मसाज देकर उसका मूड फ्रेश कर दें.
  • चीट न करें और झूठ बोलने से बचें, क्योंकि झूठ रिश्तों को खोखला कर देता है, जिससे पार्टनर आप पर भरोसा नहींरख पाता. 
  • अपने साथी को अपने दोस्तों व ऑफ़िस कलीग से खुलकर मिलवाएं.
Tips To Refresh Your Relationship
  • अपने रिश्ते से उम्मीद और अपेक्षा सभी रखते हैं लेकिन ये ध्यान रहे कि ये अपेक्षाएं अनरीयलिस्टिक न हों.
  • संयम और विश्वास रिश्ते में बेहद ज़रूरी हैं, आपका रिश्ता तभी तक ताज़ा रहेगा जब तक कि आप संयम औरविश्वास से काम लेंगे, क्योंकि संयम होगा तो नकारात्मकता नहीं पनपेगी और विश्वास होगा तो साथ बना रहेगा.
  • रिश्ते को रिफ्रेश करने का एक और जादुई उपाय है- टच थेरेपी. जी हां, प्यार भरी, केयर से भरपूर हल्की से छुअन भीरिश्ते को रोमांचित कर जाती है.
  • कभी सामान पकड़ाते समय हल्के से हाथ छू लिया, कभी नज़रों से ही प्यार से ही देख कर छू लिया, कभी किचन मेंकाम करती पत्नी को पीछे से आकर अचानक कमर से पकड़ किया तो कभी काम में डूबे पतिदेव के बालों मेंउंगलियों का कोमल स्पर्श दे दिया… ये तमाम बातें रिश्तों और रिश्ते में प्यार की ताज़गी को बनाए रखती हैं.
  • साथ रह रहे हैं तो एक-दूसरे की हेल्थ के बारे में अपडेटेड रहें, एक-दूसरे के घरवालों की भी हेल्थ का पता रखें औरज़रूरत के वक्त साथ खड़े रहें. एक-दूसरे के घरवालों का पूरा सम्मान भी करें, इसका सीधा असर आपके रिश्तों परपड़ेगा और वो पॉज़िटिव और फ्रेश बना रहेगा. 
  • गोल्डी शर्मा

हमारी हेल्थ और सुरक्षा तभी सही रहेगी जब हमारा घर भी सुरक्षित और कीटाणु मुक्त होगा. यहां हम होम हाइजीन के वो आसान टिप्स बता रहेहैं, जिन्हें अपनाकर आप भी अपने घर को सेहतमंद और खुद को हेल्दीव सुरक्षित रख सकते हैं. हालाँकि ये टिप्स हम सभी जानते हैं लेकिन इनकी तरफ़ ध्यान कम ही जाता है, पर ये बेहद ज़रूरीहै ताकि घर भी हेल्दी रहे और साफ़ व सुंदर भी!

  • घर के मेन डोर से ही हाइजीन की शुरुआत क्यों न करें.
  • घर के बाहर ओपन शू रैक न रखें, बेहतर होगा पैक्ड शू रैक यूज़ करें. 
  • बाहर अच्छी क्वालिटी का डोर मैट ज़रूर रखें, लेकिन उसे नियमित साफ़ भी करते रहें. अक्सर लोग बाहर रखे डोरमैट की सफ़ाई को नज़रंदाज़ ही कर देते हैं, जिसके ज़रिए घर में कई कीटाणु व गंदगी आ सकती है.
  • इसी तरह आपकी डोरबेल को भी न जाने कितने लोग छूते होंगे इसलिए उसे भी नियमित रूप से सैनिटाइज़ करें.
  • घर में डस्टिंग रोज़ करें और दरवाज़े को भी एंटीबैक्टीरियल स्प्रे से क्लीन करें. 
  • घर में कुछ ऐसी जगहें और कोने होते हैं जिनकी तरफ़ ध्यान कम ही जाता है, वहां मकड़ी के जाले, मच्छर, कॉक्रोचको अपना घर बनाते देर नहीं लगती, इसलिए उन कोनों को, साथ ही सीलिंग व दीवारों को साफ़ रखें.
  • फर्नीचर के पीछे और नीचे भी काफ़ी कचरा जमा हो जाता है इसलिए ज़रूरी है कि उन्हेंहटाकर वहाँ की सफ़ाई कीजाए.
  • किचन सिंक की सफ़ाई पर ख़ासतौर से ध्यान दें. वहां खाना व पानी जमा न होने दें. काम हो जाने पर उसे क्लीन वसूखा कर दें.
  • जूठे बर्तन रातभर कभी न छोड़ें. बेहतर यही होगा कि उनको साफ़ कर दें. 
  • एसी व पंखों की सफ़ाई के साथ-साथ अलमारी ब ऊंचे फ़र्नीचर की छत की भी सफ़ाई करें क्योंकि वहां धूल जमजाती है.
  • सोफ़ा कवर, बेडशीट्स और तकिया कवर भी हर 4-5 दिन में नियमित रूप से धोएंक्योंकि उनमें भी कीटाणु पनप कर आपको बीमार कर सकते हैं.
  • बेहतर होगा कि इन सबको वैक्यूम क्लीनर से साफ़ करें.
  • यदि वैक्यूम क्लीनर नहीं हैं रोज़ तो झाड़-पोंछकर बिछाएं.
  • घर के और हर रूम के वेंटीलेशन का ध्यान रखें.
  • सूरज की रोशनी व ताज़ा हवा आ सके, इस बात का ध्यान रखें. घर की खिड़कियां खुली रखें. सूरज की रोशनी से भी कीटाणु मरते हैं, इसलिए वो बेहद ज़रूरी है.
Tips To Keep Your House Healthy
  • किचन में एग्ज़ॉस्ट फैन ज़रूर होना चाहिए. हेल्दी कुकिंग के लिए सही वेंटिलेशन ज़रूरी है.
  • गद्दों को और तकियों को समय-समय पर धूप दिखाएं. इससे वो हेल्दी और क्लीन बने रहेंगे और बदबू भी नहींपनपेगी.
  • किसी भी रूम में या घर की बालकनी में भी बहुत सारा सामान एक जगह डम्प करके न रखें.
  • सामान और कमरा जितना व्यवस्थित होगा उन्हें साफ़ करना उतना ही आसान होगा.
  • खिड़कियों के आसपास भी मकड़ी के जाले बन जाते हैं इसलिए वहां की साफ़-सफ़ाई को नज़र अंदाज़ न करें.
  • शूरैक की सफ़ाई को अक्सर ही हम नज़रअंदाज़ करते हैं या वहां की सफ़ाई को भूल जाते हैं, लेकिन वहां काफ़ीमात्रा में कीटाणु पनपते हैं. बेहतर होगा कि जूते चप्पलों को उसमें सिर्फ़ डम्प न कर दें, बीच-बीच में उनकोनिकालकर साफ़ करें.
  • दरवाज़ों में या किसी भी चीज़ पर ज़ंग लगा हो तो उसके उपाय करें क्योंकि यह ख़तरनाक हो सकता है.
  • अगर घर में किसी भी दीवार में या छत पर सीलन है तो इसे फ़ौरन ठीक करवाएं, क्योंकि इससे सांस की बीमारी हो सकती है और जिनको दमा या अन्य सांस संबंधी परेशानी है, वो सीलन की वजहसे बढ़ सकती है.
  • घर के परदों को भी नियमित रूप से धोएं और कृपया करके उनको तौलिए के तौर पर इस्तेमाल न करें, क्योंकि अक्सर लोग अपने गीले हाथ परदों से पोंछ लेते हैं.
  • किचन नैपकिन भी साफ़ रखें और समय-समय पर बदलते रहें. 
  • अपना तौलिया भी क्लीन रखना बेहद ज़रूरी है और उससे भी ज़रूरी है सब अपना अलग-अलग तौलिया इस्तेमालकरें. एक ही तौलिया स्किन संबंधी बीमारी दे सकता है.
  • खाना बनाने से पहले साबुन से हाथ ज़रूर धोएं. इसी तरह सुबह इस्तेमाल से पहले बर्तनों को भी साफ़ करके यूज़करें क्योंकि रात को कॉक्रोच, मकड़ी, चींटी वगैरह उन पर बीमारी पैदा करनेवाले बैक्टीरिया व कीटाणु छोड़ सकतेहैं.
  • कटिंग बोर्ड को भी साफ़ रखें.
  • अगर आप नॉन वेज खाते हैं, तो बेहतर होगा उसके लिए अलग बर्तन व कटिंग बोर्ड रखें, क्योंकि ये हाइजीन के लिएतो ज़रूरी है ही, लेकिन अगर कोई मेहमान नॉन वेज नहीं खाते तो उन्हें भी संतुष्टि रहेगी.
  • सब्ज़ियां व फल धोकर ही इस्तेमाल करें.
  • घर में बर्तन या बाल्टी में पानी भरकर न रखें, क्योंकि इस जमा पानी में मछर-मक्खी पनपकर कई बीमारी दे सकते हैं.
  • फ्रिज की भी नियमित सफ़ाई करें. 
  • फ्रिज में सामना रखकर अक्सर लोग भूल भी जाते हैं, इसलिए बहुत ज़्यादा ठूंसकर सामान न भरें.
  • प्लास्टिक की बोतलों को लंबे समय तक इस्तेमाल न करें, ये सेहत के लिए काफ़ी नुक़सानदायक हो सकता है.
Tips To Keep Your House Healthy
  • इसी तरह घर में भी प्लास्टिक कंटेनर को लंबे समय तक यूज़ न करें. बेहतर होगा स्टील या कांच के बर्तन यूज़ करें.
  • बाल्टी और मग भी प्लास्टिक के होते हैं, इसलिए उन्हें भी नियमित रूप से बदलते रहें. साथ ही इनकी सफ़ाई का भीध्यान रखें.
  • अपना टूथब्रश भी समय-समय पर बदलना न भूलें.
  • वॉश बेसिन, बाथरूम,टॉयलेट और टूथब्रश एरिया को साफ़ रखें क्योंकि अक्सर लोग इन जगहों  की सफ़ाई परज़्यादा ध्यान नहीं देते, जबकि सबसे ज़्यादा कीटाणु यहीं पर हो सकते हैं.
  • बेहतर होगा कि नहाने के बाद बाथरूम को सूखा कर दें.
  • बाल्टी और मग प्लास्टिक के होते हैं उन्हें नियमित रूप से बदलते रहें और उन्हें साफ़ भी करते रहें. 
  • बेसिन में फिनाइल की गोलियां डालकर रखें.
  • बाथरूम और टॉयलेट को सिर्फ़ साबुन-पानी से धोकर चमकाना ही ज़रूरी नहीं, इनकोडिसइंफ़ेक्ट करना भी बेहद ज़रूरी. इनके लिए डिसइंफ़ेक्टेंट मिलते हैं, उन्हें ज़रूर घर में रखें.
  • इसी तरह फ़्लोर क्लीनर भी घर में रखें और आप चाहें तो घर पर ही फ़्लोर क्लीनर बना सकते हैं, ये बेहद आसान हैऔर अगर आप चाहें तो इन क्लीनर्स में अपनी पसंद का एसेंशियल ऑयल भी मिला सकते हैं
  • आधा कप ब्लीच पानी में मिलाकर डिसइंफेक्टेंट तैयार किया जा सकता है.
  • गर्म पानी में विनेगर मिलाकर भी क्लीनर तैयार किया जा सकता है. 
  • पोछा लगाते वक़्त बाल्टी के पानी में एक दो चम्मच नमक मिला लें. यह भी क्लीनर का काम करता है.
  • गर्म पानी में बेकिंग सोडा और विनेगर मिला लें, चाहें तो लिक्विड डिश सोप भी मिला लें.
  • एक लीटर पानी में कपूर की गोलियांडालें, उसमें ३-४ चम्मच नमक और एक चम्मच विनेगर मिला लें. इसको स्टोरकर लें. जब भी इस्तेमाल करना हो एक ढक्कन क्लीनर को बाल्टी के पानी में मिला लें.
  • गर्म पानी में ओलिव ऑयल और नींबू का रस मिलाकर भी क्लीनर बनाया जा सकता है.
  • नींबू का रस और विनेगर को भी पानी में मिक्स करके क्लीनर बनाया जा सकता है.
  • बिट्टू शर्मा 

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ऐसी मान्यता है कि नवरात्र के लिए किए गए उपाय जल्दी ही शुभ फल प्रदान करते हैं. धन, संतान, प्रमोशन, विवाह, रुके हुए कार्य… कई मनोकामनाएं इन 9 दिनों में किए गए उपायों से पूरी हो सकती हैं. अगर आपके मन में भी कोई मनोकामना है, तो पंडित राजेंद्रजी के बताए गए उपायों से आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी.

* कर्जमुक्ति के लिए करें ये उपाय
यदि लाख कोशिशों के बाद भी आपका कर्ज से पीछा नहीं छूट रहा, तो नवरात्र में सूर्य डूबने के पश्‍चात 21 गुलाब के फूल, सवा किलो साबूत लाल मसूर लाल कपड़े में बांधकर माता के सामने रखकर घी का दीपक जलाकर रोज़ाना 108 बार ये मंत्र पढ़ें- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे
पूजा समाप्त होने के बाद अपने ऊपर सात बार उतारें व किसी को भी दान कर दें. माता से कर्ज मुक्ति की प्रार्थना करें. ऐसा करने से आपको अवश्य कर्ज से मुक्ति मिलेगी.

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* मनोकामना पूरी करने के लिए करें ये उपाय
पूरे नौ दिन अखंड दीपक व घट के सामने बैठकर सिद्ध कुजिका स्त्रोत का पाठ करें. हर दिन एक-एक गुलाब का फूल बढ़ाते जाएं. नौवें दिन नौ गुलाब अर्पण कर मां से प्रार्थना करें. ऐसा करने से मनोकामना पूरी होती है.

Special Tips, Navratri Puja

* विवाह के लिए करें ये उपाय
अर्गला स्तोत्र व कीलकम् का पाठ रोज़ाना माता के सामने करें व हलवा का भोग चढ़ाकर एक कमल का पुष्प अर्पण करें. ऐसा करने से आपकी विवाह की चाहत पूरी हो जाएगी. श्रद्धा और विश्‍वास से प्रार्थना करने से मनोकामना ज़रूर पूरी होती है.

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* धनवृद्धि के लिए करें ये उपाय
पूरी नवरात्रि में लाल आसन पर बैठकर संध्याकाल में जो जातक विष्णु सहस्रनाम तथा ललिता सहस्रनाम का पाठ करता है और रोज़ाना एक कमल का पुष्प माता को अर्पण करता है. सात्विक रहता है, आचरण ठीक रखता है, कलह नहीं करता… ये सारे पालन करते हुए ऊपर दिया उपाय जो भी जातक करता है, मां उस पर प्रसन्न होकर धन वर्षा अवश्य करती है और उसके कष्टों को हरती है.

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Psoriasis

सोरायसिस से पीड़ित हैं! यात्रा के दौरान रखें इन बातों का ख्‍याल (Travel Guide: Easy Tips For Traveling With Psoriasis)

हरी-भरी वादियों, बर्फ से ढंके पहाड़ों और सूरज की रोशनी से भरपूर, सुनहरे समुद्रतटों पर जाने का मजा ही कुछ और है, लेकिन यदि आपको सोरायसिस हो तो? ऐसे लोगों को यात्रा करने के दौरान असहजता हो सकती है. यदि वे मामूली से लेकर गंभीर प्रकार के सोरायसिस से ग्रस्‍त हैं. खासकर लंबी यात्रा में.सोरायसिस एक स्व-प्रतिरक्षित रोग है, जिसमें त्वचा की नई कोशिकाएं सामान्य की तुलना में अधिक तेजी से विकसित होती हैं.

आमतौर पर हमारा शरीर पुरानी कोशिकाओं की जगह भरने के लिये प्रत्येक 10 से 30 दिन में त्वचा की नई कोशिकाएं बनाता है. सोरायसिस में त्वचा की नई कोशिकाएं 3 से 4 दिन में ही बन जाती हैं और शरीर को पुरानी कोशिकाएं हटाने का समय नहीं मिलता है. इससे त्वचा की सतह पर परत आ जाती है और त्वचा शुष्क, खुजली वाली, पपड़ीदार दिखाई देने लगती है और उस पर लाल चकत्ते या चमकीली परत आ जाती है.

सोरायसिस से पीड़ित लोगों को यदि बिना किसी परेशानी के एक आरामदायक यात्रा का आनंद उठाना है तो उन्‍हें बस पहले से योजना बनाना जरूरी है. चिकित्सा विशेषज्ञों ने संकेत दिया है कि सोरायसिस से पीड़ित लोगों के लिये यात्रा सम्बंधी कोई विशेष मनाही नहीं हैं, उनके लिए हल्की धूप वाला मौसम ठंडे और शुष्क मौसम की तुलना में बेहतर रहता है.  डॉ. शेहनाज़ अरसीवाला, त्वचा रोग विशेषज्ञ, सैफी हॉस्पिटल एवं प्रिंस अली खान हॉस्पिटल और मेडिकल डायरेक्टर, रीन्यूडर्म सेंटर स्किन हेयर लेजर्स एंड एस्थेटिक्स सोरायसिस से पीड़ित लोगों के लिये यात्रा सम्बंधी कुछ उपयोगी टिप्स दे रही हैं, जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए.

 

  1. सबसे पहले योजना बनाएं : चाहे आप छोटी यात्रा पर जा रहे हों या फिर लंबे समय के लिए, आपको दो सप्ताह पहले से तैयारी आरम्‍भ कर देनी चाहिए. ठहरने के दौरान की गतिविधियों को निश्चित करना और यात्रा के लिये आवश्यक चीजों को रखना अच्छा होता है. इन चीजों में आपकी दवाएं भी शामिल हैं और वे आपके सामान में सरलता से शामिल होनी चाहिए. यात्रा के दौरान अपनी भोजन सम्बंधी आदतों का नियमित ध्यान रखें और शराब से बचें. इस बारे में आपके त्वचा रोग विशेषज्ञ बेहतर सलाह दे सकते हैं. तनाव से सोरियासिस की पीड़ा बढ़ जाती है, इसलिये अपने यात्राक्रम की पहले से योजना बनाकर आप अंतिम मिनट की परेशानियों से बच सकते हैं. सोरियासिस के रोगियों को यात्रा पर जाने से पहले खूब आराम करने और अपनी त्वचा को अधिक से अधिक नम रखने की सलाह भी दी जाती है.

 

  1. अपने त्वचा रोग विशेषज्ञ के पास अवश्य जाएं: छुट्टियों पर जाने से पहले यह सुनिश्चित करना अच्छा होता है कि आपकी त्वचा की स्थिति अच्छी हो, इसलिए यात्रा की योजना बनाने से पहले अपने त्वचा रोग विशेषज्ञ के पास जाना महत्वपूर्ण है. सुनिश्चित करें कि आपकी दवाओं के सभी पर्चे व्यवस्थित हों और लिखित पर्चों की प्रति भी मांगें, ताकि यात्रा के समय जरूरत पड़ने पर वे काम आ सकें. यदि आपको बायोलॉजिक्स के इंजेक्शन लगते हैं, तो इसके बारे में अपने त्वचा रोग विशेषज्ञ से पूरी जानकारी प्राप्‍त कर लें. इस जानकारी में वह महत्वपूर्ण वर्णन भी होना चाहिये, जो आपकी यात्रा के स्थान पर वहाँ के त्वचा रोग विशेषज्ञ से मदद लेने में काम आ सके.

 

  1. पैकिंग सावधानी से करें और जरूरी सामान व्‍यवस्थित रखें : आपके गंतव्य के लिये उपयुक्त कपड़े, जूते और अन्य चीजें रखें. उदाहरण के लिए यदि आप गर्म, आर्द्र क्षेत्र में जा रहे हैं, तो हल्के, ढीले, पसीने को बाहर निकालने वाले कपड़े रखें. यदि आप ठंडे स्थान पर जा रहे हैं, तो टोपी, दस्ताने और स्कार्फ रखें, ताकि आपकी त्वचा सुरक्षित रहे. त्वचा रोग विशेषज्ञ द्वारा बताए गए मेडिकैटेड शैम्पू, मॉइश्चराइजर और साबुन या क्लींजर रखें और उनके द्वारा बताया गया सनस्क्रीन ले जाना कतई न भूलें. यात्रा के समय दवाएं लेना न भूलें. किसी भी तरह के दर्द से बचने के लिये अच्छी नींद लें.

 

  1. संक्रमण के जोखिम से बचें: कुछ प्रकार के संक्रमण सोरियासिस की पीड़ा बढ़ा सकते हैं. अपने त्वचा रोग विशेषज्ञ के निर्देशानुसार उपचार के क्रम में रक्त की आवश्यक जांचें करवाएं. इससे यह सुनिश्चित होगा कि आपको संक्रमण का जोखिम नहीं है. यात्रा के दौरान स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करें और वायरल संक्रमण वाले व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें. स्वच्छ रहने के लिए अपने हाथ धोएं और त्वचा रोग विशेषज्ञ द्वारा बताए गए सैनिटाइजर का उपयोग करें. शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा होना भी बहुत जरूरी है.

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Diet Tip For Weight Loss

बढ़ते वज़न से लगभग हर दूसरा व्यक्ति परेशान है, लेकिन कभी समय की कमी, तो कभी व्यस्तता और थकान के कारण हम वेटलॉस के लिए कुछ एक्स्ट्रा नहीं कर पाते. पर अगर रात को सोने से पहले कुछ आसान से नुस्ख़ें आज़माएं (Diet Tip For Weight Loss), तो न स़िर्फ बढ़ते वज़न को कंट्रोल कर सकते हैं, बल्कि वज़न को कम करके फिट भी रह सकते हैं.

पुदीना
पुदीने की ख़ुशबू से भूख कम लगती है और यह कैलोरीज़ बर्न करने में भी मदद करता है, इसलिए रात के खाने में पुदीने का इस्तेमाल करें. साथ ही मिंट की ख़ुशबूवाली कैंडल बेडरूम में जलाएं व तकिए पर मिंट
ऑयल लगाएं.

ग्रीन टी
रात को सोने से पहले ग्रीन टी पीने से शरीर का मेटाबॉलिज़्म बढ़ता है. मेटाबॉलिज़्म बढ़ने से शरीर रात को भी कैलोरीज़ बर्न करने की प्रक्रिया को धीमा नहीं होने देता, जिससे शरीर में एक्स्ट्रा फैट्स नहीं बनते.

Diet Tip For Weight Loss

दूध

रोज़ाना रात को सोने से पहले एक ग्लास गुनगुना दूध ज़रूर पीएं. दूध में मौजूद कैल्शियम और प्रोटीन से पाचन बेहतर होता है. साथ ही इसमें मौजूद पोषक तत्वों से नींद अच्छी आती है और वज़न भी नियंत्रण में रहता है. इसके अलावा आपके दांत और हड्डियां भी मज़बूत होते हैं.

कालीमिर्च
कालीमिर्च में फैट बर्निंग प्रॉपर्टीज़ होती हैं, जो एक्स्ट्रा कैलोरीज़ को बर्न करने में हमारी मदद कर सकती हैं. साथ ही यह मेटाबॉलिज़्म भी बढ़ाता है, जिससे रात में भी कैलोरीज़ बर्न होती हैं. कालीमिर्च शरीर में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की मात्रा बढ़ाता है, जिससे पाचन क्रिया बेहतर रहती है. रात के खाने में कालीमिर्च शामिल करें, ताकि रात को भी वज़न घटाने की प्रक्रिया जारी रहे.

हरी मिर्च
एक शोध में यह बात साबित हो चुकी है कि हरी मिर्च खाने से वज़न कम करने में मदद मिलती है. इसमें मौजूद रासायनिक तत्व शरीर में फैट बर्निंग प्रक्रिया को तेज़ करते हैं, जिससे पेट का फैट तेज़ी से कम होता है.

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अमीनो एसिड
अमीनो एसिड से भरपूर डायट वेटलॉस में काफ़ी फ़ायदेमंद साबित होती है. डिनर में आप अमीनो एसिड के गुणों से भरपूर चीज़ें, जैसे- फिश, चिकन, अंडे, दालें, नट्स आदि को शामिल करें. अमीनो एसिड से सुकूनभरी नींद आती है, जिससे आपकी बॉडी अच्छी तरह रिकवर भी करती है और वज़न भी कम करती है.

प्रोटीन शेक लें
रात के खाने के बाद प्रोटीन शेक लें और डिनर में भी प्रोटीन की मात्रा बढ़ा दें. दरअसल, प्रोटीन हैवी होता है, जिसे पचाने के लिए बॉडी को रात को एक्स्ट्रा फैट्स बर्न करने पड़ते हैं. इससे शरीर का मेटाबॉलिक रेट सुबह भी हाई रहता है, जिससे वज़न कम करने में मदद मिलती है.

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                                                                                                  – शैलेंद्र सिंह

हममें से ज़्यादातर लोगों के लिए मोटापा घटाना(loosing Fat) एक बहुत बड़ी चुनौती होती है. अधिकतर लोग इस चुनौती को पूरा नहीं कर पाते. वास्तव में वज़न का कम होना दो चीज़ों पर निर्भर करता है-एक है आपकी डायट और दूसरा आपका वर्कआउट(Workout) का तरीक़ा. अगर आप खानेपीने पर ध्यान रखने के साथ-साथ सही तरी़के से एक्सरसाइज़ करेंगी तो निश्‍चित तौर पर आपको उसका परिणाम मिलेगा. हम आपको कुछ ऐसे ही वर्कआउट सीक्रेट्स बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप कम समय में मोटापे से मुक्ति पा सकती हैं.

Workout Tricks To Lose Weight

एक्सरसाइज शुरू करने से पहले वॉर्मअप करें
वर्कआउट सेशन शुरू करने से पहले वॉर्मअप करना बेहद ज़रूरी होता है. इससे शरीर के साथ-साथ मांसपेशियों में भी रक्त का प्रवाह बढ़ता है और हमारे शरीर को कठिन एक्सरसाइज़ेज़ के लिए एडजस्ट होने का समय मिलता है, जिससे चोट लगने का ख़तरा कम होता है. वर्कआउट से पहले 10 से 15 मिनट का वॉर्मअप सेशन न स़िर्फ आपको जिम के बाद भी ऐक्टिव रहने में मदद करेगा, बल्कि ऐसा करने से आप ज़्यादा कैलोरीज़ भी बर्न करेंगी. वॉर्मअप के लिए 5 मिनट जॉगिंग, 5 मिनट हाई नी मार्चिंग व 5 मिनट स्ट्रेचिंग करें.

सुबह के समय वर्कआउट करें
अगर आप वज़न कम करने को लेकर बेहद गंभीर हैं तो सुबह के समय वर्कआउट करना शुरू कर दीजिए. ऐसा करने से आपका मेटाबॉलिज़्म बढ़ेगा, फलस्वरूप आपकी ऊर्जा बढ़ेगी और आप ज़्यादा कैलोरीज़ बर्न करेंगी. वर्ष 2010 में जनरल ऑफ फि़िजयोलॉजी में छपे एक अध्ययन के अनुसार, सुबह खाली पेट एक्सरसाइज़ करने में शरीर की ग्लूकोज़ टॉलरेंस व इन्सुलिन सेंसिविटी बढ़ती है. यदि आपको फटाफट वज़न कम करना है तो सुबह थोड़ा जल्दी उठकर कम से कम 20 मिनट एक्सरसाइज़ कीजिए.

रूटीन में विविधता लाइए
यदि आप अच्छे परिणाम चाहती हैं तो अपनी एक्सरसाइज़ रूटीन में विविधता लाइए. यदि आप रोज़ाना एक ही तरह का एक्सरसाइज़ करेंगी तो आपके शरीर को उसकी आदत हो जाएगी और आप कम कैलोरीज़ बर्न करेंगी. अलग-अलग तरह के व्यायाम करने से बोरियत भी नहीं होती है. एक पऱफेक्ट वर्कआउट प्लान में पांच तरी़के के एक्सरसाइज़ेज़-ऐरोबिक्स, स्ट्रेथ ट्रेनिंग, कोर एक्सरसाइज़, बैलेंस ट्रेनिंग व स्ट्रेचिंग शामिल होना चाहिए.

वेट ट्रेनिंग करें

Workout Tricks To Lose Weight
वज़न कम करने के लिए आपको वेट लिफ्टिंग करनी ही पड़ेगी. यह फैट बर्न करने के साथ-साथ मसल्स बिल्डिंग में भी मदद करेगी. जितने मसल्स डेवलप होंगे. आपकी बॉडी उतनी ज़्यादा कैलोरीज़ बर्न करेगी. हम आपको बता दें कि मसल्स टिशूज़ को मैंटेन करने के लिए ज़्यादा कैलोरीज़ की ज़रूरत होती है. इसके अलावा वेट ट्रेनिंग मसल्स व बॉडी को शेप में रखने में भी मदद करती है और साथ ही पेट की चर्बी भी घटाती है. अतः हफ़्ते में दो से तीन दिन आधा घंटा वेट ट्रेनिंग पर्याप्त है.

वर्कआउट्स को ब्रेक करें
वर्ष 2011 में क्लीनिकल फिजियोलॉजी एंड फंक्शनल इमेजिंग में छपे एक अध्ययन के अनुसार, 10 मिनट के तीन छोटे-छोटे सेशन्स 30 मिनट के सिंगल सेशन से ज़्यादा प्रभावकारी होते हैं. इसलिए अगर आपके पास समय की कमी है और आप एक साथ आधा-एक घंटा एक्सरसाइज़ नहीं कर पातीं तो 10-10 मिनट के तीन से पांच सेशन्स कीजिए. सुबह 10 मिनट के लिए कार्डियो, दोपहर में 10 मिनट ब्रिस्क वॉक व रात में 10 मिनट स्ट्रेथ ट्रेनिंग कीजिए.

वीकएंड में आलस न करें
हालांकि आपको हफ़्ते में एक से दो दिन वर्कआउट से ब्रेक लेने की आज़ादी है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि आप आलसी की तरह दिनभर ऐसे ही पड़े रहें. अगर आप वज़न कम करने को लेकर गंभीर हैं तो वीकएंड में भी ऐक्टिव रहने की कोशिश करें. इसके कई तरी़के हैं, जैसे-परिवारवालों के साथ स्वििंमंग या साइकलिंग के लिए जाएं या थोड़े-बहुत घर के काम करें. बागवानी करने से भी कैलोरीज़ बर्न होती हैं. इसी प्रकार यदि आप छुट्टियां मनाने बाहर जा रही हैं तो होटल के जिम को फायदा उठाएं.

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म्यूज़िक सुनें
म्यूज़िक सुनते हुए वर्कआउट करने की कोशिश कीजिए, इससे आपको न स़िर्फ थोड़े कठिन वर्कआउट भी कर लेंगी, बल्कि वर्कआउट व म्यूज़िक दोनों को एन्जॉय करेंगी. लाउड व फास्ट म्यूज़िक परफॉमेंस को बेहतर बनाने में मदद करती है. वर्ष 2009 में ब्रूनल यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित एक स्टडी में म्यूज़िक व
कार्डियोवैस्कुल एक्सरसाइज़ेज़ के बीच संबंध को हाईलाइट किया गया है.

ग्रुप में एक्सरसाइज़ करें

Workout Tricks To Lose Weight
ग्रुप में एक्सरसाइज़ करने के बहुत-से फायदे होते हैं. सबसे पहले तो यह आपके मोटिवेशन लेवल को हाई रखता है. यदि आपके साथ कोई और एक्सरसाइज़ करने वाला होगा तो आपको सुबह उठकर जिम जाने की प्रेरणा मिलेगी और आपको बोरियत भी नहीं होगी. जब आप देखेंगी कि आप ज़्यादा उम्र का व्यक्ति किसी एक्सरसाइ़ज को ज़्यादा बेहतर तरी़के से या आसानी से कर रहा है तो आप भी उसे करने के लिए प्रेरित होंगी. इससे आपका फिटनेस भी बढ़ेगा.

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हर बीमारी का आयुर्वेदिक उपचार  उपाय जानने के लिए इंस्टॉल करे मेरी सहेली आयुर्वेदिक होम रेमेडीज़ ऐप

हेल्दी रिलेशनशिप आपकी ज़िंदगी को बेहतर बनाता है… आपकी सेहत, दिलोदिमाग़ के लिए टॉनिक का काम करता है, लेकिन इसके लिए रिश्तों को हैंडल करने का तरीक़ा सीखना होगा. कहीं कुछ दुविधा हो तो मेरी सहेली की ये रिलेशनशिप हेल्पलाइन (Relationship helpline) आपकी मदद करेगी, जो ले आई है रिश्तों को बेहतर बनाने के ढेरों ईज़ी टिप्स.

Relationship helpline

न करें ये ग़लतियां

– रिश्ते में बंधते ही एक-दूसरे को बदलने की मुहिम न छेड़ दें. ये सोच बदल दें कि अब पार्टनर को आपके अनुसार ही चलना होगा. इससे मन-मुटाव बढ़ सकता है.

– अगर पार्टनर को थोड़ा बदलना चाहती भी हैं, जो उनके हित में हो, तो इसकी शुरुआत आलोचना से न करें. उन्हें प्यार से समझाएं. साथ ही एक ही रात में बदलाव की उम्मीद न करें.
– इस दुनिया में कोई भी परफेक्ट नहीं होता. इसलिए अपने पार्टनर से भी परफेक्शन की उम्मीद न करें. ध्यान रखें कि दूसरों को उनकी कमियों के साथ स्वीकारना ही सच्चा प्यार है.
– रिश्ते में कम्युनिकेशन गैप न आने दें. रिश्तों में ख़ामोशी आप दोनों के रिश्ते के लिए ख़ामोश दुश्मन की तरह है. इसलिए हर हाल में कम्युनिकेशन बनाए रखें.
– ऐसे कई मुद्दे हो सकते हैं, जिस पर आप दोनों के विचार नहीं मिलेंगे. ऐसे मुद्दों पर अनावश्यक बहस करने या अपनी बात मनवाने की ज़िद करने से बचें. इससे रिश्ते में बेवजह स्ट्रेस बढ़ता है.
– समय की कमी का रोना न रोएं. अगर आपको लगता है कि आपके बिज़ी शेड्यूल की वजह से रिश्ते प्रभावित हो रहे हैं, तो फ़ौरन कोई सोल्यूशन निकालें और रिश्ते को समय देने की कोशिश करें.
– हर बात पर टोकें नहीं, न ही मीनमेख निकालें. खाना अच्छा नहीं बना, तुम तो कोई काम ढंग से नहीं करते, चलते कैसे हो, खाते कैसे हो, मेरी कोई बात नहीं सुनते… हमेशा शिकायतें ही न करें. इससे रिश्तों में चिढ़ बढ़ती है.
– हर व़क्त मोबाइल, टीवी या सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर ही बिज़ी न रहें, न फैमिली को अनदेखा करें. हर हाल में बैलेंस बनाए रखें, तभी रिश्तों में भी बैलेंस बना रहेगा.

जोड़ें लव कनेक्शन: कुछ ईज़ी टिप्स

– एक-दूसरे को कमियों-ख़ूबियों के साथ स्वीकार करें.
– ध्यान रखें कि आप जो भी समय साथ बिता रहे हैं, वो क्वांटिटी टाइम न हो, बल्कि क्वालिटी टाइम हो.
– रिश्तों के बीच ईगो न आने दें. इससे रिश्तों में दूरियां आते देर नहीं लगती.
– ज़िम्मेदारियां लेने से घबराएं नहीं और उन्हें पूरी ईमानदारी के साथ निभाएं. बेहतर होगा कि अपनी ज़िम्मेदारियां बांट लें. अगर एक ही पार्टनर पर ज़्यादा ज़िम्मेदारियां होंगी, तो फ्रस्ट्रेशन बढ़ेगा और ये फ्रस्ट्रेशन रिश्ते में भी नज़र आएगा.
– शेयरिंग रिश्ते को मज़बूत बनाती है. अपनी भावनाएं, अपने आइडियाज़, विचार शेयर करें, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि शेयरिंग के नाम पर स़िर्फ शिकायतें ही करने न बैठ जाएं. इससे रिश्ते में कड़वाहट और खीझ बढ़ती है.
– छोटी-छोटी ख़ुशियां बांटना भी सीखें. ज़िंदगी के हर पल को एंजॉय करें. किसी बड़ी ख़ुशी के इंतज़ार में न बैठे रहें. ज़िंदगी की हर छोटी-बड़ी ख़ुशियों का लुत्फ़ उठाएं.
– पार्टनर की कोई बात अच्छी लगने पर उनकी तारीफ़ करें. उन्हें कॉम्प्लीमेंट देेंं.
– चाहे घर के छोटे-मोटे काम हों या बच्चों की पढ़ाई- हर काम में एक-दूसरे को कोऑपरेट करें, ख़ासकर वर्किंग कपल्स के लिए तो ये बेहद ज़रूरी है. इससे सामंजस्य बढ़ता है और आपसी रिश्ता मज़बूत होता है.
– नो सेक्स की स्थिति न आने दें. ये रिश्ते के लिए ख़तरनाक हो सकता है.
– पति-पत्नी के बीच भी शिष्टाचार ज़रूरी है. इसलिए बातचीत में हमेशा शिष्टाचार बनाए रखें.

लड़ाई-झगड़े को केयरफुली हैंडल करें

– छोटे-मोटे झगड़े और मतभेद तो हर पति-पत्नी में होते ही हैं, लेकिन ग़ुस्से में इतना आपा न खो दें कि आपके मुंह से बुरे शब्द निकल जाएं.
– लड़ाई-झगड़े या रूठने-मनाने को बात मनवाने के हथियार के तौर पर इस्तेमाल न करें. ध्यान रखें, पार्टनर को कंट्रोल करना प्यार नहीं है. ऐसा करने से आप दोनों में दूरियां ही बढ़ेंगी.
– हर बार पार्टनर से ही झुकने की अपेक्षा न करें. एक बार आप भी झुककर देखें. सारे झगड़े मिनटों में सुलझ जाएंगे.
– अगर ज़्यादा स्ट्रेस में हों, तो पार्टनर पर चिल्लाकर या उनसे झगड़कर स्ट्रेस रिलीज़ करने को आदत न बनाएं. अपना स्ट्रेस कम करने के लिए पार्टनर को स्ट्रेस देना किसी भी हाल में आपके रिश्ते के लिए ठीक नहीं.

हर फैसले साथ लें

– ये सच है कि शादी के बाद भी आपकी अपनी ज़िंदगी होती है, कुछ ़फैसले आपके अपने होते हैं, फिर भी ऐसे ़फैसले, जिसका असर दोनों पर पड़ता हो, उन्हें अकेले न लें.
– जैसे नौकरी बदलना, लोन लेना या किसी बड़ी चीज़ की ख़रीददारी- इनफैसलों में अपने पार्टनर को भी शामिल करें.
– इसी तरह बच्चे की पढ़ाई, शादी या परिवार से संबंधित फैसले भी मिलकर ही लें.
– अगर किसी फैसले में पार्टनर आपकी सलाह चाहता है और आप उस फैसले से सहमत न हों, तो उसे बहस का मुद्दा न बनाएं. ख़ुशी-ख़ुशी हर फैसले में शामिल हों.
– ज़िंदगी में उतार-चढ़ाव तो आते ही रहते हैं. फाइनेंशियल या फैमिली प्रॉब्लम भी आ सकती है, ऐसी स्थितियों में एक
साथ मिलकर सोल्यूशन निकालने की कोशिश करें.
– सबसे ज़रूरी बात- लाइफ है तो प्रॉब्लम्स आएंगी ही, रिश्तों में भी और जीवन में भी. इन प्रॉब्लम्स का सोल्यूशन निकालने का तरीक़ा आपको सीखना होगा. और इसके लिए आप दोनों को टीम की तरह काम करना होगा यानी मिल-जुलकर सोल्यूशन निकालना होगा, तभी रिश्ता मज़बूत होगा.

रखें इन छोटी बातों का ख़्याल

– कॉम्प्रोमाइज़ करना भी सीखें. कई स्थितियों में सहनशीलता भी ज़रूरी होती है. इसलिए सहनशीलता न खोएं.
– पार्टनर की कुछ आदतों और ग़लतियों को अपनाना भी सीखें.
– हर हाल में पार्टनर पर विश्‍वास बनाए रखें. उसकी इच्छाओं का सम्मान करें.
– कोई भी पार्टनर ख़ुद को सुपीरियर बताने की कोशिश न करे.
– परिवार के प्रति ज़िम्मेदार बनें. हर वादे को दिल से निभाएं.
– पार्टनर के लक्ष्य को पूरा सपोर्ट करें. ज़िंदगी में आगे बढ़ने के लिए उसे प्रोत्साहित करें.
– पार्टनर की फैमिली या फ्रेंड्स के प्रति उपेक्षित रवैया न अपनाएं. उन्हें उचित सम्मान दें.

– श्रेया तिवारी

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– गालों व आंखों के चारों ओर की झुर्रियां मिटाने के लिए रात को दूध की मलाई में बारीक़ आटा मिलाकर पेस्ट बना लें. इसे चेहरे पर लगाकर 15 मिनट बाद गीले हाथों से चेहरे को ख़ूब मलें व सारा आटा रगड़कर हटा लें. इसके बाद चेहरा ठंडे पानी से धो लें. इससे चेहरे को झुर्रियां दूर हो जाती हैं.

– पके हुए पपीते के टुकड़े को मसलकर चेहरे पर लगाएं. कुछ देर बाद स्नान कर लें. कुछ दिन लगातार ऐसा करने से चेहरे की झुर्रियां कम हो जाती हैं. साथ दाग़-धब्बे, मुंहासे मिटकर चेहरे की रंगत बढ़ जाती है.

– आंखों के छोर की रेखाएं दूर करने के लिए खीरे के टुकड़े काटकर आंखों पर लगाकर कुछ देर लेट जाएं. इसे रोज़ एक बार कुछ हफ़्ते तक करें. इससे झुर्रियां दूर हो जाती हैं.

– झुर्रियां दूर करने के लिए अंकुरित चने व मूंग को सुबह व शाम खाएं. इनमें विटामिन ई होता है, जो झुर्रियां मिटाने व त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद करता है.

– एक पका केला, एक टेबलस्पून शहद व एक कप दही- तीनों को मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को चेहरे व गर्दन पर लगाएं. दस मिनट बाद चेहरे को धो लें. इसे हफ़्ते में तीन दिन तक करें.

– एक टेबलस्पून शहद में एक टीस्पून दालचीनी पाउडर मिलाकर चेहरे पर लगाएं. फिर थोड़ी देर बाद ठंडे पानी में थोड़ा-सा स़फेद सिरका
मिलाकर चेहरे को धो लें.

– एक टेबलस्पून कॉफी पाउडर, एक टीस्पून दूध व एक टीस्पून शहद- तीनों को फेंटकर पेस्ट बना लें. इसे चेहरे पर लगाकर 10 मिनट बाद चेहरा धो लें. ये चेहरे पर निखार लाने के साथ बारीक़ रेखाओं को भी छुपा देता है. इसे हफ़्ते में दो दिन लगाएं.

– कुछ हफ़्ते तक रोज़ शाम को गाजर का रस पीएं.

– यदि आप गालों पर नींबू का रस लगाकर, नींबू निचोड़ छिलके कुछ दिन रगड़ें, तो गाल झुर्रियां दूर होने लगती हैं.

– आधा टीस्पून दूध की ठंडी मलाई में 4-5 बूंदें नींबू के रस मिलाकर झुर्रियों पर सोते समय लगाएं.

– गुनगुने पानी से चेहरा अच्छी तरह से धोएं और बाद में टॉवेल से पोंछकर साफ़ कर लें. इसके बाद चेहरे पर मलाई लगाकर तब तक रगड़ते रहे, जब तक क क्रीम घुलकर त्वचा में रम न जाए. फिर आधे घंटे बाद स्नान कर लें. ध्यान रहे, चेहरे को पानी से धोएं और साबुन का इस्तेमाल न करें. इसे 15-20 दिन तक रोज़ करने से झुर्रियां दूर हो जाती हैं व चेहरे के दाग़-धब्बे भी मिट जाते हैं.

– मलाई का इस्तेमाल करने के बाद यदि चेहरे पर धीरे-धीरे ऑलिव ऑयल से मसाज करें, तो चेहरे पर और भी चमक आ जाती है.

– स्नान से पहले पपीते का पल्प गर्दन पर रगड़ेें. इससे त्वचा की गंदगी-झुर्रियां दूर हो जाएगी.

– आंवला व संतरा रिंकल फ्री स्किन के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट व विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है, जो एंज़िंग की प्रक्रिया को धीमा कर देता है, जिससे त्वचा जवां व खिली-खिली नज़र आती है.

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झुर्रियों को दूर करने के लिए एक्सरसाइज़ व योग

– ई और ओ बोलते हुए एक बार चेहरे को फैलाएं और फिर सिकोड़े.

– ई उच्चारण के साथ ऐसा पोज़ बनाएं मानो आप मुस्कुराने जा रही हैं. कुछ समय इसी पोज़ में रहने के बाद होंठों को आगे की तरफ़ बढ़ाते हुए ऐसा करें मानो आप सीटी बजाना चाह रहे हैं. इससे गालों की अच्छी एक्सरसाइज़ होती है. गाल ख़ूबसूरत होते हैं व झुर्रियां नहीं होती हैं. इसे एक बार में 15 से 20 बार करें और दिन में 3 बार करें.

– मुंह से फूंक मारते हुए गाल फुलाएं व पेट चिपका लें. अब नाक से सांस लें. यह प्रक्रिया 15 से 20 बार करें और दिन में तीन बार करें.

– सिंहासन योगासन से चेहरे की झुर्रियों को प्रभावशाली तरी़के से दूर किया जा सकता है.

– अपनी कमर व गला को सीधे रखते हुए वज्रासन में घुटनों के बल बैठकर घुटने थोड़े फैला दें. दोनों हथेलियां भीतर की ओर रखते हुए घुटनों के बीच ज़मीन पर जमा लें. उंगलियों को फैला लें. मुंह को जितना खोला जा सके, उतना खोलते हुए जीभ को अधिक से अधिक बाहर निकालते हुए आंखें खुली रखें व गले को तानते हुए सिंह की तरह अपना उग्र रूप बनाएं.

– इस आसन के अभ्यास से कंठ और मुंह के स्नायु में खिंचाव आता है, जिससे मुंह और आंखों के आसपास की झुर्रियां दूर हो जाती हैं.

– माथे की झुर्रियां को दूर करने के लिए हथेली की मदद से माथे को पीछे की ओर जहां से बालों की सीमा शुरू होती है, मसाज करें. यदि माथे पर कोई रेखा हो, तो कुछ दिन लगातार करने से दूर हो जाती है.

– चेहरे को साफ़ किए बिना कभी मसाज न करें. जिस तरफ़ झुर्रियां पड़ती हो, उसके ठीक विपरीत दिशा में उंगलियों के पोरों पर गुनगुने ऑलिव ऑयल की कुछ बूंदें लगाकर मसाज करें. मसाज करते समय या तेल लगाते समय माथे को दोनों हथेलियों से धीरे-धीरे ऊपर की ओर व कनपटी की ओर उंगलियां ले जाते हुए रगड़ें और चेहरे की त्वचा को ऊपर की ओर रब करते हुए हथेलियों को कानों और सिर की ओर ले जाएं. गालों को नीचे से कनपटी की दिशा की ऊपर की ओर व कनपटी की तरफ़ ले जाएं.

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इन बातों का भी रखें ख़्याल

– सन एक्सपोज़र अवॉइड करें.

– सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें.

– प्रदूषित वातावरण में न जाएं या फिर ख़ुद को प्रोटेक्ट करके जाएं.

– मॉइश्‍चराइज़र का इस्तेमाल करें.

– रेग्युलर एक्सरसाइज़ करें.

– न्यूट्रीशियस डायट लें.

– ठंडा पानी ढीली त्वचा में कसाव लाने व रक्तसंचार को ठीक करने के लिए प्रभावशाली है.

– चेहरा धोने के बाद उसे कभी भी टॉवेल से न पोंछें, बल्कि हथेलियों से थपथपाकर चेहरे का पानी सुखाएं.

– ऐसा करने से पानी का कुछ भाग त्वचा के अंदर चला जाता है, जिससे चेहरे की ताज़गी व ख़ूबसूरती बनी रहती है और चेहरे पर झुर्रियां नहीं पड़ती हैं.

– हमेशा ख़ुश व तनावमुक्त रहें, इससे त्वचा ख़ूबसूरत बनी रहती है.

– ऊषा गुप्ता

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कमर-पीठदर्द

यह दर्द अमूमन सभी को होता है. बैठने-उठने के ग़लत तरी़के और व्यायाम की कमी के कारण ज़्यादातर लोगों को कमरदर्द और पीठदर्द होता है. महिलाओं में इस दर्द का मुख्य कारण माहवारी होता है.
अदरक: अदरक में दर्द निवारक गुण होते हैं, जो किसी भी तरह के दर्द को दूर कर सकते हैं. इसे किचन का छोटा डॉक्टर कहना ग़लत नहीं होगा.
– अदरक को पीसकर दर्दवाली जगह पर लगाएं.
– अदरक को टुकड़ों में काटकर आधे घंटे तक पानी में उबालें. पानी को निथारकर शहद मिलाकर पीएं.
बेसिल लीव्सः यह एक तरह का हर्ब है, जो किसी भी सब्ज़ी की दुकान में आसानी से मिल जाता है.
– एक कप पानी में 8-10 बेसिल की पत्तियां और एक चुटकी नमक डालकर तब तक उबालें, जब तक कि वह आधा न रह जाए. अगर दर्द कम हो, तो दिन में एक बार और अगर ज़्यादा हो तो, दिन में दो बार पीएं.
खसखस: यह कमरदर्द और पीठदर्द में जादुई कमाल करता है. इसमें मौजूद तत्व दर्द को तुरंत कम करते हैं.
– 100 ग्राम खसखस को थोड़ी-सी मिश्री के साथ पीस लें. इस मिश्रण को 2 टीस्पून की मात्रा में रोज़ाना दो बार लें और उसके बाद एक ग्लास गर्म दूध पीएं.
लहसुन: अपने औषधीय गुणों के कारण यह हमेशा से ही हमारे भोजन का अभिन्न अंग रहा है, इसलिए दवा के रूप में यह काफ़ी
लाभदायक माना जाता है. इसमें मौजूद एंटीबायोटिक हमें कई बीमारियों से भी बचाता है.
– सुबह उठकर खाली पेट लहसुन की दो कलियां खाएं.
– आप लहसुन के तेल से मालिश भी कर सकते हैं.
मालिश: अपने डॉक्टर से सलाह लेकर आप हर्बल या आयुर्वेदिक तेल से मालिश कर सकते हैं. इसके लिए आप नीलगिरी, बादाम, तिल, सरसों या नारियल के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं.

एक्स्ट्रा रेमेडीज़– 100 ग्राम अजवायन पाउडर में 100 ग्राम गुड़ मिलाकर रख लें. सुबह-शाम 1-1 टीस्पून की मात्रा में इसका सेवन करने से कमरदर्द दूर होता है.
– 5 खजूर को पानी में उबालकर उसमें आधा टीस्पून मेथी पाउडर मिलाकर पीने से कमरदर्द में आराम मिलता है.

घुटनों का दर्द

अगर घुटनों में दर्द उठे, तो हमारा उठना- बैठना और चलना सब कुछ मुश्किल हो जाता है. ऐसे में कुछ घरेलू उपाय आपको ज़रूर आराम देंगे.
विनेगर: इसके अम्लीय गुणों के कारण यह घुटनों के जोड़ों पर जमा होनेवाले टॉक्सिन को कम करता है और जोड़ों के ल्यूब्रिकेंट को बरक़रार रखता है.

– दो टीस्पून एप्पल साइडर विनेगर को दो कप पानी में मिलाकर रखें. थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर इस मिश्रण का एक-एक घूंट दिनभर पीते रहें.
– पानी में 2 कप विनेगर मिलाकर स्नान करें.
– विनेगर और जैतून के तेल को मिलाकर मालिश करें.
हल्दीः हल्दी में कुरक्यूमिन नामक तत्व पाया जाता है, जो एंटी ऑक्सिडेंट होने के साथ-साथ दर्दनिवारक भी होता है. हाल ही में नेशनल सेंटर फॉर कांप्लीमेंटरी एंड ऑल्टरनेटिव मेडिसीन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हल्दी गठिया रोग होने से रोकती है, जो घुटनों के दर्द का मुख्य कारण है.
– आधा टीस्पून पिसी हुई अदरक और हल्दी को पानी में 10 मिनट तक उबालें और फिर पानी छान लें. इस पानी में शहद
मिलाकर पीएं.
– एक ग्लास पानी में हल्दी को उबालकर पीएं.
नींबूः नींबू में मौजूद सिट्रिक एसिड हमारे शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ने नहीं देता, जिससे गठिया का ख़तरा काफ़ी कम हो जाता है.
– एक कपड़े में 4-5 नींबू के टुकड़े बांधकर, उसे गर्म तिल के तेल में थोड़ी देर डुबोकर रखें, फिर उस तेल को घुटनों पर लगाएं.
एक्स्ट्रा रेमेडीज़ – राई को पीसकर घुटनों पर उसका लेप करें. तुरंत आराम मिलेगा.
– अजवायन को पानी में उबालकर उसकी भाप घुटनों पर लेने से दर्द से तुरंत राहत मिलती है.
– लहसुन को पीसकर दर्दवाली जगह पर लगाने से तुरंत राहत मिलती है, पर याद रहे, इसे ज़्यादा देर तक न रहने दें, वरना फफोले आ सकते हैं.

जोड़ों का दर्द या गठिया

आर्थराइटिस या गठिया में जोड़ों में दर्द और सूजन आ जाती है. इससे छुटकारा पाने के लिए आप कुछ आसान से उपाय अपना सकते हैं.
सेंधा नमक: यह मैग्नीशियम का बहुत अच्छा स्रोत है. इससे हमारे शरीर में पीएच का संतुलन बना रहता है.
– आधे कप गुनगुने पानी में सेंधा नमक और नींबू का रस समान मात्रा में मिलाकर सुबह-शाम 1-1 चम्मच पीएं.
– सेंधा नमक को गुनगुने पानी में डालकर नहाएं.
दालचीनीः दालचीनी में कई दर्दनिवारक गुण होते हैं. इसके साथ ही यह कई शारीरिक समस्याओं से भी राहत
दिलाता है .
– एक चम्मच दालचीनी पाउडर और एक चम्मच शहद को एक कप गर्म पानी में मिलाकर सुबह खाली पेट लें.
– दालचीनी पाउडर और शहद मिलाकर पेस्ट बना लें. इससे जोड़ों पर मालिश करें.
इन सभी घरेलू उपायों के साथ यह ज़रूर ध्यान में रखें कि यह सभी दर्द आधुनिक जीवनशैली में व्यायाम की कमी और उठने-बैठने व चलने की ग़लत मुद्राओं के कारण होते हैं, इसलिए व्यायाम ज़रूर करें और स्वस्थ रहें. अगर दर्द ज़्यादा हो, तो डॉक्टर से ज़रूर मिलें.
एक्स्ट्रा रेमेडीज़– गठिया रोग में नीम के तेल की मालिश काफ़ी लाभदायक होती है.
– लहसुन की दो कलियां कूटकर तिल के तेल में डालकर गर्म करें. इससे जोड़ों पर मालिश करें. यह बहुत फ़ायदेमंद
उपाय है.
– 2 टीस्पून एरंडी के तेल में थोड़ी-सी सोंठ मिलाकर काढ़ा बनाएं. रोज़ाना सुबह पीएं, जल्द आराम लगेगा.
– सर्दियों में जब दर्द सताए, तो पानी में 2 टेबलस्पून अजवायन और एक टेबलस्पून नमक मिलाकर उबालें. भगोने के ऊपर जाली रखकर कपड़ा रखें और उसी से सेंक करें. फौरन आराम मिलेगा.
– सरसों के तेल में अजवायन और लहसुन गर्म करके दर्दवाले भाग पर मालिश करें, तुरंत राहत मिलेगी.

                                                                                                                                                        – विजया कठाले निबंधे

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